क्या आपकी जिंदगी में भी कोई ऐसा दोस्त या सखी है या सहेली है, जिनसे आपकी दोस्ती दस साल से भी ज्यादा हो चुकी है, अगर ऐसा है तो आपसे धनी कोई नहीं है, ऐसा क्यों कह रहे हैं। आइए जानें विस्तार से।
परिवार जैसे दोस्त

यह बात आपको मान लेनी चाहिए कि यह जो दोस्त है, वह सिर्फ दोस्त नहीं है, बल्कि अब आपका परिवार बन चुका है या परिवार का अहम हिस्सा बन चुकी है, जिससे आप हर तरह की बात शेयर कर सकती हैं। हर तरह के दुख-दर्द बांट सकती हैं। हर तरह की बात शेयर कर सकती हैं और आपके साथ उनके संबंध अब इतने घनिष्ठ हो जाते हैं कि आप उनसे किसी भी बात को कहने में अब हिचकिचाती नहीं हैं और आप अपने परिवार के हर पर्व-त्यौहार या किसी भी फंक्शन में उन्हें न्योता नहीं देते, क्योंकि अब वो परिवार का हिस्सा हैं और परिवार के सदस्यों के साथ अब आपको किसी भी औपचारिकता में फंसने की जरूरत नहीं होती है। यह रिश्ता और गहरा होता जाता है और फिर आपका एक कम्फर्ट जोन आता है। दरअसल, ऐसा मानते हैं कि आप परिवार को नहीं चुनते, लेकिन दोस्त उस परिवार के सदस्य की तरह होते हैं, जिन्हें आप चुनते हैं, वे सिर्फ दोस्त नहीं होते, बल्कि परिवार बन जाते हैं और बिना शर्त प्यार और सपोर्ट देते हैं।
थेरेपी की तरह होते हैं दोस्त
इस बात को भी समझने की बेहद जरूरत है कि दोस्त किसी थेरेपी से कम नहीं होते हैं। इसलिए दोस्त का साथ निभाने की कोशिश करनी चाहिए, अगर दोस्त जितने पुराने हैं और फिर भी आपके साथ हैं, मतलब आप दोनों ही एक दूसरे के लिए किसी थेरेपी से कम नहीं हैं, आपकी जिंदगी की कोई भी परिस्थिति हो या फिर आप किसी ऐसी सिचुएशन से जूझ रहे हैं, तो एक दोस्त आपके पास होता है और आप उससे अपने मन की सारी बात कर सकती हैं और अपने मन को हल्का कर सकती हैं, इसलिए दोस्तों को हमेशा थेरेपी की तरह की मानें और उनको अपनी जिंदगी में हमेशा शामिल करें। फिर आप किसी भी तरह की परिस्थिति से निकलने के लायक होते हैं, आपको अलग से किसी भी तरह की थेरेपी लेने की कभी जरूरत नहीं पड़ेगी और न ही किसी चिकित्सक से मिलना होगा, इसलिए आप खुद को बहुत लकी मानें कि आपकी जिंदगी में दोस्त हैं और जो काफी पुराने दोस्तों में से एक हैं, उन्हें अपनी जिंदगी का हमेशा अहम हिस्सा मानें।
जानते हैं आपके हर पक्ष को
गौर करें, तो आपके हर सुख-दुख आपने एक साथ दिल टूटने, सफलताओं और रोजमर्रा की उथल-पुथल का सामना किया है। वे आपको हर तरह से जान रहे होते हैं, इसलिए वह इस स्थिति में रहते हैं कि आपको हर तरह से सपोर्ट कर सके, इसलिए इस बात को भी समझना जरूरी है कि ऐसे दोस्त के सामने आप कभी कुछ झूठ न बोलें या कुछ भी बनावटी करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे आपके हर पक्ष को जानते हैं और वे इससे वाकिफ हैं कि आपकी जिंदगी में क्या अच्छा हुआ है या क्या नहीं हुआ है, फिर वह आपको लेकर कभी नहीं जजमेंटल होते हैं, वे आपको मानते हैं, आपको फिर इस बात की फिक्र भी नहीं होती है कि उन्हें क्या कहना चाहिए और क्या नहीं, उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं। वे भी बिंदास होकर आपके साथ रहते हैं और आपसे कुछ भी शेयर करते हैं और लगभग सारी बातें स्पष्ट रहती हैं। इसलिए भी यह बॉन्डिंग आगे चल कर बढ़ जाती है और सभी चाहते हैं, वे हमेशा आपके साथ ही रहें, कभी आप उनको अकेला न छोड़ें या आप भी ऐसे दोस्तों को छोड़ने के बारे में कभी नहीं सोचेंगीदूर हैं तो क्या हुआ
इस तरह के दोस्तों के साथ की बॉन्डिंग की यह खूबसूरती भी होती है कि भले ही आपके दोस्त दूर हों, लेकिन आप कभी भी दिल से दूर नहीं होते हैं, आपके साथ कोई भी हो, कुछ भी हुआ हो, आपको यही मन होता है कि चलो उससे अपने मन की बात शेयर करूं। इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि अपने दोस्तों कि लॉन्ग डिस्टेंस प्यार को भी बरकरार रखें और ऐसे दोस्तों को अपनी जिंदगी से कभी भी जाने नहीं दें, उन्हें हमेशा अपनाएं, कोशिश करें कि आपकी जिंदगी में ऐसे दोस्त को शामिल करें और उन्हें मनाने की कोशिश करें। आपकी जिंदगी में ऐसे दोस्त होते हैं, तो आप उनसे हर दिन बात न भी करें, तो आपको लगता है कि चलो यह दोस्त तो है मेरे साथ, सबकुछ बेस्ट और अच्छा ही होगा। गौरतलब है कि आप उनके साथ जिंदगी के बड़े पड़ावों और शर्मिंदगी भरे पलों को एक साथ पार करने से एक अटूट रिश्ता बनता है।
विकास होता साथ-साथ
आप अपने ऐसे दोस्त के साथ उम्र के हर पड़ाव में साथ-साथ आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं। आप उनसे किसी भी तरह की जेलसी यानी जलने की भावना नहीं रखती हैं और खुद को भी उनके विकास में आगे बढ़ाने की कोशिश करती हैं, ऐसे में ये जो दोस्ती है पर्सनल डेवलपमेंट में मदद करती है, जिससे लोग खुद का बेहतर रूप बन पाते हैं। एक बात यह भी समझनी जरूरी है कई सच्ची दोस्ती मुश्किलों और दूरी के बावजूद ईमानदारी, आराम और ताकत देती है। ऐसे लंबे समय तक चलने वाले रिश्ते की दुर्लभता आपके जीवन में किसी ब्लेसिंग से कम नहीं हैं और और एक साथ बूढ़े होने की इच्छा जाहिर करने जैसा होता है। इसलिए ऐसे रिश्ते को आपको सहेज कर रखने की जरूरत होती है।
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