ठंड के मौसम में आपको कुछ तैयारियां अलग से करनी चाहिए और हर दिन उसे फॉलो करना चाहिए। आइए जानें वे तैयारियां क्या-क्या हो सकती हैं।
ठंड में पार्टियों में खाएं, लेकिन संभल कर

ठंड के मौसम में पूरे भारत में जगह-जगह पर शादियां होती हैं और खूब पार्टियां होती हैं। जाहिर-सी बात है खाना-पीना हमेशा पार्टियों में हम खाते ही हैं, तो ऐसे में आपको ध्यान रखना है कि जरूरत से ज्यादा नहीं खा लेना है। आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि स्टू जैसी चीजों को खाएं, जिन्हें पहले से बनाकर दोबारा गरम किया जा सकता हो। साथ ही बटर चिकन, रोगन जोश या दाल मखनी जैसी गाढ़ी दाल की डिश शामिल हैं। साथ ही साथ ग्रिल्ड चीज बाइट्स, सूप शूटर्स, मिनी प्रेट्जेल या कई तरह के गरमागरम और चटपटे मीटबॉल्स जैसे विकल्प शामिल हैं। अगर सर्दियों की बात करें, तो मसालेदार भारतीय व्यंजनों के लिए यह एक बेहतरीन समय है। उदाहरण के लिए, मक्के की रोटी या अन्य सर्दियों की सब्जियों के साथ सरसों का साग अच्छा है। आरामदायक स्नैक्स में पॉपकॉर्न, चिप्स या डिप्स जैसे स्नैक्स रखें। वहीं हॉट पेय के लिए चॉकलेट, मल्ड साइडर या मसालेदार चाय पिएं।
ठंड में ट्रैवल करना है, तो ध्यान रहे
सर्दियों में यात्रा करते समय, अपने आहार में गर्म, आरामदायक खाद्य पदार्थों जैसे सूप और स्टू और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों जैसे पत्तेदार सब्जियां, खट्टे फल, अदरक और हल्दी का सेवन करें। गर्म और ऊर्जावान बने रहने के लिए दाल, अंडे और लीन मीट जैसे प्रोटीन स्रोतों और नट्स और एवोकाडो से प्राप्त स्वस्थ वसा को शामिल करें। गर्म तरल पदार्थों के साथ हाइड्रेटेड रहना भी जरूरी है। इनके अलावा, जड़ वाली सब्जियों को शामिल करें। साथ ही साथ आवश्यक विटामिन और खनिजों के लिए अपने भोजन में गाजर, चुकंदर, शकरकंद और शलजम को शामिल करें। साथ ही अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए संतरे, अमरूद और अन्य विटामिन-सी युक्त फल खाएं। आपको इस बात का खास ख्याल रखना है कि
सफेद ब्रेड, पेस्ट्री और मीठे स्नैक्स का सेवन कम से कम किया जाये, क्योंकि ये ऊर्जा की कमी का कारण बन सकते हैं। साथ ही सोडा और ऐसे मीठे पेय पदार्थों से बचें, जिनमें पोषण की कमी हो।
ठंड में करें ये सारे एक्सरसाइज

एक बात का आपको खास ख्याल रखना है कि आपको ठंड में आप पैदल चलना चाहिए और साथ ही साथ जॉगिंग करना चाहिए और साथ ही साइकिल चलाना भी सीखना चाहिए या घर के अंदर सीढ़ियों को चढ़ने के बारे में सोचना चाहिए। साथ ही साथ चढ़ना-उतरना जैसे व्यायाम कर सकते हैं। आप योग (जैसे सूर्य नमस्कार) या हल्के स्ट्रेचिंग और बॉडीवेट एक्सरसाइज जैसे लेग लिफ्ट्स और स्पॉट जॉगिंग भी कर सकती हैं। हमेशा पहले खुद के लिए वार्म अप करें और फिर उचित कपड़े पहनकर ही व्यायाम करें और किसी भी स्वास्थ्य समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह लें। इस योगासन से पूरे शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव आता है और यह मानसिक शांति भी देता है।
ठंड के समय डिनर करें जल्दी
अपनी दैनिक दिनचर्या के साथ बेहतर तालमेल बिठाने और पाचन में मदद के लिए शाम 5:30 से 7 बजे के बीच रात का खाना खाने की आदत बनाएं, ताकि आपका खाना पच जाए आसानी से। ठंड में ऐसे भी लोग बहुत सारा खाना खा लेते हैं और फिर उन्हें पचाने में दिक्कत भी होती है, इसलिए समय से खाना अच्छा रहेगा। इस बात पर फोकस करें कि गर्म खाने को प्राथमिकता दें, क्योंकि सर्दियों में, शरीर को गर्म खाने से फायदा हो सकता है। यह सूप और भुनी हुई सब्जियों जैसे आरामदायक और गर्माहट देने वाले व्यंजनों के लिए एक बेहतरीन समय है। एक बात और गौरतलब है कि हमारा शरीर सर्कैडियन रिदम पर काम करता है, इसमें आंतरिक 24 घंटे की घड़ियां, जो नींद, इनडाइजेशन, पाचन और हार्मोन चक्रों को नियंत्रित करती हैं। ये लय स्वाभाविक रूप से प्रकाश और अंधेरे के साथ तालमेल बिठाती हैं, इसलिए जब दिन का उजाला जल्दी ढल जाता है, तो हमारी पाचन शक्ति भी धीमी पड़ने लगती है। इसलिए आपको पूरी खाने का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
लंच का भी रखें ध्यान

ठंड के समय जब अगर आप लंच लेकर जा रहे हैं, तब भी इस बात का ध्यान रखें कि हेल्दी खाना है। आपको बादाम और पिस्ता जैसे मेवे, साथ ही किशमिश और खजूर जैसे सूखे मेवे, जरूरी तेल, एंटीऑक्सीडेंट और निरंतर ऊर्जा के लिए अपने आहार में शामिल करें। गुड़ और मेवों से बनी चिक्की या लड्डू इन पोषक तत्वों को शामिल करने के बेहतरीन तरीके हैं। साथ ही मौसमी ताजे फल या मुट्ठी भर सूखे मेवे पैक करें। आप उबले हुए फलों को उनके रस में भी शामिल कर सकते हैं। साथ ही गाजर, केला, कद्दू जैसी सब्जियों या फलों से बने घर के बने मफिन या साबुत अनाज वाले क्रैकर्स पर विचार करें। इनके अलावा, दही और पनीर और प्रोटीन और कैल्शियम जैसी चीजें शामिल करें। साथ ही दही या पनीर के कुछ टुकड़े शामिल करें।