गर्मी के मौसम में हम सभी अक्सर हीट रैश का शिकार हो जाते हैं। पसीने और धूप में अधिक रहने के कारण हिट रेस आम लेकिन सबसे अधिक परेशान करने वाली समस्या बन जाती है। ऐसे में आपको कुछ जरूरी सावधानी करनी है। इसे अपना कर आप आसानी से गर्मी में हीट रैश से खुद को बचा सकती हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
गर्मी में पानी का अधिक से अधिक सेवन करें

गर्मी में यात्रा के दौरान या फिर घर में काम करने के दौरान शरीर से पसीना निकलता है। यदि हम इस खोए हुए पानी की पूर्ति नहीं करते, तो डिहाइड्रेशन हो सकता है, जिससे चक्कर आना, थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि हमें अधिक से अधिक पानी का सेवन करना चाहिए। पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है। इसके साथ पानी शरीर के तापमान को संतुलित करने में मदद करता है। जब हम पसीना बहाते हैं, तो शरीर ठंडा होता है। पर्याप्त पानी न पीने पर शरीर की ठंडक बनाए रखना मुश्किल हो जाता है, जिससे हीट स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ जाता है। पानी पर्याप्त मात्रा में पीने से पाचन ठीक रहता है और कब्ज की शिकायत कम होती है। गर्मी में त्वचा रुखी और बेजान हो सकती है। पानी पीने से त्वचा हाइड्रेट रहती है। यदि शरीर में पानी की कमी होती है, तो व्यक्ति जल्दी थक जाता है और कमजोरी महसूस करता है। इसके अलावा, पानी का पर्याप्त मात्रा में सेवन करने से किडनी की सेहत भी बनी रहती है। ऐसे में दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी का सेवन जरूर करना चाहिए। जब भी बाहर जाएं, तो अपने साथ पानी जरूर रखें। नारियल पानी, शिकंजी, बेल का शरबत, जलजीरा और छाछ जैसे पेय पदार्थों का सेवन करें।
गर्मी में सही कपड़े का करें चुनाव

गर्मी में आप किस तरह के कपड़े पहनते हैं, यह भी आपको हिट स्ट्रोक से काफी हद तक बचाता है। गलत कपड़े पहनने से शरीर में घमौरियां, एलर्जी, अत्यधिक पसीना और यहां तक कि हीट स्ट्रोक जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसे में हमारे लिए सही तरीके के कपड़े का चुनाव करना बेहद जरूरी होता जाता है। हमेशा हल्के और ढीले कपड़े पहनें। टाइट कपड़े त्वचा से चिपकते हैं और पसीना सूखने नहीं देते, जिससे घमौरियां और खुजली हो सकती हैं। ढीले कपड़े पहनने से पसीना जल्दी सूख जाता है। शरीर को भी खिला पर मिलता है। हमेशा कॉटन, सूती, लिनन, रेयान या फिर खादी का उपयोग गर्मी के मौसम मे अधिक से अधिक करें। अगर आप घर से बाहर जा रही हैं, तो इसी तरह के कपड़ों को पहनना गर्मी के मौसम आपको राहत दे सकता है। पॉलिएस्टर, नायलॉन, सिल्क और रेशमी कपड़ों का उपयोग न करें। स्टाइलिश दिखने के चक्कर में टाइट जीन्स, सिंथेटिक टॉप या भारी कपड़े पहनना नुकसानदायक हो सकता है। ध्यान दें कि गर्मी में फैशन का मतलब हल्के, ढीले और सांस लेने वाले कपड़े पहने होना चाहिए।
सनस्क्रीन का इस्तेमाल, सूरज की किरणों से बचाव करना जरूरी

