img
हेल्प
settings about us
  • follow us
  • follow us
write to us:
Hercircle.in@ril.com
terms of use | privacy policy � 2021 herCircle

  • होम
  • कनेक्ट
  • एक्स्क्लूसिव
  • एन्गेज
  • ग्रो
  • गोल्स
  • हेल्प

search

search
all
communities
people
articles
videos
experts
courses
masterclasses
DIY
Job
notifications
img
Priority notifications
view more notifications
ArticleImage
होम / एन्गेज / स्वास्थ्य / फ़िटनेस

यूरिन से जुड़ीं समस्याओं को न करें नजरअंदाज, अपनाएं ये उपाय

रजनी गुप्ता |  जुलाई 26, 2024

यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) यानी यूरिन संबंधित समस्याएं, आम तौर पर महिला और पुरुष दोनों में पाए जाते हैं, लेकिन अधिकतर इसका शिकार महिलाएं होती हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।  

यूरिन रोककर न रखें  

आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में जहां व्यस्तता ने सबके दिल-ओ-दिमाग पर अपना कब्जा जमा लिया है, वहीं इसी के साथ कुछ बीमारियों ने भी अपना शिकंजा मजबूत कर लिया है। इनमें से एक समस्या ऐसी है, जिससे हर दूसरी महिला परेशान है और वो है यूरिन से संबंधित परेशानी। अक्सर देखा गया है कि लंबे वर्किंग आवर्स या फील्ड वर्क के कारण, महिलाएं चाहकर भी पानी ज्यादा नहीं पीतीं, जिससे उन्हें बार-बार बाथरूम न जाना पड़े। हालांकि कभी ऑफिस में काम की अधिकता के कारण, तो कभी फील्ड वर्क के दौरान बाथरूम की पर्याप्त सुविधा न मिलने के कारण महिलाएं काफी देर तक यूरिन रोककर रखती हैं और इसका असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। लेकिन ज्यादा देर तक यूरीन रोकना ठीक बात नहीं है ।

इन लक्षणों की न करें अनदेखी

गौरतलब है कि इनके कारण होनेवाले यूरिन इंफेक्शन को महिलाएं अपने स्वभाव अनुरूप या तो बहुत हल्के में लेती हैं या शर्मिंदगी के कारण किसी को बताती नहीं। वजह चाहे जो भी हो, आखिरकार परेशानी उन्हें ही उठानी पड़ती है। हालांकि इस विषय में डॉक्टर्स का कहना है कि अगर आपको यूरिन पास करते समय बहुत अधिक जलन हो रही है या यूरिन के रंग में तब्दीली के साथ उसमें बदबू आ रही है, तो बिना देर किए तुरंत किसी अच्छे महिला विशेषज्ञ से जाकर मिलना चाहिए। ये आम तौर पर यूरिन इंफेक्शन के लक्षण हैं। हालांकि इसकी वजह से कई बार पेट के निचले हिस्से और कमर में दर्द के साथ तेज बुखार भी आता है।  

कुछ बातों का रखें खास ख्याल 

कोशिश करें कि इस तरह की कोई भी समस्या का अनुभव होते ही सबसे पहले आप संतुलित आहार के साथ अधिक से अधिक मात्रा में पानी पियें। ध्यान रखिए एक स्वस्थ महिला को पूरे दिन में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी पीना ही चाहिए। इसके अलावा, अपने इंटिमेट एरिया की सफाई का पूरा ध्यान रखें, लेकिन जहां तक हो सके इंटिमेट वॉश का इस्तेमाल न करें। दरअसल केमिकल से बने इन इंटिमेट वॉशेस से हमारे इंटिमेट एरिया के अच्छे बैक्टीरिया मर जाते हैं और इसके कारण भी यूरिन इंफेक्शन होने के चांसेस बढ़ जाते हैं। यदि इन सबके बावजूद आपको लगता है कि आपकी समस्या कम नहीं हो रही, तो जितनी जल्दी हो सके, किसी अच्छी महिला विशेषज्ञ से जाकर मिलें। 

