सफेद आलू हर रसोई का मजबूत हिस्सा है। रसोई घर में आलू की टोकरी न हो, तो सब्जी का स्वाद अक्सर अधूरा-सा लगता है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि सफेद आलू के साथ लाल आलू भी सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना गया है। लाल आलू और सफेद आलू दोनों ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन इनके पोषण गुण एक दूसरे से अलग होते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं।
लाल आलू में पाए जाने वाले गुण

लाल आलू और सफेद आलू दोनों में अधिक मात्रा में फाइबर होता है, जो कि पाचन तंत्र को सही तरीके से काम करने में मदद करता है और साथ ही पेट में होने वाली कब्ज की समस्या को भी कम करने में मदद करता है। यह भी जान लें कि लाल आलू में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो कि शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। इससे कई बीमारियों के खतरे को में कम किया जा सकता है। लाल आलू में पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है,जो कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। मांसपेशियों के कार्य को संतुलित रखता है।
सफेद आलू में पाए जाने वाले गुण

.सफेद आलू का अगर सही तरीके से सेवन किया जाए, तो यह सेहत के लिए फायदेमंद मानी गई है.। सफेद आलू के सेवन से शरीर को ऊर्जा मिलती है, बच्चों, खिलाड़ियों और शारीरिक मेहनत करने वालों के लिए बहुत उपयोगी। सफेद आलू को विटामिन सी का अच्छा जरिया माना गया है। इससे इम्यूनिटी भी बढ़ती है। इसको खाने के बाद भूख भी कम लगती है।हालांकि सफेद आलू का सेवन सही तरीके से करना चाहिए। इसके लिए उबला हुआ आलू सही पर्याय है। मूंगफली और सेंधा नमक के साथ इसे उपवास में खाया जा सकता है।
लाल आलू और सफेद आलू से सेहत को मिलने वाला फायदा

लाल आलू का सेवन भी उबाल कर करना चाहगिए। लाल आलू को अधिक तलना नहीं चाहिए। लाल आलू बहुत अधिक तला हुआ या अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से वजन बढ़ सकता है, इसलिए संतुलन बनाए रखें। लाल आलू में उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट (स्टार्च) होता है, जो शरीर को त्वरित और स्थायी ऊर्जा प्रदान करता है।सफेद आलू एनर्जी और विटामिन C के लिए अच्छा है, लेकिन ज्यादा मात्रा में न खाएं, खासकर अगर आप डायबिटीज हैं या वजन कम करना चाहते हैं।
आलू को खाने से पहले जरूरी सावधानी

आलू एक लोकप्रिय और पोषण से भरपूर सब्जी है, लेकिन लाल और सफेद आलू के सेवन को लेकर आपको कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए। अंकुर निकले हुए या हरे रंग वाले आलू में जहरीला तत्व होता है, जो कि पेट दर्द, उल्टी या फिर सिरदर्द की समस्या पैदा कर सकते हैं। आलू को अधिक तेल में तल कर सेवन न करें। जैसा कि हम बता चुके हैं कि उबला हुआ या फिर भुने हुए आलू का ही सेवन करें, यह आपके लिए अच्छा होगा।
आलू को छिलके के साथ खाना सही

यदि आप आलू का छिलका भी खाते हैं, जो कि फाइबर के लिए अच्छा होता है, तो उसे अच्छी तरह से धो लें। छिलके पर मिट्टी या कीटनाशक होते हैं जो कि बैक्टीरिया हो सकते हैं। कटे हुए या उबले हुए आलू को हवा में अधिक समय के लिए खुला न रखें। इसमें जल्दी ही बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं।