कहते हैं ग्लैमर वर्ल्ड में लोग दोस्ती को खास तवज्जो नहीं देते। इनमें भी दो अभिनेत्रियों के बीच दोस्ती का रिश्ता कायम होना लगभग असंभव है। क्या आप भी ऐसा ही सोचती हैं? आइए जानते हैं क्या सचमुच दो अभिनेत्रियों के बीच दोस्ती नहीं हो सकती?
अभिनेत्रियों के बीच दोस्ती नहीं हो सकती वाली थ्योरी आई कहां से
दरअसल, बॉलीवुड में कई अभिनेत्रियां ऐसी भी हैं, जिन्होंने साथ काम करने के बावजूद अपने रिश्तों में मधुरता बनाए रखी, लेकिन फिल्म सेट पर उनकी लड़ाई को दिलचस्प बनाते हुए कैट फाइट के नाम से मीडिया में परोसा गया। आखिर क्यों? तो जनाब इसकी वजह है फिल्म की पब्लिसिटी। आज के दौर में फिल्म प्रमोशन इतना जरूरी हो चुका है कि दोस्त को दुश्मन और दुश्मन को दोस्त बनाकर दर्शकों के बीच उत्सुकता जगाई जाती है, जिससे वे फिल्म देखने खींचे चले आएं। ऐसे में एक अभिनेत्री बताती हैं कि जब मैंने अपनी को-स्टार के साथ कैट फाइट वाली खबर पढ़ी तो उसे तुरंत कॉल करके बताया। आप यकीन नहीं करेंगी, हम दोनों ने इस बात पर भी दो घंटे बात किए और खूब हंसे। वैसे अच्छा ही हुआ, इसी बहाने हमें एक दूसरे से बात करने का मौक़ा मिल गया। ये बात वाकई सच है कि आज के दौर में आप चाहे जो बेचना चाहें, आसानी से बिक जाता है और उनमें खबरें भी शामिल हो गई हैं और जब खबरें बिकती हैं, तो लोग उन पर भरोसा भी कर लेते हैं।
बिल्कुल बेबुनियाद बात है ‘औरत ही औरत की दुश्मन’
दरअसल, बीते कुछ सालों में टेलीविजन के माध्यम से जिस तरह की किचन पॉलिटिक्स के जरिए महिलाओं की छवि को धूमिल किया गया है, उससे सभी को यही लगता है कि औरत ही औरत की दुश्मन होती है, लेकिन ये बात बिल्कुल बेबुनियाद है। इक्का-दुक्का घटनाओं के कारण कुछ लोगों ने अपने मन में ये भ्रम पाल लिया है कि अभिनेत्रियों के बीच ही नहीं, बल्कि दो औरतों के बीच भी दोस्ती नहीं हो सकती। हालांकि ऐसे लोगों को बाहर ही नहीं, अपने घर की महिलाओं के बीच भी दुश्मनी ही नजर आती है, लेकिन मजे की बात यह है कि यही लोग फिर दो सहेलियों या दो औरतों के घंटों बातें करने को लेकर मजाक भी बनाते हैं। खैर, हमें क्या, हम तो यही कहेंगे कि आप इन सब बातों में पड़ने की बजाय अपनी दोस्ती एंजॉय कीजिए और लोगों को उनके हाल पर छोड़ दीजिए, क्योंकि कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना।
प्रतिद्वंदियों के बीच भी दोस्ती हो सकती है
आम तौर पर ऐसा माना जाता है कि एक ही इंडस्ट्री से ताल्लुक रखनेवालीं दो अभिनेत्रियां कॉम्पटीशन के मद्देनजर एक दूसरे की अच्छी दोस्त नहीं बन पातीं, लेकिन जब हम आशा पारेख, वहीदा रहमान, नंदा, साधना और हेलेन की दोस्ती देखते हैं, तो चाहकर भी ये बात मानने को दिल नहीं करता। गुजरे जमाने की ये जो टॉप एक्ट्रेसेस अपनी प्रोफेशनल लाइफ में जहां एक दूसरे की कट्टर प्रतिद्वंदी थीं, वहीं पर्सनल लाइफ में इनके बीच दोस्ताना रिश्ता था, जो आज भी कायम है। यह आज भी न सिर्फ एक-दूसरे के सुख-दुख से जुड़ी हैं, बल्कि एक-दूसरे की बहुत अच्छी सहेलियां भी हैं। फिलहाल साधना और नंदा की मृत्यु के बाद ये टीम थोड़ी सिमट गई है, लेकिन अब भी समय मिलते ही ये तीनों न सिर्फ एक-दूसरे से मिलती हैं, बल्कि छुट्टियां मनाने भी जाती हैं। एक दूसरे के दुःख-सुख की साथी ये सहेलियां इस बात को मिथ बताती हैं कि ग्लैमर इंडस्ट्री में अभिनेत्रियों के बीच दोस्ती नहीं हो सकती।
