शादी के सीजन में, अब वे दिन गए, जब केवल दूल्हा और दुल्हन की तैयारियां हुआ करती थीं। अब तो पूरा परिवार ही हर फंक्शन के लिए ठीक वैसे ही तैयारियां करता है, जैसे दूल्हा दुल्हन करते हैं। इसके पीछे एक बड़ी वजह है। वजह यह है कि अब शादियां केवल आपके फोटो एल्बम तक सीमित नहीं रह गई हैं। अब सोशल मीडिया पर फ्लॉन्ट करने का जमाना है। ऐसे में गौर करें, तो सारी शादियां एक जैसी नजर आती हैं। संगीत और मेहंदी के फंक्शन में सभी एक जैसे कपड़ों में नजर आते हैं, उन्हीं गानों पर नाचना गाना और पोज भी वही सारे होते हैं। उन गानों पर युवा भी तो खूब एन्जॉय करते हैं, लेकिन हमारे घर के बुजुर्ग, उसमें जब खुद को अलग-थलग सा पाते हैं, तो वे कहीं दूर सिर्फ कुर्सी लगा कर, दूर से ही नज़ारे देख रहे होते हैं। लेकिन उनके चेहरे की स्माइल कहीं गायब रहती है। यह सच है कि हर किसी को अपनी शादी यादगार बनानी है। लेकिन यह भी सच है कि शादियां केवल दिखावे वाली होकर भी सीमित नहीं रहनी चाहिए। बेहद जरूरी है कि इसमें बुजुर्गों की पसंद-नापसंद का ख्याल रखा जाए और उनके रीति रिवाजो को भी फॉलो किया जाए। तो आइए, हम आपको कुछ तरीके बताते हैं, जिनसे आप अपने घर के बुजुर्गों को शादियों में नजरअंदाज होने से बचा लेंगे और उनके चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान लाने में कामयाब हो सकते हैं.
लोक संस्कृति के रीति रिवाज
लगभग हर संस्कृति में मेहंदी और हल्दी की रस्म होती ही है और यही दो फंक्शन होते हैं, जिसमें माहौल इतना कलरफूल होता है कि सभी चाहते हैं कि उस माहौल को कैमरे में कैप्चर किया जाए, फिर होता यह है कि इंटरनेट पर जितने सारे ढर्रे वाले पोज होते हैं, उनमें पूरे परिवार के साथ तस्वीरें ले ली जाती हैं और बस फंक्शन खत्म हो जाता है। ज़ाहिर है, घर के बुजुर्ग इससे कनेक्ट नहीं कर पाते हैं। इसलिए उन्हें भी यह जताने के लिए वह परिवार में अहम हैं, आप उन्हें उनकी लोक संस्कृति के रीति रिवाज करने दें। आप पहले अपनी तस्वीरें अच्छी तरह से ले लें, इसके लिए एक फोटो बूथ बना लें। मन भर कर तस्वीरें लेने के बाद, आपके घर के बुजुर्ग जैसे पुरानी रीति से रस्में करना चाहते हैं, जैसे हल्दी में उन्हें अपने चेहरे पर हल्दी लगाने दें, अगर वे गाने गाना चाहते हैं तो उन्हें गाने दें। आप खुद देखेंगी कि उनकी चेहरे की मुस्कान कैसे बरकरार रहेगी।
बुजुर्गों के तोहफों की न करें तौहीन
कई बार घर के बुज़ुर्ग बड़ी ही शिद्दत से, अपने इमोशन से भरपूर तोहफे, अपने पोते-पोतियों या नाते-नतिनी के लिए तैयार करते हैं। आपको शायद ही जानकारी न होती होगी, लेकिन वे हो सकता है कि आपके प्यार में अपनी पूरी जमा पूंजी से, तोहफे लेकर आते हों और आप उन्हें उसे ओल्ड फैशन कह कर, उनके तोहफे की तौहीन कर देते हों, यह बिल्कुल सही नहीं है। भले ही आपको उनका तोहफा पसंद न आया हो, तब भी कम से कम उनके सामने ऐसी बातें न कहें, साथ ही उनके दिए तोहफों को प्यार और आशीर्वाद समझ कर अपने पास रख लें। विश्वास करें, वह आपके लिए किसी भी महंगे तोहफे से बहुत बहुमूल्य होगा और जिसका एहसास आपको तब होगा, जब वे नहीं रहेंगे।
उनकी किसी पुश्तैनी चीज़ से जुड़ी एक चीज़ पहन लें
कई बुजुर्ग अपने घर की अगली की अगली पीढ़ियों के लिए कुछ अरमान और सामान संजोकर रखते हैं। वे अपनी शादी का जोड़ा तो कभी कोई गहने अपनी तीसरी पीढ़ी को सौंपना चाहते हैं। लेकिन कई बार इसे पुराना समझने की भूल करने वाली पीढ़ी समझ नहीं पाती कि वे चीजें उस दौर की होती हैं, जब चीजों में मिलावट या बनावटीपन नहीं था। तो सबकुछ नहीं तो कम से कम उनका दिल रखने के लिए उनकी दी हुई कोई एक चीज जरूर पहन लेनी चाहिए।
उन्हें अल्ट्रा मॉडर्न बनाने की कोशिश न करें
चूंकि आपके इंस्टाग्राम में हर कोई फैशनेबल और अप टू डेट नजर आएगा, घर के बुजुर्गों को भी किसी थीम में बांधने की कोशिश न करें। उन्हें फैंसी कपड़े पहनने या अल्ट्रा मॉड लगने के लिए न कहें, वे जैसे कपड़ों में कंफर्टेबल हैं, उन्हें उसी अनुसार सादगी से शादी अटैंड करने दीजिए। संगीत के दौरान भी उनके परफॉर्मेंस के लिए, किसी कोरियोग्राफर को हायर करने की जरूरत नहीं है। उन्हें फ्री छोड़ें, यकीन मानिए, उनके अनजाने डांस स्टेप्स भी देखने में बेहद क्यूट लगेंगे।
खाने में उनकी पसंद नापसंद का ख़्याल
आजकल शादी ब्याह का मेन्यू भी काफी लैविश रखा जाने लगा है, क्योंकि वीडियो शूट में खाने की झलकियां भी तो नजर आती हैं। ऐसे में आपको अपने घर के बुजुर्गों को भूलना नहीं चाहिए। उनकी पसंद-नापसंद और उनकी सेहत को ध्यान में रखते हुए, मेन्यू में कुछ ऐसे व्यंजन जरूर हों, जो वे आसानी से खा सके।
हर जगह करें शामिल
अपने घर के बुजुर्गों को हर समय साथ-साथ रखें, उनकी मर्जी भी पूछती रहें, कुछ नहीं तो सिर्फ ये जताने भर के लिए, ताकि वे अकेलापन महसूस न करें। उन्हें इर्द-गिर्द रखें। तस्वीरें लेते हुए भी उन्हें इग्नोर न करें और अपने वीडियोग्राफर और फोटोग्राफर को अच्छे से समझा दें कि किसी भी अहम फंक्शन में उन्हें शामिल करना न भूलें। साथ ही फाइनल आउटपुट में भी उन्हें नजरअंदाज न करें।