देखा जाए, तो आपको हर मौसम में सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन गर्मी के मौसम में इसे सबसे जरूरी माना गया है। गर्मी के मौसम में सूरज की तेज़ किरणें त्वचा पर सीधा प्रभाव डालती हैं, जिससे सनबर्न, टैनिंग, झुर्रियां, दाग-धब्बे और यहां तक कि स्किन कैंसर तक का खतरा हो सकता है। ऐसे में सनस्क्रीन का इस्तेमाल आपकी त्वचा की रक्षा का एक बेहद जरूरी और प्रभावी तरीका है। सनस्क्रीन में ऐसे तत्व होते हैं, जो कि आपकी त्वचा की सुरक्षा करते हैं। यह सूरज की किरणों से आपको सुरक्षित रखता है। सनस्क्रीन के कारण सनबर्न से बचाव होता है। तेज धूप में बिना सनस्क्रीन के निकलने पर त्वचा लाल, इंफ्लेमेट्री हो जाती है। ऐसे में सनस्क्रीन आपके लिए सुरक्षा कवच बनती है। सनस्क्रीन लगाने से टैनिंग भी कम होती है।। साथ UV किरणें त्वचा की कोलेजन पर असर डालती हैं, जिससे झुर्रियां और झाइयां जल्दी दिखने लगती हैं। सनस्क्रीन झुर्रियों को बनने से रोकने में सहायक है। अधिक धूप के समय घर से बाहर निकलने से बचे और अगर निकलना भी पड़ता है, तो पूरी सुरक्षा के साथ निकलें। सूरज की सीधी किरणों से बचने के लिए छाता या चौड़ी टोपी पहनें। UV प्रोटेक्टेड सनग्लास से आंखों को बचाएं।गर्मियों में धूप से सुरक्षा के लिए सिर्फ छाया में रहना काफी नहीं है। सनस्क्रीन का नियमित और सही इस्तेमाल आपकी त्वचा को स्वस्थ, साफ और युवा बनाए रखने में मदद करता है। यह गर्मियों की सबसे जरूरी स्किन केयर आदतों में से एक है। ध्यान दें कि आप अपनी स्क्रीन के अनुसार अपने लिए सनस्क्रीन खरीद सकती हैं।
गर्मी के मौसम में ठंडी जगह पर रहना

हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, थकान और चक्कर जैसी समस्याएं गर्मी में हो सकती हैं। ठंडी जगह पर रहकर इन सबसे खुद को बचाया जा सकता है। तेज गर्मी में शरीर से अधिक पसीना निकलता है, जिससे पानी और नमक की कमी हो सकती है। ठंडी जगह में रहने से पसीना कम आता है और शरीर में पानी की मात्रा बनी रहती है। ठंडी, हवादार और अंधेरी जगह में अच्छी नींद आती है, इसलिए सोने के लिए हमेशा ठंडी जगह का चयन करें। आप घर को ठंडा रखने के लिए कुछ जरूरी उपाय कर सकती हैं। इसके लिए सुबह और रात को खिड़कियां खोलें ताकि ठंडी हवा अंदर आए। दोपहर में पर्दे और खिड़कियां बंद रखें। इससे धूप की रोशनी से कमरा गर्म नहीं होगा। खिड़कियों पर मोटे और हल्के रंग के पर्दे लगाएं जो गर्मी रोकें। एसी और कूलर का तापमान बहुत कम न रखें। अगर एसी नहीं है, तो गीले कपड़े को पानी में भिगोकर आप इसे खिड़की के पास लटका सकती हैं, इससे भी आपको ठंडी हवा मिलेगी। ठंडक देने वाले इंडोर प्लांट लगाएं। अपने घर की फर्श पर पानी का हल्का छिड़काव करें। दीवारों पर गीला कपड़ा लटकाने पर भी आपको ठंडक मिलेगी।
गर्मी में हल्के और पोषण युक्त भोजन का सेवन करना

गर्मी में हल्के खाने का सेवन करना फायदेमंद रहता है। गर्मी के मौसम में हमारा पाचन तंत्र थोड़ा धीमा हो जाता है और शरीर अधिक ऊर्जा का उपयोग शरीर को ठंडा रखने में करता है। ऐसे में हल्का और पोषण युक्त भोजन न केवल पचाने में आसान होता है, बल्कि शरीर को तरोताजा रखने, ऊर्जा देने और डिहाइड्रेशन से बचाने में भी मदद करता है। भारी, तला-भुना और मसालेदार खाना गर्मी में जल्दी नहीं पचता। इससे गैस, अपच और पेट की जलन हो सकती है। गर्मी में शरीर से अधिक मात्रा में पसीना निकलता है। ऐसे में ऐसा भोजन जरूरी है, जिसमें पानी की मात्रा ज्यादा हो। ठंडी तासीर वाली और फाइबर युक्त सब्जियों का सेवन करना चाहिए, जैसे- भिंडी, लौकी, परवल, तोरई, करेला। साथ ही सलाद को भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिए। तरबूज, खरबूजा, आम (सीमित मात्रा में), पपीता, जामुन और लीची का सेवन करना चाहिए। इससे शरीर को ठंडक मिलती है और विटामिन्स भी मिलते हैं। चावल, दलिया, मूंग दाल, खिचड़ी और दही-चावल जैसे हल्के खाने का सेवन रात में करना चाहिए। शरीर को ठंडक देने के लिए दही, छाछ, लस्सी का सेवन करना चाहिए। नारियल पानी, नींबू पानी, बेल का शरबत, जलजीरा और आम पन्ना भी आप पी सकती हैं।