क्रिसमस का जश्न बस शुरू ही होने वाला है। क्रिसमस के सेलिब्रेशन के साथ आता है प्लम केक, रम केक, चॉकलेट, रम बॉल और दूसरी स्वीट डिशेज। जो टेस्ट में भले ही बेस्ट हो लेकिन हेल्थ पर प्रभाव वर्स्ट करती है। खासकर यह शरीर में शुगर की मात्रा को बढ़ा देती है और शुगर का बढ़ना मतलब कई बीमारियों को बढ़ावा देने जैसा है। ऐसे में आइये जानते हैं कि क्रिसमस के सेलिब्रेशन में किस तरह से खानपान का विशेष ख्याल रखना है ताकि शुगर का लेवल ना बढ़े।
अपना गोल सेट करें

आमतौर पर लोगों की यह सोच होती है कि फेस्टिवल साल में एक बार आते हैं, तो थोड़ी बहुत चीटिंग बनती है। वैसे थोड़ा बहुत छूट आप अपने खान-पान में रख सकती है, लेकिन इसके लिए आप अपना गोल खुद सेट करें। उदाहरण के लिए खुद ही यह तय करें कि क्रिसमस डिनर के दौरान मैं केवल केक का एक टुकड़ा या इस स्वीट डिश को ही खाऊंगी। यह सुनिश्चित करें कि चीनी के अधिक सेवन से बचने के आपके गोल रियल होने के साथ-साथ आपके जीवनशैली के अनुकूल भी हो। सिर्फ यही नहीं क्रिसमस के पहले, अपने परिवार और दोस्तों को भी अपने इस गोल के बारे में बताएं ताकि वे आपको इस दौरान पूरी तरह से सपोर्ट कर सकें। सपोर्ट से चीजें आसान हो जाती है। हो सकें तो अपने लाइफ पार्टनर को भी इसमें जोड़ें।
देर तक खाली पेट ना रहे
मीठे के सेवन से बचना है, तो थोड़े-थोड़े अंतराल पर कुछ हेल्थी खाते रहे। दरअसल लंबे समय तक खाली पेट रहने के कारण, शरीर में ग्लूकोस की कमी हो जाती है। ऐसी स्थिति में हमें जो भी मीठी चीज दिखती है, हम उसे ज्यादा मात्रा में खा लेते हैं। इसलिए जरूरी है कि मीठे के ओवरडोज से बचने के लिए समय पर अपनी डाइट लेती रहें और लंबे समय तक भूखी न रहें।
हेल्दी विकल्प चुनें

क्रिसमस के दिन के दौरान हाई कार्बोहाइड्रेट, हाई शुगर वाले फूड्स से दूर रहे। ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर करने के लिए भोजन से पहले और बाद में प्रोटीन और फाइबर के सेवन को प्राथमिकता दें। यह शुगर के अत्यधिक उतार-चढ़ाव को रोकता है और अच्छे हेल्थ को बढ़ावा देता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का विकल्प चुनें जैसे केक, मिठाइयां, चॉकलेट और बिस्कुट का सेवन सीमित करें और इसके बजाय स्वादिष्ट व्यंजनों का चयन करें। उदाहरण के लिए, पनीर बोर्ड, क्रिसमस पुडिंग या ट्रीकल टार्ट अच्छा विकल्प है। इसके अलावा भी आपको कई और टेस्टी और हेल्थी विकल्प मिल जाएंगे, जिसमें शुगर ना के बराबर होगा लेकिन टेस्ट में बेस्ट होगा।
अल्कोहल पर रखें कंट्रोल
क्रिसमस पार्टी का सीधा मतलब है सेलिब्रेशन और आमतौर पर सेलिब्रेशन को लोग अल्कोहल पीने से भी जोड़ लेते हैं। अच्छे खाने के साथ-साथ पसंदीदा वाइन उनके क्रिसमस के सेलिब्रेशन को दुगुना करती है, लेकिन वह भूल जाते हैं कि यह सेलिब्रेशन को नहीं बल्कि उनके ब्लड शुगर को दुगुना बढ़ाती है। जानकारों की मानें तो शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए अल्कोहल पर कण्ट्रोल जरुरी हैं, तो इस क्रिसमस अल्कोहल पर कंट्रोल रखें।
मीठे पेय पदार्थों से दूरी भी है जरुरी

