आइए जानते हैं कुछ घरेलू उपचारों को जो मुंह के छालों में प्रभावी हो सकते हैं।
अल्सर के लिए घरेलू उपचार

अल्सर मुंह के अंदर या मसूड़ों पर होते हैं। ये आम तौर पर लंबे समय तक नहीं रहते हैं और ज्यादातर दर्दरहित होते हैं, लेकिन कई बार ये भी दर्दनाक हो सकते हैं। आपका बोलना या खाना तक मुश्किल बना सकते हैं। उन्हें रातों रात ठीक करना असंभव है, लेकिन घरेलू उपचार दर्द को कम करने और उपचार प्रक्रिया को तेज करने में मदद कर सकते हैं।आइए जानते हैं कुछ घरेलू उपचारों को जो मुंह के छालों में प्रभावी हो सकते हैं।
खारे पानी का कुल्ला
खारे पानी का कुल्ला छालों के इलाज के लिए सबसे लोकप्रिय और प्रभावी उपचारों में से एक है। खारे पानी का कुल्ला नासूर घावों के सूखने की प्रक्रिया को तेज करने में मदद करता है।
नारियल का तेल
बैक्टीरिया के कारण होने वाले मुंह के छालों के लिए एक अद्भुत उपचार नारियल का तेल माना गया है, क्योंकि इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। साथ ही नारियल का तेल इसको फैलने से रोकता है। यह अपने एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण यह छालों के आसपास के हिस्से की रेडनेस को कम करता है। मुंह के छालों को प्राकृतिक रूप से ठीक करने के लिए घाव पर कॉटन बॉल या उंगलियों की मदद से पर्याप्त मात्रा में नारियल तेल लगाएं। दिन में तीन से चार बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
शहद
शहद का उपयोग होम रेमेडी के तहत मुंह के छालों को ठीक करने के लिए किया जा सकता है, क्योंकि इसमें शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जिस वजह से शहद मुंह के छालों के आकार और सूजन को कम कर सकता है और साथ ही बाद में होने वाले संक्रमण को भी रोक सकता है।बेस्ट रिजल्ट पाने के लिए छालों पर हर दिन तीन से चार बार शहद लगाएं।
एलोवेरा जेल
मुंह के छालों के तुरंत इलाज के लिए एलोवेरा की पत्ती से ताजा एलोवेरा जेल निचोड़कर लगाएं। एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण जैसे औषधीय गुण होते हैं, जो छालों को ठीक करने में मदद करते हैं।
आंवला
आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। यह न केवल शरीर से फ्री रेडिकल को बाहर निकालता है बल्कि सूजन को भी कम करता है, जो मुंह के छालों का कारण हो सकता है और इस प्रकार, स्वाभाविक रूप से राहत देता है। आंवले का पेस्ट बनाकर सीधे घाव पर लगाएं। इस प्रक्रिया को दिन में कम से कम दो बार दोहराएं और बेहतरीन रिजल्ट पाएं।
आइसिंग
बर्फ के टुकड़े चूसें या कपड़े में लपेटकर प्रभावित क्षेत्र पर आइस पैक लगाएं। ठंडा तापमान दर्द को सुन्न करने, सूजन को कम करने और अस्थायी रूप से असुविधा से राहत दिलाने में मदद करता है।
कैमोमाइल चाय

