सीक्रेट्स इसलिए सीक्रेट्स होते हैं क्योंकि उन्हें दूसरों से छुपाकर रखा जाता है। हालांकि कभी-कभी आपको भी लगता होगा कि कोई तो हो, जिससे आप वे भी शेयर कर सकें, जिसे दिल की गहराइयों में छुपा रखा है। लेकिन किसी को हमराज बनाने से पहले इन बातों का ध्यान जरूर रखें।
सोच समझकर साझा करें अपने सीक्रेट
स्वस्थ रिश्ते खुलेपन, विश्वास, आपसी प्यार, निष्ठा और विवेक पर आधारित होते हैं। यही वजह है कि जीवन में कुछ पहलुओं को अपने करीबी लोगों से साझा कर आप न सिर्फ उनके अच्छे दोस्तों की फेहरिस्त में शामिल हो जाती हैं, बल्कि उनसे आपके रिश्ते मजबूत भी हो जाते हैं। लेकिन इस बात का ख्याल रखना भी बेहद जरूरी है कि किसी से अपने सीक्रेट शेयर करते समय अपने कुछ मामलों को निजी रखना और अपनी सीमाएं बनाकर रखना बहुत जरूरी होता है। साथ ही इस बात का ख्याल रखना भी जरूरी है कि अपने सीक्रेट केवल उन्हीं लोगों से शेयर करें, जिन्होंने न सिर्फ आपके सामने खुद को साबित किया हो, बल्कि जिन पर आपको पूरा भरोसा हो। इसके अलावा, अपनी कोई बात बताते समय इस बात का जिक्र करना न भूलें कि जो बात आप उन्हें बता रही हैं, उसका आपके जीवन में क्या महत्व है। वरना आम तौर पर जो बातें आपके लिए राज हैं, वो आपकी दोस्त के लिए महज गॉसिप का हिस्सा हो जाएंगी, जिसे वे अपने किसी करीबी से बताते वक्त एक बार भी नहीं सोचेंगी।
भावावेश में न बहकें
कई बार भावावेश में आकर आप अपने किसी खास दोस्त से वो बातें भी शेयर कर देती हैं, जो आपको नहीं करनी थी, लेकिन फिर आप अपने मन को ये तसल्ली देने लगती हैं कि क्या हुआ, वह मेरी बहुत अच्छी दोस्त है। वह मेरी बात किसी से नहीं कहेगी। हो सकता है जैसा आपको लग रहा हो, वैसा ही हो लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो? हो सकता है आप उसे अपनी अच्छी दोस्त मान रही हों, लेकिन वो आपको अपनी अच्छी दोस्त न मानती हो तो? फिलहाल इस तो का एक ही जवाब है और वो है आपके रिश्ते में आनेवाली दरार। कई बार हमराज बनाने का परिणाम अविश्वास और विश्वासघात के रूप में सामने आता है। ये ठीक उसी तरह है, जैसे आप अपनी कमजोरी अपने किसी दुश्मन को दे दें और समय आने पर वो उसका इस्तेमाल आपके ही खिलाफ करे।
अपने राज को सौदेबाजी का हथियार न बनने दें
अपने दिल की बात या कोई राज किसी से साझा करते वक्त इस बात का ख्याल रखना भी जरूरी है कि एक बार आपने उन्हें अपने राज बता दिए तो आपका नियंत्रण उस पर से खत्म हो जाएगा। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि आपके राज दूसरों के लिए सौदेबाजी का हथियार बन जाते हैं। इसलिए अपने राज उन्हीं लोगों से शेयर करें जो इस तरह की सौदेबाजी की बजाय आपके विश्वास और दोस्ती को महत्त्व देते हों। कई बार दोस्ती का मुखौटा लगाकर लोग आपसे आपके राज जान तो लेते हैं, लेकिन उनके दिल में आपकी और आपकी भावनाओं के लिए कोई जगह नहीं होती। वे सिर्फ पीठ पीछे आपकी बुराई करने और आपको नुकसान पहुंचाने के लिए आपके दोस्त होने का दावा करते हैं। ऐसे में न उनके सर्कल में खुद को रखें और न उन्हें अपने सर्कल में आने दें।
आत्म-संयम बनाए रखें
सीक्रेट के संदर्भ में सबसे महत्वपूर्ण बात ये भी उठती है कि जिन बातों को आप दूसरों से राज नहीं रख पा रही हैं, उन बातों को राज रखने के लिए दूसरों से कैसे अपेक्षा कर सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि पहले आप खुद के लिए एक भरोसेमंद इंसान बनें, जिसका आत्म-संयम किसी भी स्थिति में न डिगे। आपसे चाहे कोई कितनी भी आत्मीयता दिखाए और आपके दिल की बात जानने की कोशिश करे, लेकिन जज्बात में आकर उन्हें सब कुछ बताने की बजाय बार-बार खुद से ये सवाल पूछें कि क्या ये व्यक्ति आपके सीक्रेट जानने का हकदार है? इसी के साथ आप अपने लिए जिस तरह की दोस्त चाहती हैं, दूसरों के लिए भी ठीक वैसी ही दोस्त बनें।
इन सीक्रेट्स को साझा करने से बचें
किसी दोस्त के साथ आपका रिश्ता चाहे कितना भी मधुर क्यों न हो, लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं, जिन्हें शेयर करने से आपको बचना चाहिए, जैसे अपने सपनों को आप अपने तक रखें। इससे होगा ये कि आप सेल्फ डाउट का शिकार नहीं होंगी। आम तौर पर जब आप अपने सपने, अपने दोस्तों या किसी करीबी को बताती हैं तो वे जाने-अनजाने अपनी इनसिक्योरिटी आप पर लाद देते हैं, जिससे आप न चाहते हुए भी सेल्फ डाउट का शिकार हो जाती हैं। इस कड़ी में अगली चीज है आपकी आर्थिक स्थिति। आपकी आर्थिक स्थिति, आपकी मानसिक शांति का हिस्सा है, सो गलती से भी इसे किसी से साझा न करें। इसके बाद आती है ईश्वर के प्रति आपकी आस्था। आस्था कोई नुमाइश की चीज नहीं, बल्कि आपकी व्यक्तिगत धरोहर है। सो कोशिश करें कि इसे भी आप सिर्फ और सिर्फ खुद तक रखें। व्यक्तिगत चीजों की फेहरिस्त में अगला नंबर आता है आपका रिश्ता और आपका स्वास्थ्य। ये दोनों ऐसी चीजें हैं, जिन पर हर किसी की नजर रहती है, इसलिए कोशिश करें कि गलती से भी इसकी अच्छाई या बुराई किसी से न कहें।