अगर आप वाइन नहीं पी सकती हैं, इसका मतलब ये नहीं कि आप सॉफ्ट ड्रिंक, कोल्ड ड्रिंक या पैकेट वाले फ़ूड जूस पी सकती हैं। दरअसल इन पेय पदार्थों में बड़ी मात्रा में चीनी होती है। गौरतलब है कि इनका अधिक मात्रा में सेवन करना आसान है, खासकर यदि आप प्यासे हैं। अगर आपको कोल्ड ड्रिंक का छोटा गिलास भी पीना है, तो आप उसको पीने से पहले जमकर पानी पी लें, जिससे आप कोल्ड ड्रिंक बहुत कम पी पाएंगी। यह आपको कम चीनी खाने में मदद करने के साथ-साथ, आपका शरीर अगले दिन आपको धन्यवाद भी देगा।
हमेशा खुद को हाइड्रेटेड रखें
यह बात शोध में आयी है कि पानी न केवल आपके सिस्टम को हाइड्रेट करता है, बल्कि पेशाब के माध्यम से अतिरिक्त शुगर को भी बाहर निकालता है। यही वजह है कि ज्यादा मीठा खाने के बाद पानी पीने की सलाह दी जाती है, तो क्रिसमस के शुरू होने से कुछ दिन पहले खूब सारा पानी पीना शुरू कर दें। खूब पानी पीने के साथ - साथ डिटॉक्स वाटर इसमें आपकी बहुत मदद कर सकता है। डिटॉक्स वाटर से अपने पाचन तंत्र को डिटॉक्स करना फायदेमंद साबित हो सकता है। उदाहरण के लिए, नींबू पानी पाचन में सहायता कर सकता है और सिस्टम को साफ करने में मदद कर सकता है। अदरक की चाय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल असुविधा को कम करने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी भी हेल्थ में योगदान करती है।
दवा न भूले

क्रिसमस के सेलिब्रेशन में अपनी दवाइयां लेने में बिलकुल भी कोताही न करें। अपने डॉक्टर के निर्देशानुसार दवाइयां लेती रहे। मधुमेह रोगियों के लिए एक दिन की भी दवा छोड़ना उचित नहीं है। समय-समय पर अपने ब्लड शुगर के स्तर की जांच करने के लिए एक ग्लूकोमीटर भी अपने साथ रखें। इससे आपको अपने खानपान में परहेज के लिए सहूलियत होगी।
एक्सरसाइज हर दिन
शारीरिक गतिविधि स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह शुगर को भी कंट्रोल रखता है। क्रिसमस की तैयारियों के बीच चाहे कितनी भी व्यस्तता क्यों ना हो। आप नियमित एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल जरूर करें। इसके साथ ही अब हर मील के बाद तेज ब्रिक्स वॉक पर जाना शुगर के बढ़ने की असुविधा को जल्द से जल्द खत्म कर सकती है।
तनाव से करें खुद का बचाव
आमतौर पर किसी भी फेस्टिवल की व्यस्तता के साथ तनाव का जुड़ना आम होता है। क्रिसमस भी इससे अछूता नहीं है। एक शोध में यह बात आयी है कि तनाव से जुड़ा हार्मोन कोर्टिसोल शुगर क्रेविंग को बढ़ाता है। ऐसे में ध्यान और योग के जरिये खुद को तनाव से दूर रखिये।
भरपूर नींद लें
क्रिसमस अपने दोस्तों और परिवार के साथ मेलजोल बढ़ाने और जुड़ने का बहुत अच्छा समय माना जाता है। जिस वजह से इस अच्छे समय के दौरान समय का ख्याल भी नहीं रहता है, लेकिन इस सब में आपका शरीर जरूर थक सकता है। आपकी नींद के शेड्यूल में अड़चन का मतलब आपकी हेल्थ में अड़चन। यह बात कई रिसर्च में भी सामने आयी है कि नींद पूरी नहीं होने पर इसका साइड इफेक्ट्स हमारे शुगर लेवल से लेकर हर चीज पर होता है, तो भरपूर नींद लें।
सबसे ज्यादा पूछे जानेवाले सवाल

शुगर पेशेंट को मीठे में क्या खाना चाहिए?
हनी, यानी कि शहद भी मधुमेह के मरीजों के लिए चीनी की जगह एक स्वस्थ विकल्प हो सकता है। इसमें मीठे स्वाद के अलावा कई पोषक तत्व भी होते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट डायबिटीज को कंट्रोल रखने के साथ कई बीमारी से बचाव में भी मदद करते हैं।
कुछ खाद्य पदार्थों के नाम बताएं जो शुगर की क्रेविंग को कम करने में मदद करते हैं?
चिया सीड्स , डार्क चॉकलेट, जामुन, फल, योगर्ट आदि कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं, जो शुगर क्रेविंग को नियंत्रित करते हैं।
अक्सर मीठा खाने के तुरंत बाद पानी पीने की सलाह क्यों दी जाती है?
पानी न केवल आपके सिस्टम को हाइड्रेट करता है, बल्कि पेशाब के माध्यम से अतिरिक्त शुगर को भी बाहर निकालता है और यही वजह है कि ज्यादा मीठा खाने के बाद पानी पीने की सलाह दी जाती है।