सायनस की समस्या इन दिनों आम बात हो गई है। डॉक्टर की सलाह पर इसका कई तरीके से इलाज किया जाता है। सायनस में यह होता है कि इससे सिरदर्द, बंद नाक, चेहरा भारी लगना, गले में बलगम और कई बार बुखार की समस्या होती है। कई बार ऐसा होता है कि सायनस की समस्या अचानक परेशान करने लगती है। ऐसे में आप कुछ घरेलू उपाय कर सकती हैं। घरेलू नुस्खे के जरिए आप सायनस की समस्या को प्राकृतिक रूप से कम करने में मदद कर सकती हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
भाप लेने से होगा आराम

जानकारों का कहना है कि भाप लेने से सायनस की समस्या से आराम पाया जा सकता है। हालांकि भाप लेना साधारण तरीके से नहीं, बल्कि गर्म पानी में 2 से 3 बूंद नीलगिरी या फिर पुदीना का तेल डालकर आपको इसका भाप लेना है। यह तेल आपको मेडिकल पर आसानी से मिलता है। ध्यान दें कि भाप लेने के दौरान आपको तौलिए से अपने सिर को ढक कर भाप लेना है। ऐसा करने से भाप चारों तरफ फैल नहीं पाती है और आपके चेहरे और नाक के करीब रहती है। आयुर्वेद के अनुसार भाप लेने से यह होता है कि बलगम ढीला होता है और सायनस प्रेशर को कम करता है।
गले को दें आराम

सायनस के दौरान बहुत जरूरी है कि गले को आराम देना चाहिए। इस दौरान एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक और चुटकी भर बेकिंग सोडा मिलाना है। इसके बाद ड्रॉप के माध्यम से धीरे-धीरे एक नाक के छिद्र में डालें और दूसरी तरफ से बहने दें। इससे नाक की सफाई होती है और साइनस में आराम मिलता है। ध्यान दें कि किसी जानकर के मार्गदर्शन में ही इस क्रिया को करें। अकेले इस क्रिया को न करें।
अदरक -तुलसी चाय

मसालेदार चाय इस दौरान आपके सायनस पर आपके लिए राहत का काम कर सकती है। आप अदरक और तुलसी की मदद से कुछ खास चाय पी सकती हैं। इसके लिए एक कप पानी में अदरक-तुलसी और 1 लौंग डालकर उसे उबालें। फिर इस पानी को अच्छी तरह से पक जाने दें और फिर उसमें शहद को मिलाएं। आप इस चाय का सेवन गर्म ही करें। अदरक और तुलसी की चाय सायनस और सिरदर्द में अच्छी तरह से काम करती है। हालांकि तकलीफ बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
गर्म पेय और हल्का भोजन

आप सायनस से खुद को राहत देने के लिए गर्म सूप, हल्दी वाला दूध, अदरक की चाय लें। ठंडा, तला-भुना और डेयरी उत्पाद (जैसे पनीर, दही) कम करें क्योंकि ये बलगम बढ़ाते हैं। साइनस की समस्या होने पर आपको सादा भोजन करना चाहिए या फिर आपको साइनस की समस्या रहती है, तो अपने खान-पान में तली हुई चीजों को शामिल न करें। आप खाने में लहसुन का उपयोग बढ़ाएं। आयुर्वेद के अनुसार साइनस के लिए लहसुन काफी फायदेमंद है।
योग और व्यायाम
अनुलोम-विलोम, कपालभाति और भ्रामरी प्राणायाम सायनस में बहुत लाभकारी हैं। इससे नाक की नली साफ होती है और मस्तिष्क को ऑक्सीजन ज्यादा मिलती है।