वर्किंग महिलाओं के लिए यह एक कठिन निर्णय होता है, लेकिन उन्हें करना ही पड़ता है कि कई बार समय और अपनी उपस्थिति नहीं रहने की वजह से आपको होने बच्चे के लिए नैनी यानी एक हेल्पिंग हैंड की जरूरत होती है, ऐसे में कैसे अपने बच्चे के लिए आप एक अच्छी नैनी की तलाश कर सकती हैं और क्या बातें आपको ध्यान में रखनी हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
एम्प्लॉयमेंट एग्रीमेंट

जब आप नैनी को काम पर रखते हैं, तो अपनी कानूनी जिम्मेदारियों, कर्मचारी के अधिकारों और स्वस्थ और सुरक्षित कार्य वातावरण बनाए रखने के तरीकों को समझना बेहद जरूरी है। साथ ही यह जानना जरूरी है कि संघीय कानून के तहत नैनी अनुबंध की कानूनी रूप से जरूरत नहीं होती है, लेकिन संघर्ष से बचने और सुरक्षित वातावरण पाने के लिए लिखित समझौता करना सबसे अच्छा है, इसके अलावा जिसमें नौकरी की जिम्मेदारियां, वेतन और लाभ, निर्धारित कार्य घंटे, गोपनीयता, छुट्टियां और समाप्ति खंड शामिल हों। साथ ही, घर के नियमों और व्यक्तिगत सीमाओं के बारे में स्पष्ट रहें। नौकरी की प्रकृति के बावजूद, पेशेवर संबंध बनाए रखना सबसे अच्छा है। भारत में अपने बच्चे के लिए नैनी को काम पर रखना जायज है, लेकिन बाल श्रम कानूनों का पालन करना जरूरी है। जैसे 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को किसी भी व्यवसाय में काम पर रखना प्रतिबंधित है, सिवाय कुछ पारिवारिक-आधारित कामों के। कानून के अनुसार, 14 से 18 वर्ष की आयु के किशोरों को खतरनाक व्यवसायों में काम पर नहीं रखा जा सकता। वहीं बाल श्रम (निषेध और विनियमन) अधिनियम, 1986 के अनुसार भारत में बाल श्रम को नियंत्रित करने वाला प्राथमिक कानून है और उन विशिष्ट व्यवसायों और प्रक्रियाओं की रूपरेखा तैयार करता है, जहां बाल श्रम निषिद्ध है। गौरतलब है कि बाल श्रम कानूनों के उल्लंघन के परिणामस्वरूप नियोक्ताओं के लिए कारावास और जुर्माना सहित दंड हो सकता है।
काम निर्धारित करें

नैनी या फिर किसी भी हाउसिंग हेल्प को रखते हुए इस बात का खास ख्याल रखें कि उन्हें किस काम के लिए रखा गया है, अगर आप उनसे उन कामों के अलावा अधिक या कम काम ले रही हैं, तो इस बात के बारे में भी विस्तार से समझ लें, क्योंकि जो भी महिला यह करती हैं, उन्हें कई बार घर के बाकी काम भी करवाए जाते हैं, जो कि बिल्कुल सही नहीं है। नैनी का काम करने वाली महिलाओं को बच्चे की देखभाल की जिम्मेदारियां दें, इसमें उन्हें बच्चें को नहाना, कपड़े पहनना, शौचालय की दिनचर्या में सहायता करना, झपकी लेने में मदद करना, दैनिक गतिविधियों की निगरानी करना या बच्चे के लिए भोजन की योजना बनाना और तैयार करना शामिल होता है। आपको इस समय बेहद जरूरी है कि आप इन बातों को पहले से स्पष्ट कर लें कि जो भी महिला आएंगी, वह धूम्रपान या अवैध ड्राइविंग लाइसेंस जैसी चीजें न रखें। साथ ही उन्हें समय पर छुट्टी दें, आप उनकी जरूरतों को समझेंगी, वह वे भी समझेंगी, फिर आपके लिए ही सबकुछ करना आसान हो जायेगा।
सीपीआर और फर्स्ट ऐड सर्टिफिकेशन

