मानसून के सामने आने के साथ कई सारे फल बाजार में दिखाई देने लगते हैं। लेकिन हमें यह समझ नहीं आता है कि आखिर कौन से फल का सेवन कब और कैसे करना चाहिए। इसकी वजह यह है कि मानसून में इंफेक्शन, एलर्जी, पाचन संबंधी समस्या के साथ रोग प्रतिकारक शक्ति कम होने का खतरा भी बढ़ा देता है। ऐसे में अपने आहार में मौसमी फलों को जरूर शामिल करना चाहिए। यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं डायटीशियन अमिता तांबेकर से।
जामुन मजेदार

बारिश के मौसम में जामुन सबसे अधिक फायदेमंद होता है। अमिता बताती हैं कि जामुन में फाइबर, विटामिन सी के साथ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो कि सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है। जामुन के सेवन से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है। खासतौर से मधुमेह के रोगियों के लिए भी यह काफी लाभकारी होता है। इसके साथ यह पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाता है और दस्त जैसी समस्याओं से बचाता है। इसके साथ जामुन का सेवन मुंह के छाले और गले के इंफेक्शन में राहत देता है।
नाशपाती का सेवन

नाशपाती भी मानसून में सबसे अधिक पाया जाने वाला फल है और यह भी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। नाशपाती में कई सारे पोषण गुण होते हैं। नाशपाती में फाइबर के साथ विटामिन सी और पोटेशियम होता है। नाशपाती का यह फायदा होता है कि बारिश में कई बार पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है और नाशपाती में मौजूद फाइबर इसे संतुलित करने में सहायता करता है। इसके साथ यह शरीर को हाइड्रेट भी रखता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। इसके साथ ही मानसून में हाथ और पैरों में होने वाले दर्द से भी नाशपाती का सेवन राहत देता है।
प्लम या आलूबुखारा खाने का फायदा

बारिश के मौसम में प्लम या फिर आलूबुखारा खाने का भी काफी फायदा होता है। प्लम की बात की जाए, तो इसमें कई सारे पोषण से भरे गुण होते हैं। प्लम में आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट भी होता है। इसके साथ प्लम का सेवन करने से शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखने में भी सहायता मिलती है। जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि मानसून में पाचन की समस्या होती है, ऐसे में प्लम का सेवन कब्ज और गैस की समस्या से भी राहत देता है। इसके अलावा प्लम का सेवन त्वचा को डिटॉक्स भी करता है।
शहतूत

बाकी के फलों की तरह शहतूत का सेवन भी मानसून में शरीर की रक्षा करता है। शहतूत एंटीऑक्सीडेंट और आयरन से भरपूर होता है। शहतूत का सेवन करने से शरीर में रक्त साफ होता है और त्वचा की अंदरूनी और बाहरी सुरक्षा के लिए शहतूत एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है।
आड़ू यानी की पीच का सेवन

मानसून में एक स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक फल पीच कोभी माना जाता है। इसमें भी कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जो विटामिन सी से भरपूर होता है। इसके अलावा विटामिन एक भी पीच में पाया जाता है। इसके साथ पीच में फाइबर, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होता है। उल्लेखनीय है कि आडू यानी कि पीट में विटामिन सी होता है , जो मानसून में होने वाले संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है..इसमें फाइबर अच्छी मात्रा में होता है, इस वजह से आप मानसून में कई सारी बीमारी से खुद को बचा लेते हैं। चेहरे की त्वचा को बाहर और अंदर से सेहतमंद रखने का काम भी प्लम करता है।