घर में चीजों को बेहतर तरीके से सजाना एक कला तो है, लेकिन एक कला यह भी है कि आप अपने घर को सुव्यवस्थित करने के लिए जब तक घर से वैसी चीजें हटा नहीं देतीं, जो आपकी जरूरत की नहीं हैं। आइए जानें डिक्लटर करते रहना क्यों जरूरी है घर में।
आकलन करें

घर में से चीजें हटाने के लिए या क्या रखना है, क्या नहीं यह जानने के लिए बेहद जरूरी है कि आप एक प्लानिंग करें और सबसे पहले अपने स्पेस को समझें। किस जगह कितनी चीज रखी जानी चाहिए, आपको वही रखना है। आपको सबसे पहले अपने घर में सबसे ज्यादा अव्यवस्थित जगहों को ढूंढना है और फिर वहां आपको कितने समय में चीजें खत्म कर लेनी है, यह देखना है, तभी आप सही तरीके से अपने इस काम को अंजाम दे पाएंगी, नहीं तो कभी भी काम खत्म ही नहीं होगा। वही दूसरी बात जो सोचना बेहद जरूरी है कि आपको चीजों को एकत्रित करना है, जैसे आपके कितने डिब्बे होंगे, बैग, स्टोरेज कंटेनर, जिनका आप इस्तेमाल करना चाहती हैं और जिन्हें आप फेंक देना चाहती हैं, उनकी भी एक लिस्ट बना लेनी होगी और कौन-सी चीज को क्या रूप देना है, यह भी तय कर लेना होगा। तभी आप इस काम को बेहतर तरीके से कर पाएंगी।
एक बार में एक जगह
कई बार ऐसा होता है कि आप एक ही जगह को बार-बार साफ करती हैं या फिर सारी जगहों को एक साथ फैला लेती हैं, फिर आपको समझ ही नहीं आता कि आखिर सबको कैसे ठीक किया जाये और फिर पूरा घर बिखेर देती हैं और फिर आप उसमें उलझ कर बैठी रहती हैं, ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि अगर एक साथ आप सबकुछ छोड़ने के बारे में सोचेंगी या संभालने के चक्कर में सबकुछ फैला देंगी, तो वे चीजें कभी भी ठीक नहीं होंगी और आप चाह कर भी ठीक नहीं कर पाएंगी, इसलिए जरूरी है कि आप एक बार में एक जगह को ठीक करने के बारे में सोचें। तो छोटी जगहों से शुरुआत करें। काउंटर, शेल्फ या दराज जैसी एक छोटी जगह पर से चीजें जल्दी हटाएं। फिर पूरे हिस्से की अच्छी सफाई करें और वस्तुओं को एक ढेर में रखें। फिर एक लिस्ट बनाएं, जिनमें डोनेट करने वाली यानी दान करने वाली चीजों को एक जगह और रखने वाली चीजों को एक जगह, फेंकने वाली चीजों को एक जगह ऐसे श्रेणियों में बांट-बांट कर रखें।
हर चीज से इमोशनल अटैचमेंट नहीं

यह सही बात ही कि कई बार ऐसी कई चीजें होती हैं, जिनसे आपका जुड़ाव हो जाता है, जब आप उसे अपने पास ज्यादा देर तक या दिन तक रखती हैं, तो आप उससे इमोशनल स्तर पर जुड़ जाती हैं और फिर आप उसे हटा नहीं पाती हैं, लेकिन वह कचरे के रूप में बढ़ता जाता है, फिर आपको क्लटर बढ़ता रहता है। इसलिए चीजों से इमोशनल कनेक्ट करना छोड़ें, नहीं तो जगह कभी नहीं बचेगी। इसलिए चीजों को हटाने के बारे में सोचें। सिर्फ ऐसी चीजें, जो बहुमूल्य हैं और फिर कभी नहीं मिलेंगी, जैसे विंटेज चीजें, आपको उनको हटाने के बारे में नहीं सोचना चाहिए और खराब और फालतू पड़ीं चीजें, जिनका इस्तेमाल आपने कभी नहीं किया है, उन्हें हटा लेने में ही भलाई है।
सेकेंड हैंड
आजकल ऐसे कई वेबसाइट्स शुरू हो चुके हैं, जो सेकेंड हैंड चीजों को बेच रहे हैं, तो आप भी अपनी वे चीजें जो कंडीशन में हैं और आपको जिनको इस्तेमाल नहीं करना चाहती हैं, उन्हें ऐसी वेबसाइट्स पर बेच दें, इससे आपके पास पैसे भी आ जायेंगे और आपको किसी तरह की परेशानी भी नहीं होगी, तसल्ली भी रहेगी कि आपके कपड़े या किसी सामान का इस्तेमाल किसी ने तो क्या।
रेगुलर सफाई

