योग करना और जिम जाना यह नए जमाने की नई फिटनेस की राह नहीं है, बल्कि कई सदियों से योग और जिम का इस्तेमाल हम अपनी दिनचर्या में करते आ रहे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि हम अपने हर दिन के कार्य में योग और जिम की एक्सरसाइज करते हैं, लेकिन हम इससे अनजान हैं। एक्सपर्ट के अनुसार अगर हम अपनी घर पर होने वाली क्रियाओं का ध्यान रखें, तो यह योग और जिम का एक हिस्सा है। यहां पर कुछ कॉमन घरेलू एक्सरसाइज हैं, जो योग और जिम दोनों में अपनाई जाती है। आइए जानते हैं विस्तार से।
प्लैंक

प्लैंक ऐसी एक्सरसाइज है, जो कि कई सालों से प्रयोग में ली जा रही है। योग में इसे फलकासन कहते हैं और जिम में यह कोर मसल्स, एब्स और बैक को मजबूत करने के लिए की जाती है। घर पर आप इसे किसी योगा मैट या फिर दरी पर कर सकती हैं। प्लैंक का फायदा यह होता है कि इससे पेट की चर्बी कम होती है और साथ ही रीढ़ की हड्डी भी मजबूत होती है।
स्क्वाट्स

यह ऐसी एक्सरसाइज है, जिसका इस्तेमाल योग और जिम में फिटनेस के लिए किया जाता है। योग में इसे उत्कटासन कहते हैं। जिम में वर्कआउट के लिए बेसिक और जरूरी एक्सरसाइज मानी जाती है। आप घर पर बिना किसी सहारे के इस एक्सरसाइज को कर सकती हैं। स्क्वाट्स पैरों की मसल्स को मजबूत बनाती है। यह जांघ, कमर और घुटनों की ताकत को बढ़ाता है।
ब्रिज पोज

योग में इस पोज को सबसे अधिक पसंद किया जाता है। योग में इसे सेतु बंधासन कहते हैं। इसे खासतौर पर रीढ़ की हड्डी के लिए सही माना जाता है। इस योग क्रिया को करने से पीठ और रीढ़ की हड्डी के लिए अधिक फायदेमंद माना जाता है। जिम में इसे ग्लूट ब्रिज एक्सरसाइज कहते हैं, जो कि हिप्स और कोर मसल्स के लिए सही मानी जाती है। ब्रिज पोज की एक्सरसाइज करने से कमर दर्द में काफी राहत मिलती है और साथ ही यह हिप्स और कोर को मजबूत करने में सहायक माना गया है।
पुश अप्स

योग और जिम के लिए पुश अप्स करना एक आम एक्सरसाइज है। साथ ही इसके बिना योग और जिम में सेहतमंद बनने का सफर शुरू नहीं होता है। जिम में यह बेसिक बॉडी वेट एक्सरसाइज मानी गई है। योग में इसे चित्त भुजंगासन या सूर्य नमस्कार के कुछ चरणों में प्रयोग किया जाता है। इस एक्सरसाइज से पेट की मसल्स को फायदा पहुंचता है। इसके साथ ही हाथ और कंधों को भी मजबूत करता है। क्रंचेस और लेग रेज जिम एक्सरसाइज में पेट और एब्स के लिए किया जाता है। योग में इसे नौकासन और पवनमुक्तासन जैसी क्रियाएं होती हैं। सल
लंजेस

योग में इसे वाॅरियर पोज बोला जाता है यानी कि वीरभद्रासन। जिम में पैरों की मसल्स के लिए किया जाता है। इस एक्सरसाइज से शरीर का बैलेंस सुधारने के लिए किया जाता है। सू्र्य नमस्कार योग में एक कम्पलीट बॅाडी वर्कआउट माना जाता है। जिम में इसे वार्म अप के तौर पर इस्तेमाल करते गैं। यह शरीर को लचीला,फुर्तीला और एक्टिव बनाता है।