कई लोग ऐसे हैं, जो किन नवरात्रि के दिनों में व्रत रखते हैं। लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि व्रत के बाद फिर से अपने रूटीन में वापस आने पर शरीर में कई तरह की समस्या पैदा होने लगती हैं। साथ ही खाने और डाइट को लेकर कई तरह की गलतियां भी हो जाती हैं। नवरात्रि के पावन दिनों में कई लोग उपवास रखते हैं। उपवास शरीर को हल्कापन और मन को शांति देता है। लेकिन अक्सर उपवास खत्म होने के बाद अचानक तली-भुनी और भारी चीज़ें खाने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है, जिससे गैस, एसिडिटी, कब्ज़ या थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए उपवास के बाद सामान्य आहार पर धीरे-धीरे और समझदारी से लौटना जरूरी है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं अमिता तांबेकर से। अमिता ने बताया है कि किस तरह आपको व्रत खत्म करने के अगले दिन से अपने खान-पान का अच्छी तरह से ध्यान रखना चाहिए।
धीरे-धीरे नॉर्मल डाइट पर लौटें

अमिता का कहना है कि उपवास के बाद तुरंत आपको अपने खान-पान में भारी चीजों को शामिल नहीं करना है। यह बहुत जरूरी है कि नवरात्रि के 9 दिन के उपवास के बाद आपको एक योजना के साथ अपनी खाने की थाली को तैयार करना चाहिए। इसलिए जरूरी है कि उपवास के बाद तुरंत भारी खाना न खाएँ। शुरुआत हल्के और आसानी से पचने वाले भोजन से करें जैसे खिचड़ी, दही-चावल, मूंग दाल का सूप। यह सारी चीजें आपकी सेहत के लिए सही होंगी। अगर आप इसके बजाए हैवी खाना यानी कि मसालेदार सब्जी या फिर पूड़ी खाती हैं, तो इससे आपकी पाचन शक्ति पर असर पड़ता है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप व्रत खत्म होने के अगले दिन खिचड़ी या फिर हल्का भोजन करें।
हाइड्रेशन पर ध्यान दें

अमिता ने बताया कि व्रत खोलने के बाद और व्रत के दौरान हाइड्रेशन का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी हो जाता है। उपवास के दौरान शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो सकती है। नारियल पानी, छाछ, सूप और सादा पानी पर्याप्त मात्रा में लें। व्रत में हाइड्रेशन बनाए रखने के लिए सबसे पहले 2 से 3 गिलास पानी व्रत शुरू होने से पहले जरूरी पिएंं। नारियल पानी. नींबू पानी या सौंफ का पानी भी पी सकती हैं। फल में आप तरबूज, खीरा, सेब, अंगूर आदि चीजों का सेवन कर सकती हैं। व्रत खोलने के दौरान आपको सबसे पहले गुनगुना पानी, नींबू पानी और नमक पिएं। इससे यह होगा कि शरीर में ताकत बनी रहती है। फल में पपीता, संतरा और मौसमी फलों का सेवन कर सकती हैं। दूध या छाछ भी आपके खाने के लिए एक अच्छा विकल्प है। खासतौर पर गर्मियों में। व्रत के दौरान चाय, कॉफी का सेवन अधिक न करें। बहुत अधिक ठंडा पानी न पीएं। बाजार के पैकेज्ड जूस से भी दूरी बनाएं। इसमें शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है।
उपवास के बाद प्रोटीन जरूरी है

अमिता का कहना है कि उपवास के बाद भी प्रोटीन बहुत जरूरी है। उनका कहना है कि कमजोरी और मांसपेशियों को रिकवरी देने के लिए प्रोटीन-युक्त आहार लें—दालें, पनीर, दही, अंकुरित अनाज, दही–कढ़ी, और बादाम/अखरोट जैसे नट्स। आप यह भी कर सकती हैं कि व्रत के बाद हल्का, बिना मसाले का पनीर या फिर गुनगुना दूध भी पी सकती हैं। दही के साथ फल का भी सेवन कर सकती हैं। आप व्रत के बाद प्रोटीन के लिए मूंग दाल, पनीर, राजमा, मसूर दाल, ओट्स और दूध का सेवन कर सकती हैं। व्रत के बाद प्रोटीन लेना शरीर को ऊर्जा, ताकत और संतुलन वापस दिलाता है। यदि आप संतुलित तरीके से प्रोटीन + फाइबर + पानी लेते हैं, तो व्रत के बाद की थकावट, कब्ज और कमजोरी से आसानी से बच सकते हैं।
डिटॉक्स को सपोर्ट करें

फलों, सब्जियों, ग्रीन टी और सूप जैसे हल्के भोजन शरीर को डिटॉक्स करने और इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करेंगे। साथ ही आपको यह भी ध्यान रखना है कि खाने के लिए संतुलित प्लेट तैयार करना है। इसमें आपको ध्यान रखना है कि किस चीज को कितनी मात्रा में खाना है। आपके लिए जरूरी है यह समझना कि आधे हिस्से में सब्जियां व सलाद, एक चौथाई में प्रोटीन (दाल/पनीर/दही), और एक चौथाई में अनाज (चपाती/चावल/मिलेट्स) को शामिल करें। साथ ही आपको यह भी ध्यान रखना है कि नवरात्रि उपवास के बाद शरीर को पानी और संतुलित आहार की जरूरत होती है। धीरे-धीरे सामान्य डाइट पर लौटें, पानी और फाइबर पर्याप्त लें, और तैलीय-भारी भोजन से बचें। ऐसा करने से न केवल पाचन सही रहेगा बल्कि ऊर्जा और तंदुरुस्ती भी बनी रहेगी। याद रखें कि , “उपवास अनुशासन सिखाता है, और सही खानपान स्वस्थ बनाए रखता है। खानपान अगर अनुशासित रहे तो स्वास्थ्य भी बना रहता है।
एक साथ ज्यादा न खाएं

अमिता कहती हैं कि उपवास टूटने के बाद लोग अक्सर ओवरईटिंग कर लेते हैं। छोटे-छोटे हिस्सों में 4-5 बार भोजन करें, ताकि पेट पर ज़ोर न पड़े। इसके साथ ही बहुत जरूरी है कि आप मसालेदार और तले हुए अथवा मीठे पदार्थों से परहेज करें पहले कुछ दिन तक गहरे तले हुए, तीखे और मीठे खाद्य पदार्थ से बचें। इससे एसिडिटी और अपच का खतरा कम होगा। साथ ही आपको यह समझना होगा कि कई दिनों के उपवास के बाद आपको खुद को धीरे-धीरे गति में लाना है।
लंबे उपवास के बाद कब्ज की समस्या
अमिता कहती हैं कि लंबे उपवास के बाद कब्ज की समस्या हो सकती है। इसके लिए साबुत अनाज , मिल्लेट्स हरी सब्जियां और फल (सेब, पपीता, अमरूद) धीरे-धीरे शामिल करें। आपको यह ध्यान रखना है कि व्रत खोलते समय धीरे-धीरे भोजन शुरू करें। साथ ही आपको दलिया, फलों का जूस, खीरा और तरबूज जैसी चीजें खानी हैं। दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी लें ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे। आपके साथ फाइबर और हाइड्रेशन को एक साथ लेना है। अगर आफ सिर्फ फाइबर का सेवन करती हैं और जरूरत के हिसाब से पानी नहीं पीती हैं, तो इससे कब्ज की समस्या बढ़ सकती है। यह भी जान लें कि फाइबर युक्त आहार धीरे-धीरे पाचन को दोबारा सक्रिय करता है और शरीर को संतुलन में लाता है।