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होम / एन्गेज / स्वास्थ्य / न्यूट्रिशन

गरम मसालों में छुपा है स्वास्थ्य का खजाना, जानें एक्सपर्ट की राय

टीम Her Circle |  अप्रैल 26, 2025

धनिया के बीजों, जीरा, काली मिर्च, लौंग, इलायची, दालचीनी, जायफल, तेजपत्ता, चक्रफूल और जावित्री, इन सभी मसालों से मिलकर बना गरम मसाला, सिर्फ भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ाता, बल्कि हमारा स्वास्थ्य भी सुधारता है। आइए जानते हैं इन गरम मसालों के स्वास्थ्यवर्धक फायदे। 

एंटी इंफ्लेमटरी गुणों के साथ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

लगभग 10 मसालों से मिलकर बना गरम मसाला, आप चाहें एक साथ मिलाकर इस्तेमाल करें या अलग-अलग इस्तेमाल करें, दोनों तरह से इसके स्वास्थ्य लाभ, बेहिसाब हैं। इनमें दालचीनी जहां अपने एंटी इंफ्लेमटरी गुणों के लिए जानी जाती है, वहीं इलायची सांसों को ताजगी देते हुए पाचन में सहायता करती है, फिर वो चाहे छोटी इलायची हो या बड़ी इलायची हो। दालचीनी की तरह ही लौंग भी एंटी इंफ्लेमटरी गुणों के साथ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। इसके अलावा कालीमिर्च मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के साथ वजन कम करने में सहायक है। साथ ही जायफल जहां हमारे मस्तिष्क के लिए अच्छा है, वहीं धनिया के बीज दिल के लिए बेहद फायदेमंद हैं। विटामिन सी, बी 6, मैग्नीशियम और कैल्शियम से भरपूर जीरा डाइजेशन के लिए बहुत अच्छा होता है। आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाने के साथ ये आपकी ब्लोटिंग की समस्या, इंफ्लेमटरी और इनडाइजेशन को भी कम करता है। हालांकि पूरे गरम मसाला की बात करें तो जीरा के अलावा कई ऐसे मसाले हैं, जो आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को सुधारते हुए एंजाइम एक्टिविटी को भी बढ़ाते हैं। 

डाइजेशन के साथ दे मजबूत इम्युनिटी 

गरम मसाला के स्वास्थ्यवर्धक फायदों के बारे में डॉक्टर सोनल विश्वकर्मा कहती हैं, “डाइजेशन के साथ-साथ गरम मसाला आपकी इम्युनिटी को मजबूत करते हुए आपको सीजनल इन्फेक्शंस से भी बचाते हैं। सर्दी-जुकाम और बुखार के साथ यदि आप अधिक ठंड और सर्दी से पीड़ित हैं तो गरम मसाले से बनी एक कप चाय आपको छाती की जकड़न से छुटकारा दिला सकती है। सिर्फ यही नहीं आपके लीवर से टॉक्सिन निकालकर ब्लड फ्लो को दुरुस्त करने में भी इसका कोई जवाब नहीं है। गरम मसालों में जीरा और दालचीनी ऐसे मसाले हैं, जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर, शरीर की कैलोरी जलाते हैं और आपको वजन कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा कुछ मसाले ऐसे होते हैं जो भोजन से मिनरल्स और विटामिन एब्सॉर्ब करने में आपकी मदद करते हैं। विशेष रूप से डाइजेशन के लिए वर्षों से इस्तेमाल होते आ रहे जीरा और धनिया जैसे मसाले आपके भोजन को पचाने के साथ-साथ आपके इंटेस्टाइन के लिए पोषक तत्वों को एब्जॉर्ब करना आसान बनाते हैं। यही नहीं, काली मिर्च में पाए जानेवाले पिपेरिन और हल्दी में पाए जानेवाले करक्यूमिन भी शरीर के लिए बेहद जरूरी तत्व हैं।” 

आपके दिल का रखे बेहतर ख्याल

एंटी इंफ्लेमटरी गुणों से भरपूर गरम मसाला कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। विशेष रूप से काली मिर्च जहां खराब कोलेस्ट्रॉल को मेटाबॉलिज्म में बदल देती है, वहीं लौंग में मौजूद यूजेनॉल, एंटी इंफ्लेमटरी होने के साथ-साथ आपके मसल्स को भी टोन करती है। विशेष रूप से जिन बुजुर्गों को चलने-फिरने में परेशानी होती है, उन्हें अपने आहार में गरम मसाला जरूर शामिल करना चाहिए। गर्म मसाला में धनिया के बीजों की मात्रा काफी अधिक होती है, जो आपके दिल को स्वस्थ रखते हैं। धनिया के साथ इलायची भी आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल को कम करती है। कई शोधों में ये बात साबित हो चुकी है कि इसके नियमित सेवन से स्ट्रोक का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। दिल की बीमारी के साथ यह डायबिटीज पेशेंट के लिए भी बहुत मददगार है। विशेष रूप से टाइप 2 डायबिटीज पेशेंट के लिए गरम मसाले में जायफल और लौंग की मौजूदगी बेहद फायदेमंद है। इसके अलावा दालचीनी ब्लड शुगर लेवल को कम करते हुए हार्मोन इंसुलिन के प्रति शरीर की सेंसिटिविटी में सुधार भी करती है। 

कैंसर के साथ मेनस्ट्रुअल पेन में भी असरदार

कुछ शोधो में यह भी पाया गया है कि गरम मसाले में ऐसे प्रॉपर्टीज होते हैं, जिनसे कैंसर का खतरा भी कम हो सकता है। विशेष रूप से फेंफड़ों के कैंसर में नॉर्मल सेल फंक्शन को प्रमोट करने और ट्यूमर को रोकने में लौंग की भूमिका बेजोड़ है। इसके अलावा एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर गरम मसाला, विशेष रूप से हल्दी, लौंग और काली मिर्च के कारण गठिया को रोकने में भी बेहद प्रभावशाली है। ये मसाले सूजन को कम करके जोड़ों की अकड़न को दूर करते हैं। सिर्फ यही नहीं आंखों के नीचे आनेवाले काले घेरों के साथ स्किन की ड्राइनेस दूर करने में भी गरम मसाला की मददगार भूमिका है। आंखों के अलावा मेनस्ट्रुअल पेन में भी गरम मसाला बहुत फायदेमंद है। विशेष रूप से अपने एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए मशहूर हल्दी के साथ दालचीनी, पेट में होनेवाली ऐठन और दर्द के साथ ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करती है। आप चाहें तो मेनस्ट्रुअल पेन से छुटकारा पाने के लिए गरम मसाले से बनी चाय भी आजमा सकती हैं।

 

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