प्रेरणा
देश-विदेश तक फैला है इन आदिवासी महिलाओं का कंदील व्यापार, देखिए रौशन होती इनकी जिंदगी की पूरी कहानी
जानते हैं, एक ऐसी जगह भी है, जहां इन कंदीलों ने आदिवासी महिलाओं की जिंदगी में रौशनी लाई है। बांस से बनी हुई चीजों की वजह से आज उनकी जिंदगी के साथ-साथ पूरे गांव की आर्थिक स्थिति में बदलाव आ गया। मिलिए, मुंबई से कुछ दूरी पर स्थित पालघर से 30 से 35 किलोमीटर दूर बसे इलाके में विक्रम गढ़ तालुका के गांव टेटवाली की महिलाओं से। ये महिलाएं अपने हाथों से बांस की चटाई, खिलौने, घर का सामान, रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल में आने वाली चीजें और इको-फ्रेंडली दिवाली बनाने के लिए बांस के तरह-तरह के रंग-बिरंगे कंदील बना रही हैं।
शिखा शर्मा | फ़रवरी 17, 2025