अक्सर ऐसा होता है कि दिन के पहले भाग में काम करने के बाद दोपहर का खाना हमारे लिए मुश्किल लेकर आता है। दिन भर की व्यस्तता के बीच जब हम भोजन करते हैं, तो अक्सर खाना खाने के तुरंत बाद थकान या फिर आलस महसूस होने लगती है। यह एक तरह से आम समस्या है, लेकिन अगर ऐसा रोजाना होना आप नजरअंदाज नहीं कर सकती हैं। खासतौर पर दोपहर के खाने के बाद आलस और नींद आने लगती है। दफ्तर में ऐसा होना आपकी प्रोफेशनल जिंदगी को नुकसान पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से कि आखिर ऐसा क्यों होता है और आप कैसे अपने खान-पान में बदलाव कर इसे ठीक कर सकती हैं।
अधिक खाने का सेवन

जानकारों का कहना है कि अगर आप सुबह का नाश्ता नहीं करती हैं, तो इसका नतीजा यह होता है कि दोपहर के समय आप जरूरत से अधिक खाना खा लेते हैं। अधिक भूख लगना आपको अधिक खाने की तरफ लेकर जाती है, जो कि सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। जब हम जरूरत से ज्यादा खाना खा लेते हैं, तो पाचन तंत्र पर भी दबाव पड़ता है। शरीर की अधिक ऊर्जा भोजन को पचाने में लगती और दिमाग को कम ऊर्जा मिलती है, जिससे थकान और नींद महसूस होने की समस्या होने लगती है। साथ ही कई बार खाने के साथ किसी तरह की ड्रिंक लेना और चिप्स और नमकीन जैसी चीजों का सेवन भी आपके शरीर के लिए नुकसान साबित होता है।
खाने में कार्बोहाइड्रेट्स और शुगर का अधिक सेवन क्यों नहीं करना चाहिए

दोपहर के खाने में हम किन चीजों का सेवन कर रहे हैं, इसका भी हमें पूरी तरह से ध्यान रखना चाहिए। अत्यधिक मीठा या ज्यादा कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाता है और फिर अचानक गिरा देता है। इस प्रक्रिया से शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है और व्यक्ति सुस्त महसूस करता है। कई जानकारों का कहना है कि अगर खाने में कार्बोहाइड्रेट्स और शुगर का अधिक सेवन होता है, तो इससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है। शुगर के अधिक होने से दांतों में भी बैक्टीरिया की समस्या हो सकती है। कई लोगों की आदत होती है कि दोपहर के खाने के बाद शक्कर की जरूरत महसूस होती है। लेकिन शक्कर खाने के कुछ देर बार शुगर क्रैश हो जाता है, जिससे थकान, चिड़चिड़ापन और भूख लगने लगती है। अगर दोपहर के खाने के बाद शुगर की जरूरत महसूस होती है, तो फलों के जरिए प्राकृतिक शुगर लेने की कोशिश करें।
कम प्रोटीन और फाइबर वाला खाना का नुकसान क्या होता है

अगर आपके भोजन में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा कम है, तो आपको संतुष्टि नहीं मिलेगी और बार-बार भूख लगेगी। इससे शरीर में ऊर्जा का सही वितरण नहीं हो पाता और थकावट महसूस होती है। यह भी ध्यान रखें कि अगर डायट में प्रोटीन की कमी होती है, तो शरीर मांसपेशियों को तोड़कर ऊर्जा लेने लगता है, इससे आलस आती है और शरीर भी कमजोर होने लगता है। जाहिर सी बात है कि अगर शरीर में प्रोटीन की कमी है, तो थकान, कमजोरी और फोकस की कमी महसूस होने लगती है। कई बार गैस, सूजन और एसिडिटी भी हो सकती है।
खाना खाने के बाद तुरंत आराम करना इससे होने वाला नुकसान

खाना खाने के बाद तुरंत सीधा लेट जाना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। जानकारों का कहना है कि खाना खाने के बाद पाचन क्रिया सक्रिय होती है। अगर आप लेट जाती हैं, या फिर आराम करने लगती हैं, तो इससे पाचन क्रिया पर भी असर पड़ता है। खाने के तुरंत बाद आराम करने से शरीर को एनर्जी खर्च करने का मौका नहीं मिलता, जिससे अतिरिक्त कैलोरी फैट के रूप में जमा हो जाती है।
नींद की कमी और तनाव के कारण शरीर को होने वाले नुकसान

