कहते हैं कि रोटी बनाना एक कला है और यह कला सब के बस की बात नहीं है। लेकिन महिलाओं के लिए यह बाएं हाथ का खेल बन जाता है और इसी खूबी को अन्नपुर्णा महिला गृह उद्योग की सर्वेसर्वा रंजना वाघमारे ने रोजगार का अवसर बना दिया है। रंजना वाघमारे बीते कई सालों से सिर्फ और सिर्फ रोटी बनाने का व्यवसाय कर रही हैं। हर दिन रंजना वाघमारे और उनके साथ काम कर रहीं महिलाएं 4 से 5 हजार रोटियां बनाती हैं। होटल, मंदिर और आश्रम से लेकर टिफिन सर्विस में भी इन रोटियों का इस्तेमाल होता है। सिर्फ 6 रूपए की एक रोटी की बिक्री कई महिलाओं के जीवन में आर्थिक रोशनी लेकर आ रही है। चलिए मिलते हैं, रंजना वाघमारे से और जानते हैं उनके रोटी जैसे स्वाद से भरे सफर के बारे में।