इस साल गर्मी थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में सबसे अधिक अपने खान-पान का ध्यान रखना जरूरी है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
बर्गर और मेयोनीज जैसी चीजें
बर्गर और मेयोनीज जैसी चीजें यूं तो किसी भी मौसम में हानि ही पहुंचाएगी, लेकिन गर्मी के महीने में सबसे ज्यादा यह चीजें नुकसान पहुंचा सकती है, जिनमें बर्गर और ऐसी कई चीजें शामिल होती हैं। साथ ही मेयोनीज खाना भी अच्छा नहीं होता है। मेयोनीज भी सेहत को खराब करने में कोई भी कसर नहीं छोड़ती है। इसलिए इन चीजों को भी खाने से मना ही करते हैं सभी। आप भी कोशिश करें कि ऐसी चीजों से दूर ही रहें। दरअसल, इस तरह का खाना खाने से बॉडी का टेम्प्रेचर काफी बढ़ जाता है और शरीर के लिए यह हानिकारक होता है। गौरतलब है कि जिन फूड्स में नमक की मात्रा अधिक होती है, वे डिहाइड्रेशन करते हैं और इससे पानी की कमी होती है और आपको नुकसान पहुंचता है। इसलिए कोशिश करें कि इससे दूर रहें। एक बात का आपको और भी ख्याल रखना है कि तले हुए स्नैक्स, बर्गर और क्रीमी सॉस जैसी चीजें भी आपके लिए अच्छी नहीं होती है और ऐसे खाद्य पदार्थों को खाना भी आपके लिए अच्छा नहीं है। इसके अलावा भी चिप्स, कुकीज और कैंडी बार जैसी प्रोसेस्ड चीजों को खाना आपको नुकसान पहुंचा सकता है। ये जो स्नैक्स होते हैं, इसमें फैट की मात्रा काफी होती है और यही वजह है कि यह आपके लिए पेट में ब्लोटिंग की समस्या ला सकते हैं। इसलिए भी आपको कोशिश करनी चाहिए कि इन चीजों से दूर रहें, इनके विकल्प के रूप में आपके लिए नट्स और ताजे फल वाले विकल्प ही अच्छे रहेंगे।
मसालेदार भोजन
बता दें कि मसालेदार भोजन भी आपके शरीर के लिए नुकसान का सबब बन सकता है, इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यह शरीर के तापमान को काफी बढ़ा देती है और इसकी वजह से अधिक पसीना आना शुरू हो जाता है। इसलिए गर्मी के दिनों के लिए यह अच्छा नहीं है। इस समय में आपके लिए ठंडक पहुंचाने वाली चीजें ही काफी आराम देंगी।
अल्होकल का सेवन न करें
गर्मी के मौसम में अल्कोहल का सेवन बिल्कुल नहीं या कम से कम करना ही सेहत के लिए अच्छा होता है, क्योंकि इससे कई तरह के नुकसान हो रहे हैं। गर्मी में अगर जरूरत से ज्यादा शराब का सेवन किया जा रहा है, तो इससे शरीर का तापमान अधिक बढ़ जाता है और इससे समस्या हो ही जाती है, साथ ही साथ अल्कोहल ड्यूरेटिक होता है, जो डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है, साथ ही साथ इससे हीट स्ट्रोक का जोखिम भी रहता है, इसलिए बेहद जरूरी है कि इन बातों का ध्यान रखा जाये।
आम जरूरत से ज्यादा न खाएं
आम भी गर्मियों के फलों का राजा है और इसे खाने का काफी मन करता है और जरूरत से ज्यादा इसे खाने का मन करता है, यह शरीर में गर्मी को बढ़ाता है, इसलिए भी जरूरी है कि घर में जरूरत से ज्यादा आम नहीं खाया जाए, क्योंकि आम की तासीर गर्म होती है,
कैफीन कम करना भी है जरूरी