नींद की कमी हमारे शरीर को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकती है। इसमें सबसे अहम यह है कि अगर आपकी 7 से 8 घंटे की नींद पूरी नहीं होती है, तो मानसिक तनाव हमेशा बना रहता है। नतीजा यह होता है कि दोपहर के खाने के बाद आलस और नींद आती है। साथ ही नींद की कमी के कारण दिमाग की कार्यक्षमता भी कम होने लगती है। नींद पूरी न होने पर ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है। याददाश्त कमजोर होती है। निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होती है। उल्लेखनीय है कि नींद न पूरी होने पर घबराहट और चिड़चिड़ापन भी बढ़ने लगता है। जानकारों का कहना है कि नींद और मानसिक शांति, दोनों हमारे शरीर की बुनियादी ज़रूरतें हैं। जब ये पूरी नहीं होतीं, तो शरीर धीरे-धीरे बीमार होने लगता है, कभी थकावट के रूप में, तो कभी गंभीर रोगों के रूप में।
दोपहर के खाने में क्या खाना चाहिए कि आलस और नींद न आए
जानकारों का कहना है कि दोपहर के खाने में अगर सही और संतुलित भोजन किया जाता है, तो आलस और नींद की समस्या से काफी हद तक आराम पाया जा सकता है। इसके लिए अपने आहार में प्रोटीन को अधिक शामिल करें। अरहर, मूंग और मसूर की दाल का सेवन करें। पनीर या फिर टोफू का सेवन करें। अंडा भी काफी फायदेमंद है। चिकन का सेवन भी आप प्रोटीन के लिए कर सकती हैं। साथ ही आपको मल्टीग्रेन या फिर गेहूं की रोटी का सेवन करना चाहिए। इसके साथ आप ब्राउन राइस और किनोआ का भी सेवन कर सकती हैं। ओट्स पराठा भी आपकी सेहत के लिए अच्छा माना गया है। कोशिश करें, कि दोपहर के खाने में सफेद चावल, मैदा का सेवन न करें। इससे शरीर में आलस आती है। फाइबर से भरपूर सब्जियों का सेवन करें इसमें भुनी हुई सब्जियां जैसे कि लौकी, तोरई, गाजर, पालक, मेथी और भिंडी का सेवन करें। हरी पत्तेदार सब्जियों का रायता भी आप बना सकती हैं। साथ ही कोशिश करें कि खाने के साथ दही का सेवन जरूर करें। घर पर दही बनाएं और उसका सेवन करें। यह आपके लिए काफी लाभदायक साबित होगा।
दोपहर के खाने के बाद किस तरह की एक्सरसाइज करें
जानकारों का कहना है कि खाने के तुरंत बाद भारी एक्सरसाइज या जिम वर्कआउट नहीं करना चाहिए। लेकिन खुद को एक्टिव रखने के लिए भोजन के 10 से 15 मिनट बाद हल्की गतिविधि की जा सकती है। साथ ही 30 से 40 मिनट हल्की स्ट्रेचिंग या योग भी किया जा सकता है। सबसे बेहतर यह होगा कि दोपहर के खाने के बाद 10 से 15 मिनट की हल्की वॉक करनी चाहिए। सीधे खड़े रहकर धीरे-धीरे चलने से पाचन क्रिया तेज हो जाती है। साथ ही गैस,ब्लोटिंग और एसिडिटी से भी राहत मिलती है। अगर आप घर पर हैं, तो दोपहर के खाने के बाद वज्रासन किया जा सकता है। इससे पाचन में सुधार रहता है और नींद आने से रोकता है। पेट की मांसपेशियों को आराम देता है। इस क्रिया को करने के लिए जमीन पर घुटनों के बल बैठ जाएं, एड़ियों को बाहर रखें, रीढ़ सीधी रखना चाहिए। आंखें बंद कर लें और गहरी सांस लें। सबसे अच्छा तरीका यह है कि खाने के बाद थोड़ी-सी वॉक आपको कई सारे फायदे दे सकती है।