योग हर लिहाज से हमारे लिए महत्वपूर्ण है, यह हमारे व्यक्तित्व को तो निखारता ही है, साथ ही यह हमारे मानसिक विकास के लिए भी जरूरी है। तो आइए जानें योग किस तरह से मानसिक विकास को संतुलित करता है।
दिमाग होता है तेज
यह माना जाता है कि जब भी आप वजन उठाती है, तो उससे आपकी मांसपेशियां मजबूत हो जाती हैं और ठीक उसी तरह जब आप योग करती हैं, तो आपके मस्तिष्क के सेल्स भी विकसित होते हैं और उनसे एक नया जुड़ाव होता है। इस कनेक्शन से मस्तिष्क की संरचना के साथ-साथ कार्य में भी परिवर्तन होते हैं और इससे आपकी सीखने और याद रखने की जो स्किल्स हैं, वो बढ़ती जाती है। दरअसल, योग मस्तिष्क के उन हिस्सों को मजबूत बनाता है, जो स्मृति, ध्यान, जागरूकता, विचार और भाषा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
एमआरआई स्कैन और अन्य मस्तिष्क इमेजिंग तकनीक का उपयोग करने वाले अध्ययनों से भी यह बात जाहिर हो चुकी है कि जो लोग नियमित रूप से योग करते थे, उनका सेरेब्रल कॉर्टेक्स और हिप्पोकैम्पस भी बेहतर होता जाता है। शोध से यह भी पता चलता है कि जो लोग योग और मेडिटेशन करते हैं, उन्हें निर्णय लेने में या स्मरण करने में या सीखने और लिखने की प्रतिक्रिया में काफी मदद मिलती है।
मूड को बनाता है बेहतर
योग हर लिहाज से मूड को बेहतर करने का भी काम करता है। दरअसल, योग जो होता है, वह स्ट्रेस (तनाव) हार्मोन के स्तर को कम करके, एंडोर्फिन नामक बेहतर महसूस कराने वाले रसायनों के उत्पादन को बढ़ाकर और आपके मस्तिष्क में अधिक ऑक्सीजन युक्त रक्त पहुंचा कर आपके मूड को बेहतर बना देता है। इसके अलावा, यह गामा-एमिनोब्यूट्रिक एसिड (जीएबीए) नामक मस्तिष्क रसायन के स्तर को बढ़ाकर मूड को प्रभावित करता है, जिससे आप बेहतर महसूस कर सकती हैं।
तनाव और डिप्रेशन से रखता है दूर
योग वर्तमान में या भविष्य में होने वाले स्वास्थ्य से निपटने की बड़ी संभावनाएं रखता है। कई बार सिर्फ मेडिटेशन और योग से आप कई तरह की चिकित्सक या उससे जुड़ी चिंताओं की स्थिति से निबटने के लिए भी मानसिक रूप से आपको तैयार कर देता है। कई बार उम्र के साथ होने वाली या बढ़ने वाली चिंताओं को लेकर जेहन में जो बात रहती है और लोग उसे लेकर भी चिंतित हो जाते हैं, उन्हें भी बेहतर बनाने में योग की भूमिका अहम रहती है। सच्चाई यह है कि एरोबिक या खेल से जुड़ी गतिविधियों से दूर योग मानसिक रूप से आपको बेहतर बना देता है। इसलिए भी योग को काफी महत्वपूर्ण माना जाता रहा है।
दिमाग को रखता है जवां
योग की खूबी यह भी है कि यह बुढ़ापे तक आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य और जीवन शक्ति को बनाए रखने की क्षमता रखता है। जी हां, अध्ययनों से पता चला है कि जो लोग योग और ध्यान का अभ्यास करते हैं, उनका मस्तिष्क अधिक फ्लेक्सिबल होता है, साथ ही मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में भी सुधार होता है, तो यदि आप अपने मस्तिष्क को युवा, अच्छी तरह से ऑक्सीजन युक्त और शांत रखना चाहती हैं, तो योग से अच्छा कुछ नहीं होगा।
नींद को करता है बेहतर योग
योग की यह भी खूबी होती है कि यह नींद को बेहतर बना देता है। अगर खास योग की बात करें तो उत्तानासन एक ऐसा योग है, जिससे नींद आने में मदद मिलती है। इस योगासन में आपको आगे की ओर खुद को झुकाना है, फिर शरीर के पिछले हिस्से को खींचना है। गौरतलब है कि आसन का उद्देश्य आपकी पीठ, गर्दन और कंधों में तनाव को दूर करना है। इसके अलावा, ध्यानात्मक आसन कूल्हों( हिप्स) से राहत देता है और आसन से जुड़ी जागरूकता को भी बढ़ावा देता है। इसके अलावा, सुप्त बद्ध कोणासन, सुप्त मत्स्येन्द्रासन, विपरीत करणी और शवासन जैसे योग खास हैं।