इनसिक्योर इंसान दोस्ती नहीं कर सकता
एक अभिनेत्री मानती हैं कि अगर आप एक इनसिक्योर इंसान हैं, तो दोस्ती जैसे शब्द आपके लिए नहीं हैं और न ही आप किसी के दोस्त बन सकते हैं। रही बात दो अभिनेत्रियों के बीच दोस्ती की तो ये बिल्कुल संभव है, बशर्ते आपमें दूसरों की भावनाओं को समझनेवाला एक दिल हो। अब ‘वीरे दी वेडिंग’ और ‘रांझणा’ को-स्टार को ही ले लीजिए। ये दोनों न सिर्फ एक दूसरे की बहुत अच्छी दोस्त हैं, बल्कि दोनों अपनी दोस्ती को भगवान की तरफ से भेजी गई सौगात भी मानती हैं। अब ऐसे में ‘दो अभिनेत्रियों के बीच अच्छी दोस्ती नहीं हो सकती’ का राग अलापने वालों को एक बार इन्हें मिसाल के तौर पर लेना चाहिए।
इनकी दोस्ती नहीं टूट सकती
कुछ अभिनेत्रियों की दोस्ती ऐसी भी है, जो लॉन्ग डिस्टेंस वाली स्थिति में भी बरकरार है। ऐसे में कई सारे उदाहरण हैं, जिनकी काफी पुरानी दोस्ती है और अब भी सदाबाहर हैं। इस इंडस्ट्री में उनकी दोस्ती को लगभग 20 साल से भी ज्यादा समय हो चुका है। यह और बात है कि अपने-अपने कामों में लगी इन अभिनेत्रियों ने कभी अपनी दोस्ती को ज्यादा प्रमोट नहीं किया, लेकिन शादी के बाद अमेरिका में बस चुकीं अभिनेत्री जब भी मुंबई आती हैं, तो अपनी इस दोस्त से न सिर्फ मिलती हैं, बल्कि उनके साथ क्वालिटी टाइम भी बिताती हैं। आप चाहें तो दोनों के सोशल मीडिया अकाउंट पर इनके नाइट आउट की कई तस्वीरें देख सकती हैं, जिनमें कई तस्वीरें तो काफी पुरानी हैं।
इन जोड़ियों के क्या कहने
बात जब अभिनेत्रियों के बीच फ्रेंडशिप की हो तो इंडस्ट्री में ऐसी पांच अभिनेत्रियों का एक मशहूर गैंग ऑफ गर्ल्स है, जिनकी दोस्ती की भी मिसालें होती हैं। साथ रहते हुए खाने-पीने,घूमने-फिरने में ये एक दूसरे के साथ काफी वक्त बिताती हैं। अब इन अभिनेत्रियों की दोस्ती को देखकर शायद आप कहें कि ये एक दूसरे की बहुत अच्छी दोस्त इसलिए भी है कि इन्हें एक दूसरे के काम से कोई लेना-देना नहीं। तो आपको हम बताना चाहेंगे कि कुछ अभिनेत्रियां ऐसी भी हैं, जिनमें न सिर्फ तगड़ी प्रतिद्वंदिता है, बल्कि इनमें से एक की सुपरहिट फिल्म दूसरे को मिल चुकी है और वो भी करियर की शुरुआत में, जब हर अभिनेत्री एक अदद सुपरहिट फिल्म की तलाश में रहती है। हालांकि इसके कारण जहां एक अभिनेत्री के खाते में दो सुपरहिट फिल्म आई और दूसरी की फिल्म असफल हो गई। इस वाकये के बावजूद इन दोनों अभिनेत्रियों में न सिर्फ दोस्ती है, बल्कि गाढ़ी दोस्ती है। इससे ये बात तो साफ है कि उम्र में कम इन अभिनेत्रियों में परिपक्वता कूट-कूटकर भरी है, जो एक अच्छी दोस्ती की पहली जरूरत है।
