बच्चों के लिए सही भाषा का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी होता है। वे अगर अच्छी भाषा का ध्यान नहीं रखेंगे, तो वे आगे बढ़ने के बारे में भी नहीं सोच पाएंगे। इसलिए आइए जानने की कोशिश करते हैं कि बच्चों को ज्यादा से ज्यादा भाषाएं क्यों सिखानी चाहिए और इसके क्या-क्या तरीके होते हैं।
ज्यादा से ज्यादा बातें करना
कम्युनिकेशन सीखने के लिए या सिखाने के लिए सबसे जरूरी है कि आप अपने बच्चे से बातचीत करें, कम्युनिकेशन रखें, क्योंकि जितनी बातें करेंगे, बच्चे उतना सोचेंगे और समझेंगे और आगे बढ़ने के बारे में सोचेंगे, नयी चीजें सीखेंगे। इसलिए ज्यादा से ज्यादा बातें करना बच्चों से हमेशा ही जरूरी है, इस बात का ख्याल रखना ही है। यह सबसे पहली शर्त है।
मस्तिष्क को बनाती है बेहतर भाषाएं
एक बात का आपको ख्याल जरूर रखना चाहिए कि बच्चे के मस्तिष्क को बेहतर बनाने का काम भाषाएं करती हैं। कई अध्ययन और शोध यह बात दर्शाते हैं कि बच्चों को कई भाषाएं सीखने के महत्व को बढ़ावा देना चाहिए। साथ ही एक से अधिक भाषा सीखना आपके बच्चे के मस्तिष्क को बेहतर बना देता है। साथ ही उनकी याददाश्त में सुधार करता है और उनकी सोच को भी प्रोत्साहित करता है। इसके अलावा, एक बच्चे को विस्तारित परिवार, संस्कृति और इतिहास से जुड़ाव भी महसूस होता है। साथ ही यह भी शोध से नजर आता है कि बच्चे दुनिया की सभी भाषाओं की ध्वनियों को पहचानने और उत्पन्न करने की क्षमता के साथ पैदा होते हैं।
खेल-खेल में भाषाएं सीखें
आजकल छोटे बच्चे को भी अच्छे से एक से अधिक भाषाएं सिखाने की कोशिश की जा रही है। कोई भी भाषा को बेहतर तरीके से सीखने के लिए खेलों को माध्यम बनाने की कोशिश करनी चाहिए। खेल, गाने और किताबों के माध्यम से भाषा निर्माण के माध्यम से बच्चे को मजबूती से भाषा सीखा सकते हैं। यह सच है कि दो भाषाएं बोलना और सीखना किसी भी अन्य कौशल की तरह है और इसके अभ्यास में जाहिर-सी बात है कि समय लगता है। लेकिन जो बच्चे जन्म से ही दो भाषाओं को अनुभव करते हैं और उन्हें बोलना सीख लेते हैं। वे आगे चल कर काफी अच्छा करने की कोशिश करते हैं। इसलिए जरूरी है कि खेल-खेल में ही सही बच्चों को भाषाओं का ज्ञान देना शुरू कर दें।
गाने गाएं
बच्चों को कुछ भी सिखाने का सबसे आसान तरीका होता है कि उन्हें गाने सुनाएं और गाएं, राइम या कविताओं के माध्यम से भी गाने गाए जा सकते हैं और बच्चों को राइम सिखाया जा सकता है। इसलिए कोशिश करें कि अपने बच्चे के साथ जीवन के अनुभव को बेहतर बनाएं और फिर उन्हें भाषा सिखाने के लिए गाने गाने की कोशिश करें। आप कोशिश करें कि उन्हें हिंदी, अंग्रेजी के साथ-साथ एक और भाषा के गाने सिखाएं, ताकि बच्चे खेल-खेल में भाषा अच्छे से सीख लें।
टीवी में फिल्में
आप सर्च करें, खोजें कि वे कौन-कौन सी भाषाएं हैं और उन पर किस तरह की फिल्में बनी हैं, इन्हें सर्च करके बच्चों को दिखाएं, बच्चे इससे भी भाषा सीखने के अच्छे से काबिल बनते हैं। विश्वास रखें ये सारे अभ्यास बच्चों को आगे बढ़ने में काफी मदद करेंगे। आपको बच्चों को टीवी भी अलग-अलग भाषाओं में और अलग-अलग तरह के शोज दिखाने की कोशिश करनी ही चाहिए।
लाइब्रेरी से जुड़ें
बच्चों को साथ में जोड़ने के लिए और उन्हें एक से अधिक भाषाएं सिखाने के लिए जरूरी है कि लाइब्रेरी से जुड़ा करें। लाइब्रेरी में भी कई तरह और कई भाषाओं की किताबें होती हैं, जिन्हें पढ़ कर आपके बच्चे दो भाषाओं का ज्ञान ले सकते हैं। एक साथ कई भाषाओं को सीखने के लिए प्रेरित करें।
ट्यूटर रखें
ट्यूटर की एक खास बात यह भी है कि ट्यूटर रखना भी अच्छा होगा। ट्यूटर रखने से किसी भी भाषा का व्यवहारिक ज्ञान मिलेगा, इसलिए ट्यूटर रखें, उनसे अच्छा ज्ञान मिलेगा और लिखने की भी उनकी क्षमता बढ़ती है। इसलिए जरूरी है कि आप ट्यूटर रखें। ट्यूटर रखना इसलिए भी जरूरी है कि वो आपकी गलतियों को भी सुधारने में मदद करते हैं और फिर आपको आगे के लिए तैयार करते हैं। इसलिए जरूरी है कि अलग-अलग भाषाओं को सीखने के लिए ट्यूटर को रखें।
कम उम्र से ही सिखाना शुरू करें
यह भी बेहद जरूरी है कि कम उम्र में ही इसे सीखना शुरू किया जाये। अपने बच्चे को कम उम्र से ही सिखाना शुरू करें। जितनी जल्दी हो सके अपने बच्चे को दो भाषाएं सिखाना शुरू करें। बच्चे जितनी जल्दी शुरुआत करें, उनके लिए दूसरी भाषा सीखना उनके लिए आसान होता है।इसलिए अपने बच्चे को बचपन से ही दूसरी भाषा सिखाएं।
प्रोत्साहित करें
प्रोत्साहित करना बच्चों के लिए अच्छा होता है। यह जरूरी है, हर दिन अगर वह नयी भाषा में एक शब्द भी सीख रहा है, तो उनका अपने बच्चे की प्रगति के लिए उसकी प्रशंसा करें। उन्हें छोटी-छोटी उपलब्धियों में खुश होने के तरीके सिखाएं। तभी उन्हें कुछ नया करने में मजा आएगा और नयी चीजें सीखने में मजा आएगा। इसलिए इन बातों पर भी जरूर ध्यान दें।
लैंग्वेज सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें
ऑनलाइन कई बच्चों के अनुकूल कार्यक्रम उपलब्ध हैं, जो आपके बच्चे की दूसरी भाषा सीखने की क्षमता को बढ़ाएंगे। इनमें से कई कार्यक्रम इंटरैक्टिव गेम, वीडियो और क्विज के माध्यम से बच्चों को दूसरी भाषा में ढलने के लिए तैयार रहते हैं।