यूरिन लीकेज की समस्या 

यूरिन इन्फेक्शन के साथ-साथ यूरिन लीकेज की समस्या भी महिलाओं में आम तौर पर पाई जाती है। एक्सरसाइज के दौरान या खांसने, छींकने, हंसने या भारी वस्तुओं को उठाते समय कई बार न चाहते हुए भी यूरिन लीक हो जाता है, जिसके कारण महिलाएं शर्मिंदा हो जाती हैं। हालांकि सबसे पहले आप यह समझ लीजिए कि इसके लिए आपको शर्मिंदा होने की कोई जरूरत नहीं है। यह एक आम समस्या है, जो युवा वर्ग से लेकर वृद्ध महिलाओं में पाया जाता है। कुछ महिलाओं में ये समस्या प्रेग्नेंसी से शुरू होती है, तो कुछ महिलाओं में मेनोपॉज के बाद से शुरू हो जाती है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि इसकी वजहों के साथ, इसका उपचार क्या है? 

समस्या के कारण और समाधान 

यूरिन लीकेज की समस्या की सबसे बड़ी और पहली वजह है आपकी पेल्विक फ्लोर के मसल्स का कमजोर होना। दूसरी वजह है तनाव और तीसरी वजह है कोई बीमारी, जैसे डायबिटीज। इनके अलावा कुछ और वजहें भी हैं, किंतु ये तीन सबसे अहम वजह हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि इसका निदान कैसे किया जाए, जिससे न आपको किसी के सामने शर्मिंदा होना पड़े और न आपके आत्मसम्मान को ठेस लगे। इसके लिए डॉक्टर्स दवाइयों के साथ पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज का सुझाव देते हैं। इससे न सिर्फ पेल्विक फ्लोर के मसल्स मजबूत होते हैं, बल्कि पेल्विक दर्द में भी राहत मिलती है। हां, एक्सरसाइज करते वक्त इस बात का खास ख्याल रखें कि एक्सरसाइज से पहले पानी या कोई भी लिक्विड न लें। यदि आपको रात में बार-बार यूरिन के लिए उठना पड़ता है या लीकेज की समस्या है तो कोशिश करें कि सोने से ठीक पहले भी किसी तरह का लिक्विड न लें।    

हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी 

कुछ मामलों में यूरिन से संबंधित समस्याएं हार्मोनल चेंज का नतीजा होती हैं। ऐसे में हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी यानी ऐसे हार्मोंस को शरीर में फिर से प्लांट करना, जिनका निर्माण अब शरीर नहीं कर रहा है, एक बेहतर विकल्प हो सकता है। विशेष रूप से महिलाओं के लिए ये एक प्रभावी उपचार है, किंतु यदि आपको ब्रेस्ट कैंसर है और आप इसका ट्रीटमेंट करवा रही हैं, तो दुर्भाग्य से आप इस थेरेपी का इस्तेमाल नहीं कर सकती। इसके अलावा यदि आपको ब्रेस्ट कैंसर अतीत में था और अब आप पूरी तरह स्वस्थ हैं, तब भी आप इस थेरेपी का इस्तेमाल नहीं कर सकतीं, क्योंकि इससे आपके कैंसर के लौटने की संभावना बढ़ सकती है। ज्यादा परेशानी होने पर हमेशा अपनी डॉक्टर से सलाह लें।

 

शेयर करें
img
लिंक कॉपी किया!
edit
reply
होम
हेल्प
वीडियोज़
कनेक्ट
गोल्स
  • © herCircle

  • फॉलो अस
  • कनेक्ट
  • एन्गेज
  • ग्रो
  • गोल्स
  • हेल्प
  • हमें जानिए
  • सेटिंग्स
  • इस्तेमाल करने की शर्तें
  • प्राइवेसी पॉलिसी
  • कनेक्ट:
  • email हमें लिखें
    Hercircle.in@ril.com

  • वीमेंस कलेक्टिव

  • © 2020 her circle