कई बार ऐसा होता है कि किसी भी जगह की यात्रा के दौरान हमारा सामना फर्जी टीटीई से हो जाता है। टीटीई यानी कि ट्रेन में टिकट की जांच करने वाला या करने वाली अधिकारी। फर्जी करने का तरीका इतना पक्का होता है कि हमें यह समझ ही नहीं आता कि हमारे साथ किसी न किसी प्रकार की ठगी होने वाली है। ऐसे में यात्रा के दौरान कुछ जरूरी चीजों का ध्यान रखते हुए आपको सावधानी रखना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं कि कैसे आप फर्जी टीटीई से बच सकती हैं।
असली टीटीई की पहचान पहले करें

आपको फर्जी टिकट अधिकारी को पहचानने की जरूरत है। असली टीटीई हमेशा काले कोट या ब्लेजर में होता है और जिसमें नाम की पट्टी और रेलवे का लोगो भी होता है। टीटीई के आने के साथ आपका ध्यान उनके लुक पर सबसे पहले होना चाहिए। साथ ही आपको इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए कि उसके पास आधिकारिक सूची और पेनल्टी की रसीद बुक रहती हैं। आप चाहें तो अपनी दुविधा दूर करने के लिए टीटीई से रेलवे का आईडी कार्ड भी देखने के लिए मांग सकती हैं। असली टीसी से आप अगर रेलवे का आईडी मांगती हैं, तो वह जरूर आपको दिखाएगा। फर्जी टीटीई ऐसा नहीं कर पाएगा और आपका ध्यान हटाने की कोशिश करता है।
टिकट और पहचान पत्र खुद ही रखें

जब भी टीटीई आपके पास टिकट की जांच के लिए आता है, तो उसे अपना असली पहचान पत्र और टिकट हाथ में देना नहीं चाहिए। इससे आप अपनी निजता को खतरे में डाल देते हैं। अगर आपके पास ऑनलाइन टिकट है, तो उसकी एक कॉपी अपने पास रखें। सफर के दौरान मोबाइल में टिकट की एक कॉपी रखने के साथ एक प्रिंट आउट भी अपने पास रखें, कई बार मोबाइल में सिगनल न होने के कारण परेशानी आ सकती है, इसलिए टिकट की प्रिंटेड कॉपी अपने पास जरूर रखें, ताकि टीटीई के आने पर किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो।
फाइन भरते समय रखें ध्यान

अगर आपको किसी भी वजह से टिकट को लेकर कोई फाइन भरना पड़ता है, तो आपको इश दौरान सबसे अधिक ध्यान रखना है। फर्जी टीटीई अक्सर फाइन के लिए कैश की मांग करते हैं। इसलिए आप यूपीआई या रेलवे रसीद के बिना भुगतान न करें। असली टीटीई आपको हमेशा रसीद देता है और उस पर फाइन से जुड़ी सारी जानकारी के साथ अपना नाम, पद भी लिखता है और साथ ही साइन भी करता है। ।
फर्जी टीटीई का पता चलने पर क्या करें?
आपको अगर टीटीई को लेकर किसी भी प्रकार का शक होता है, तो आप रेलवे हेल्पलाइन नंबर पर जाकर शिकायत कर सकती हैं या फिर किसी नजदीकी रेलवे स्टेशन पर जाकर रेलवे अधिकारी से भी इसकी शिकायत कर सकती हैं। आप रेलवे ऐप का भी सहारा ले सकती हैं। इससे भी आपकी काफी मदद होती है। कोच अटेंडेंट या अन्य यात्रियों को बताएं और टीटीई का नाम व ड्रेस का विवरण नोट कर लें।
फर्जी टीटीई मिलने पर दूसरों को करें सतर्क और रात के समय या भीड़ भाड़ में कोई अनजान व्यक्ति अगर “टिकट चेकिंग” के नाम पर पूछताछ करे, तो सावधान रहें। अपने आस-पास के यात्रियों को भी फर्जी टीटीई की पहचान के बारे में बताएं। साथ ही रात को अगर कोई टीटीई जांच के लिए आता है, तो उसे लेकर अलर्ट रहें और नींद में रहकर अपनी टिकट या फिर असली आधार कार्ड न दिखाएं।