कैमोमाइल टी बैग को गर्म पानी में डालें और ठंडा होने दें। ठंडी चाय को मुँह धोने के लिए उपयोग करें, इसे अपने मुंह के चारों ओर लगभग 30 सेकंड तक घुमाएं या फिर आप भीगे हुए कैमोमाइल टी बैग को सीधे अल्सर पर भी लगा सकती हैं। कैमोमाइल में सूथिंग प्रॉपर्टीज होती हैं और यह सूजन और जलन को कम करने में मदद कर सकती है।
धनिया के बीज
इसके बीजों में एक आवश्यक तेल होता है, जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करता है और मुंह के छालों के लक्षणों में सुधार करने में मदद करता है। यह मुंह के छालों को तुरंत ठीक करने में सहायता करने के लिए भी जाना जाता है। एक चम्मच धनिये के बीज को एक कप पानी में उबालें। इसे छान लें और ठंडा होने दें। इसे अपने मुंह में चारों ओर घुमा लें, जैसे गार्गिल कर रहे हैं। ऐसा दिन में तीन या चार बार करें और यह आपको मुंह के छालों से राहत देने का काम करेगा।
विटामिन ई तेल
आपको किसी भी केमिस्ट की दुकान पर विटामिन ई का कैप्सूल आसानी से मिल जाएगा। एक विटामिन ई कैप्सूल को तोड़ें और उससे निकले तेल को सीधे अल्सर पर लगाएं। विटामिन ई में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं, जो दर्द को कम कर सकते हैं और उपचार में सहायता कर सकते हैं। दिन में दो से तीन बार इसे अल्सर पर आपको लगाते रहना है।
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल में एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो मुंह के छालों के संक्रमण को रोकने और उपचार में सहायता कर सकते हैं। बस आपको इसका इस्तेमाल करते हुए नारियल तेल या किसी और ऑयल के साथ मिलकर कर पतला करें, और फिर रुई के फाहों की मदद से अल्सर पर थोड़ी मात्रा लगाएं। दिन में इसे तीन बार कम से कम जरूर लगाएं।
लौंग का तेल
लौंग के तेल में प्राकृतिक एनाल्जेसिक और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो दर्द से राहत देने और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकते हैं। रुई के फाहे का उपयोग करके अल्सर पर थोड़ी मात्रा में लौंग का तेल लगाएं। यह प्रक्रिया दिन में तीन से चार बार दोहराएं।
बेकिंग सोडा
इसे सोडियम बाइकार्बोनेट के नाम से भी जाना जाता है, मुंह के छालों के इलाज के लिए यह सबसे अच्छा घरेलू उपचार माना जाता है, क्योंकि यह दर्द को काफी कम कर सकता है।आपको बेकिंग सोडा और पानी को मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाना होगा और इसे अपने मुंह के छालों पर लगाना होगा। एक बार जब पेस्ट सूख जाए, तो पेस्ट को साफ करने के लिए अपने मुंह को पानी से धो लें। आपको फर्क दो से तीन दिनों में ही दिखने लगेगा।
हल्दी
हल्दी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। एक चुटकी हल्दी पाउडर और थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। इस मिश्रण को रोजाना सुबह और शाम छालों पर लगाएं।इस मिश्रण के सुख जाने के बाद इसे पानी से धो लें। दो दिन में फर्क आपको नजर आ जाएगा।
तुलसी
तुलसी के पत्तों को औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। यह जीवाणुरोधी, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुणों के रूप में कार्य करता है.जो मुंह में अल्सर पैदा करने वाले माइक्रोब्स से लड़ने में मदद करता है और मुंह के अल्सर के लक्षणों में सुधार करने में मदद करता है। मुंह के छालों से छुटकारा पाने के लिए रोजाना 5-6 तुलसी की पत्तियां थोड़े से पानी के साथ चबाएं। बेहतर परिणाम के लिए इस प्रक्रिया को रोजाना पांच से छह बार दोहराएं।
मुलेठी
पेट या पाचन समस्याओं के कारण होने वाले अल्सर के लिए, मुलेठी एक ऐसा उपाय है,जो अल्सर का कारण बनने वाले टॉक्सिन से छुटकारा पाने में मदद करता है। इसके लिए मुलेठी की छड़ें 2 कप पानी में उबालें, ठंडा करें और स्वाद के लिए शहद मिलाएं, इससे पाचन तंत्र को साफ करने और मुंह के घावों को ठीक करने में मदद मिलेगी। अगर आप तुरंत आराम पाना चाहती हैं, तो मुलेठी पाउडर को शहद के साथ मिलाकर घाव पर लगाएं
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल

मुंह के छालों के लिए आम वजह क्या होती है ?
आमतौर पर आयरन और बी 12 की कमी की वजह से यह होता है।कई बार किसी खाने से एलर्जी या फिर ओरल हेल्थ का सही ढंग से ध्यान रखना भी इसकी वजह बन जाता है।
क्या खानपान में कुछ शामिल करना फायदा पहुंचा सकता है ?
ऐसा कोई विशिष्ट भोजन नहीं है ,जो मुंह के छालों की रोकथाम की गारंटी दे सके। हालांकि, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर संतुलित आहार बनाए रखने से ओरल हेल्थ में मदद मिल सकती है और मुंह के अल्सर के बढ़ने की संभावना कम हो सकती है। इसके अलावा, मसालेदार, एसिडिक खाने वाले चीजों से परहेज करना फायदेमंद हो सकता है, जो मुंह में जलन पैदा करते हैं।
मुंह के छालों के लिए कौन सा फल अच्छा है?
कुछ फल अपनी हाई विटामिन सी कंटेंट और हीलिंग गुणों के कारण मुंह के छालों के लिए सुखदायक और फायदेमंद हो सकते हैं। कुछ उदाहरणों में केले, पपीता, कीवी और खरबूजे शामिल हैं। ये फल नरम, नॉन ऐसिडिक होते हैं, जो जलन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।
मुंह के छालों को ठीक होने में कितना समय जाता है ?
अधिकांश मुंह के छाले आमतौर पर हानिरहित होते हैं और 10 से 14 दिनों के भीतर अपने आप ठीक हो जाते हैं। अन्य प्रकार के मुंह के छालों जैसे दाद सिंप्लेक्स संक्रमण या मुंह में त्वचा पर चकत्ते के कारण होने वाले छालों के लिए जरूरी उपचार की आवश्यकता होती है।
मुंह के छालों से बचने के लिए क्या उपाय अपनाना जरूरी है?
एक अच्छी ओरल हेल्थ का पालन करें।रात को सोने से पहले मुलायम ब्रिसल्स वाले टूथब्रश से अपने दांतों को ब्रश करें। अपने दांतों को अच्छी तरह से धोएं, ताकि ओरल हेल्थ अच्छा रहे और आपसे अल्सर की समस्या दूर रहे।