द नेक्स्ट जेनेरेशन स्टार किड्स की फ्रेंडशिप
बात जब कम उम्र की हो तो ‘द नेक्स्ट जेनेरेशन फ्रेंड्स’ के नाम से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने जा रहे स्टारकिड्स को हम कैसे भूल सकते हैं, जो बचपन की सहेलियां हैं। हालांकि हो सकता है एक ही बैकग्राउंड और स्टेट्स से आनेवाले इन बच्चों की दोस्ती में आपको कोई नयापन न लगता हो, लेकिन एक-दूसरे को अपना सोलमेट कहकर पुकारनेवाले ये स्टार किड्स, एक दूसरे के लिए बेहद खास हैं। सच पूछें तो ग्लैमर वर्ल्ड में अभिनेत्रियों के बीच दोस्ती की दास्तानें काफी लंबी हैं, ऐसे में ये सोचना कि अभिनेत्रियों के बीच दोस्ती नहीं हो सकती, बिलकुल बेबुनियाद बात है। हां, इनमें कुछ अभिनेत्रियां हैं, जिन्होंने अपने काम या बॉयफ्रेंड को लेकर एक दूसरे से दुश्मनी कर ली, लेकिन समझदारी में अव्वल ये अभिनेत्रियां भी हकीकत जान चुकी हैं। शायद यही वजह है कि किसी पार्टी या फंक्शन में एक दूसरे से सामना होते ही, वे एक-दूसरे को देखकर मुस्कुराना नहीं भूलतीं।
कोई ऐसा, जो हो मेरे जैसा
जवानी की दहलीज पर कदम रखती लड़की हो या प्रौढ़ावस्था में अपने मन की बात कहने को आतुर महिलाएं या फिर बुढ़ापे में अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों से मुक्त हो चुकी औरतें, जो अपना अनुभव साझा करने को लालायित रहती हैं। इन सभी में एक चीज कॉमन होती है और वो है किसी अपने जैसे की तलाश, जो उनका हमदर्द भी हो और हमराज भी। आम तौर पर महिलाओं पर ये भी आरोप लगाए जाते हैं कि अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते वे दोस्ती नहीं निभा पातीं। हालांकि सच तो ये है कि अपनी जिम्मेदारियां निभाती दोस्ती के मामले में थोड़ी पिछड़ी ये महिलाएं भी भावनात्मक रूप से एक ऐसी दोस्त चाहती हैं, जो उन्हें जज करने की बजाय उन्हें समझें। उन्हें भी अंतरंगता और जुड़ाव की जरूरत होती है, जो सिर्फ और सिर्फ एक औरत से ही मिल सकती है। हां, कुछ महिलाएं अपने मन की बात अपने पति या पुरुष मित्र को बताती जरूर हैं, लेकिन इस बात से वे भी इत्तेफाक रखती हैं कि लड़कों के साथ दोस्ती चाहे कितनी भी मजेदार क्यों न हो, लेकिन उनमें उनकी सहेली की खुशबू नहीं। यकीन मानिए, भावनात्मक रूप से मजबूत दोस्त, कभी बहन बनकर आपकी कमजोरियों को नजरअंदाज करती है, तो कभी टीचर की तरह प्रोत्साहित करती है, कभी वक्त पड़ने पर कठोर होकर आपकी गलतियों के लिए आपको डांटती है, तो कभी मां बनकर आपके लिए दुआएं भी मांगती है। आपकी हर समस्या को अपना समझनेवाली और आपके हर सुख-दुख में आपके साथ खड़ी होनेवाली सिर्फ और सिर्फ आपकी दोस्त ही हो सकती हैं। अगर आपके पास कोई ऐसी दोस्त हैं, तो उन्हें जाने मत दीजिए और बता दीजिए कि हम औरतें एक-दूसरे की बहुत अच्छी दोस्त होती हैं।
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