आप जब अपने घर में रेगुलर सफाई करती हैं, खासतौर से तब जब आपने घर में बहुत सामान बहुत अधिक हो, तो तब भी आप इस बात को समझ पाती हैं कि आपको कौन-कौन से सामान हटाने हैं और कौन-सा समान किस रूप में जरूरत पड़ सकती है और किस सामान की जरूरत नहीं होगी इससे आपको सामान हटाने में मदद मिल जाएगी।
केटेगरी के हिसाब से अरेंज करें
एक और चीज जो आप कर सकती हैं कि आप अपने घर को केटेगरी के अनुसार अरेंज करें, जैसे किताबें हो गयीं तो कौन-सी किताबें रखनी हैं, कौन-सी हटा देनी हैं या फिर कौन-कौन से कपड़े हैं, डिब्बे हैं, सबको उसी अनुसार फिट करना है।
डिब्बे अधिक न भरें

कई बार वैसे डिब्बे, जो पहले से किसी सामान के साथ मिले होते हैं, उन्हें इस्तेमाल करते हैं और फिर उसमें कुछ और रखने के बारे में सोचने लगते हैं, इसलिए वे डिब्बे भर-भर कर जगह घेर लेते हैं, इसलिए ऐसे डिब्बे से घर भरने की जगह उन्हें हटाएं, फिर एक और आदत भी हमारी होती है कि बाहर से जो भी खाने की चीजें आती हैं, उसके डिब्बे भी हम रखते हैं, वे भी बहुत सारे इकट्ठे हो जाते हैं और किचन में बेवजह की जगह लेते हैं। घर में बहुत ज्यादा पॉलीथिन या प्लास्टिक भी जमा न करें, यह सोच कर कि इसमें कचरा फेकेंगे, वह थाक लगती जाती है, इसलिए कोशिश करें कि उन्हें हटाएं।
फॉलो करें ये रूल
अपने घर को सुव्यवस्थित करने के लिए रसोई काउंटर जैसे क्षेत्रों को प्राथमिकता दें और फिर 12-12-12 नियम या 50 प्रतिशत नियम जैसे तरीकों का उपयोग करके एक-एक करके कमरों को संभालें। नियमित रखरखाव और समय-समय पर अव्यवस्था को दूर करने की योजना अव्यवस्था मुक्त वातावरण बनाए रखने में मदद करेगी। 12-12-12 नियम के अनुसार 12 वस्तुओं को फेंक दें, 12 को दान कर दें और 12 को वापस उनके उचित स्थान पर रख दें। वहीं 50 प्रतिशत नियम के अनुसार अव्यवस्था को कम करने के लिए किसी दिए गए क्षेत्र से आधी वस्तुओं को हटा दें। फिर अगर 5-सेकंड नियम की बात होती है तो आप पांच सेकंड के अंदर किसी वस्तु को रखने या त्यागने का निर्णय लें तो वह वस्तु रखने लायक है। फिर बात आती है पांच साल के नियम की कि यदि आपने पांच साल में किसी वस्तु का उपयोग नहीं किया है, तो उसे हटाने पर विचार करें। इससे आप घर को अरेंज कर पाएंगी।