इस बात को लेकर स्पष्ट रहें कि नैनी पद के लिए आपके आदर्श उम्मीदवार के पास सीपीआर और प्राथमिक चिकित्सा में प्रमाणन होना चाहिए। ये प्रमाणन यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं कि बच्चे के साथ उत्पन्न होने वाली किसी भी आपात स्थिति में वे मदद कर सकें। आपातकालीन स्थितियों के अलावा, बच्चों के साथ, मामूली खरोंच, घुटन का खतरा या कुछ अन्य चिकित्सा स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं और ऐसे मामलों में एक प्रशिक्षित नैनी का होना महत्वपूर्ण है, जो तुरंत कार्रवाई कर सके, प्राथमिक चिकित्सा प्रदान कर सके और पेशेवर मदद ले सकें।
क्रिमनल रिकॉर्ड्स तो नहीं
एक बात का ध्यान आपको जरूर रखना चाहिए कि आप पूरी तरह से बैकग्राउंड चेक करें और आपराधिक रिकॉर्ड और रेफेरेंस वेरिफिकेशन का भी ध्यान रखें, साथ ही यह सुनिश्चित करें कि नैनी का पिछले रिकॉर्ड, जहां उन्होंने काम किया है वह साफ और भरोसेमंद हों। साथ ही, बैकग्राउंड चेक करें कि क्या वे कानूनी रूप से राज्य में रह रहे हैं, और क्या उनके पास चाइल्ड केयर में प्रासंगिक अनुभव है। ऐसे उम्मीदवारों की तलाश करें जो लॉन्ग टर्म पोस्ट के लिए इच्छुक हों और हमारे परिवार के लिए कम से कम एक साल की प्रतिबद्धता बनाने के लिए तैयार हों, क्योंकि इससे आपके जीवन में स्थिरता आएगी।
वेतन कानूनों से अवगत रहें

एक बात का आपको ख्याल रखना ही होगा कि नैनी एक घरेलू कर्मचारी हैं, जिसे संघीय निष्पक्ष श्रम मानक अधिनियम (FLSA) द्वारा संरक्षित किया जाता है। काम किए गए घंटे FLSA के तहत घरेलू सेवा रोजगार पर लागू होते हैं। काम किए गए घंटे तब मान्य होते हैं, जब कोई कर्मचारी 'ड्यूटी पर' होता है। प्रति घंटे न्यूनतम मजदूरी दर राज्य दर राज्य में भिन्न होती है। एक नैनी को ओवरटाइम घंटों के लिए भी भुगतान करने का अधिकार होता है और ओवरटाइम अंतर मजदूरी की गणना अक्सर नियमित प्रति घंटा दर से 1.5 गुना की जाती है।
कैमरा रखना जरूरी
एक बात का ख्याल जो हम नहीं रखते हैं कि हमें नैनी की निगरानी करने के लिए घर में सीसीटीवी कैमरा रखना होगा कर उसका कंट्रोल आप अपने हाथों में रखें कि आप नजर रख सकें कि क्या हो रहा है और क्या नहीं, आपका बच्चा उनके साथ सुरक्षित तो है, क्योंकि इससे आप पूरी तरह से निश्चिंत रह सकेंगी और अपने काम पर फोकस कर पाएंगी।
नैनी का बर्ताव

आपको इस बात का भी ख्याल अच्छी तरह से रखना है और इस बात को नोटिस करते रहना है कि नैनी का बर्ताव कैसा है। अगर वह बच्चे के साथ सही नहीं कर रही है, तो आपको इस पर फौरन ध्यान देना चाहिए और आगे के बारे में सोचना चाहिए कि आप तुरंत किसी और को हायर करें, क्योंकि नैनी का बर्ताव आपके बच्चे के साथ सौम्य तो होना ही चाहिए, नहीं तो आपके बच्चे के साथ भी वह व्यवहार में आ जायेगा और इससे परेशानी बढ़ेगी, इसलिए आपको नैनी के बर्ताव का भी ध्यान रखना ही होगा, साथ ही आप भी नैनी के साथ अच्छा व्यवहार रखें और उन्हें प्यार दें और सम्मान दें, एक बाद जब दोनों का विश्वास एक दूसरे पर स्ट्रांग होगा, तभी वह आपके बच्चे के साथ भी अच्छा बर्ताव करेंगी।