कॉफी तो हर किसी को प्यारी होती है और सभी चाहते हैं कि इसका सेवन किया जाए, हर वक़्त कुछ न कुछ पीने का मन होता रहता है, अगर हॉट कॉफी नहीं तो कम से कम कोल्ड कॉफी पीने की ही चाहत रहती है। लेकिन कैफीन शरीर के लिए अच्छा नहीं है, अगर उसकी जरूरत से ज्यादा खपत हो तो। इसलिए जरूरी है कि कॉफी का सेवन जितना कम हो सके। कॉफी के अधिक सेवन से डिहाइड्रेशन की परेशानी खड़ी हो सकती है, इसलिए कोशिश यही करें कि कैफीन का सेवन नहीं किया जाये। साथ ही ऐसी चीजों का भी सेवन न करें, जिसमें कैफीन की मात्रा अधिक होती हो।
कोल्ड ड्रिंक्स
यह भी सच है कि गर्मी के मौसम में सबसे अधिक मन होता है कि कोल्ड ड्रिंक्स पिया जाए, लेकिन ऐसा करना खुद को पूरी तरह से नुकसान पहुंचाने जैसा होता है। बहुत दिक्कत आपके पूरे शरीर में हो सकती है, क्योंकि कोल्ड ड्रिंक का अधिक सेवन करना आपको परेशानी में डाल सकता है। कोल्ड ड्रिंक्स एक तो चीनी की मात्रा आपके शरीर में बढ़ा देती है, साथ ही सोडा भी आपके लिए अच्छा नहीं होता है। गर्मियों में ठंडक पहुंचाने के लिए एक लोकप्रिय विकल्प होने के बावजूद, सोडा वॉटर जैसे कार्बोनेटेड पेय अत्यधिक नशे की लत हो सकते हैं। इन पेय पदार्थों में न केवल अत्यधिक मात्रा में चीनी होती है, इसलिए भी इसे पीने की कोशिश न करें।
चायनीज खानों से परहेज
चायनीज खानों से परहेज करना भी गर्मी के मौसम में बेहद जरूरी है, नहीं तो यह सेहत को नुकसान पहुंचा देता है। इसमें जरूरत से ज्यादा अजीनोमोटो का इस्तेमाल होता है, जिसकी वजह से चायनीज खाना अच्छा नहीं होता है और यह सेहत को नुकसान बुरी तरह से पहुंचा देता है। गर्मी में मैदे से बनी चीजों को खाने से भी कब्ज और एसिडिटी की समस्या आ जाती है, इसलिए यही कोशिश करें कि इसे न खाएं।
चीनी का कम उपयोग
गर्मी में कई बार ऐसा होता है कि हम कूलर ड्रिंक्स बहुत ज्यादा पीने का मन होता है और इसके लिए सबसे ज्यादा चीनी का ही उपयोग किया जाता है, इसलिए अचानक से शरीर में चीनी की मात्रा बढ़ जाती है। इसलिए आपकी यही कोशिश होनी चाहिए कि चीनी का इस्तेमाल कम से कम किया जाए। अगर हम बात हेल्थ संगठन की करें, तो उनका मानना है कि व्यक्ति को अपनी पूरी एनर्जी के इनटेक के 10 प्रतिशत ही चीनी की जरूरत है। लेकिन इसका सबसे अच्छा तरीका होगा कि आप इस प्रतिशत को 5 प्रतिशत तक कर दिया जाए, तो यह सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। दरअसल, चीनी की खपत की बात करें तो खाने से शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स का लेवल बढ़ जाता है और इससे सबसे बड़ी परेशानी यह होती है कि इससे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम हो जाती है। साथ ही साथ इंफ्लेमेशन बढ़ जाने का जोखिम भी रहता ही है। इससे दिल की सेहत बिगड़ जाती है और साथ ही कई बीमारियों का भी सामना करना पड़ता है।
अचार
अचार अधिक खाना भी सेहत के लिए अधिक खाना अच्छा नहीं है, गर्मी के दिनों में ज्यादा दिक्कत इसलिए आती है कि अचार में सोडियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो बॉडी को डिहाइड्रेशन कर सकता है। साथ ही अपच की समस्या भी होती जाती है।