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होम / एन्गेज / रिलेशनशिप्स / पेट्स

पेट्स के लिए भी हैं कानून, सभी के लिए जानना है जरूरी

प्राची |  जनवरी 27, 2025

बात अधिकार और कानून की आती है, तो इंसानों के साथ पेट्स के लिए भी कई तरह के कानून हैं। देखा जाए, तो दुनिया में पेट्स लवर्स की कमी नहीं है। आप इससे भी अवगत हो जाएं कि पेट्स को घर पर रखना और एक बच्चे की तरह उनका ध्यान रखना होता है, जो कि आसान काम नहीं है। नवजात बच्चे की तरह पेट्स की सुरक्षा करनी पड़ती है और उनकी भाषाओं को समझना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि पेट्स को पालने के लिए कुछ नियम और कानून होते हैं, जिनके बारे में आपको जानकारी जरूर होनी चाहिए। आइए जानते हैं विस्तार से।

पेट्स के लिए रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी

घरों में पाले जाने वाले पेट्स का रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य माना गया है। पेट्स के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए हर राज्य में नियम बनाए गए हैं। अगर कोई इस नियम का पालन नहीं करता है, तो उस व्यक्ति पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। यह नियम सभी तरह के पालतू जानवरों पर लागू होता है। 

पेट्स रखने के लिए नहीं करेगा कोई इंकार

कई बार ऐसा होता है कि पेट्स को लेकर आपकी हाउसिंग सोसायटी और पड़ोस में आपत्ति जताई जाती है। पेट्स को लेकर यह कानून है कि अगर कोई पेट्स को हटाने की मांग करता है, तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है। माना गया है कि एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया का कहना है कि अगर सोसयटी अथॉरिटी किसी भी व्यक्ति को उनके पालतू को हटाने के लिए कहती है, तो उनके खिलाफ क्रूरता की धारा लगाई जा सकती है।

आवाज करने के कोई जुर्माना नहीं

कई बार लोगों को पेट्स की आवाज से भी दिक्कत होने लगती है। खास तौर पर कुत्ते की भौंकने की आवाज को लेकर कई बार कुछ लोग आवाज उठाते हैं। इसे लेकर यह बता दें कि कुत्ते के भौंकने के खिलाफ या फिर किसी भी पेट्स के आवाज को लेकर कोई भी मामला नहीं बनाया जा सकता है। इसकी वजह यह है कि आवाज करने पेट्स के लिए एक तरह की सामान्य प्रक्रिया है। जिस तरह इंसान आवाज करते है, ठीक इसी तरह पेट्स के लिए आवाज करना उनकी प्रक्रिया का हिस्सा है। इसके खिलाफ कोई भी अपनी आवाज बुलंद नहीं कर सकता है। 

पार्क में घूमने का पेट्स को अधिकार

आपने कई बार सुबह और शाम को पेट्स को अपने मालिक के साथ घूमते हुए जरूर देखा होगा। यह प्रक्रिया भी पेट्स के हर दिन की गतिविधियों का हिस्सा है। ज्ञात हो कि एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया के अनुसार आप अपने कुत्ते और बिल्ली को पार्क या फिर किसी भी तरह के गार्डन में लेकर जा सकते हैं। इसके लिए कोई भी आपत्ति नहीं उठा सकता है, लेकिन पेट्स को पार्क और गार्डन में लाने के लिए एक समय निर्धारित करने की भी योजना है।

पेट्स के काटने पर कार्रवाई

अगर आपका पेट्स खतरनाक है और उसे काटने की आदत है, तो इसे लेकर आपको कोई न कोई उपाय जरूर खोजना होगा। जब भी आप अपने पेट्स को घर से बाहर लेकर जाती हैं, तो उसके मुंह पर जाली वाला मास्क जरूर लगाएं। इससे वह किसी को काट नहीं पायेंगे, क्योंकि यह कानून है कि अगर किसी व्यक्ति को आपका पेट्स काट लेता है, तो इसके खिलाफ आईपीसी की धारा 289 के तहत कार्रवाई हो सकती है। इसके लिए पेट्स के मालिक को जुर्माना भी भरना पड़ सकता है। यहां तक कि जेल भी हो सकती है। 



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