महिलाओं को आर्थिक तौर पर बल देने के लिए कई सारी योजनाएं सरकार द्वारा मौजूद हैं। यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि महिलाएं घर से ही सही लेकिन खुद को आर्थिक बल देने के लिए किसी न किसी तरह का व्यवसाय शुरू कर रही हैं। ऐसे में कई बार महिलाओं को लोन की आवश्यकता पड़ती है। इसके तहत कई तरह की सुविधाएं केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से दी जाती है। आइए जानते हैं विस्तार से।
अन्नपूर्णा लोन

अन्नपूर्णा लोन एक सरकारी लोन सुविधा है , जो कि खास तौर से खाद्य और खानपान का बिजनेस शुरू करने वाली महिलाओं को दिया जाता है, ताकि खाना बनाने से जुड़ी जरूरतों जैसे रसोई के उपकरण और कच्चे माल की खरीद के लिए लोन प्रदान किया जा सकता है। यह लोन स्टेट बैंक आऱफ इंडिया जैसे बैंकों द्वारा दी जाती है। इस लोन को महिलाएं 36 महीने में चुका सकती हैं। इस लोन के लिए किसी गारंटी की आवश्यकता नहीं होती है और महिलाएं घर से व्यवसाय शुरू करने वाली महिलाओं की मदद करती हैं।
मुद्रा लोन की सुविधा

मुद्रा लोन की सुविधा प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के गत उपलब्ध है। यह लोन सुविधा छोटे और सूक्ष्म व्यवसायों को दी जाती है। सरकार की तरफ से 10 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत पचास हजार से 5 लाख रुपए और 5 लाख से 10 लाख रुपए तक का कर्ज दिया जाता है। यह लोन खास तौर पर बैंक,माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूशन के जरिए मिलती है।
स्टैंड अप लोन की सुविधा

स्टैंड अप लोन की सुविधा स्टैंड अप इंडिया योजना के तहत प्रदान की जाती है। जिसका उद्देश्य अनूसिचित जाति और अनुसूचित जनजाति की महिलाओं को बिजनेस के लिए दी जाती है। इस योजना के तहत 10 लाख से लेकर 1 करोड़ तक का बैंक कर्ज उपलब्ध कराती है। इस लोन सुविधा को पाने के लिए आयु सीमा 18 साल की होनी चाहिए। यह योजना नया बिजनेस शुरू करने के लिए दी जाती है। यह योजना उन समुदायों को वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं, जिन्हें पांरपरिक रूप से कर्ज और संसाधनों तक पहुंचने में कठिनाई होती है।
स्त्री शक्ति लोन की सुविधा

महिला शक्ति लोन की सुविधा खास तौर से चुनिंदा बैंकों द्वारा महिलाओं को दी जाती है। यह महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रदान की जाती है। यह बिजनेस महिलाओं को कम ब्याज दर पर कर्ज देने का काम करती है। इस कर्ज का उपयोग कई सारे व्यवसायों के लिए किया जा सकता है। खासतौर पर कृषि और अन्य क्षेत्रों में किया जा सकता है। इस कर्ज के तहत 2 लाख रूपए से अधिक के कर्ज पर ब्याज दर में 0.5 प्रतिशत की छूट मिलती है। 5 लाख के कर्ज के लिए महिलाओं को किसी भी तरह की गारंटी नहीं देनी होती है। ध्यान रखना है कि लोन लेने वाली महिलाओं के पास बिजनेस में कम से कम 50 प्रतिशत का मालिकाना हक होना चाहिए।
सेंट कल्याण

सेंट कल्याणी लोन की सुविधा खासतौर पर महिलाओं के लिए बनाई गई है। इस योजना के तहत 1 करोड़ तक का कर्ज दिया जा सकता है। ब्याज दरों में कुछ रियायतें हैं, लेकिन ये होम लोन के स्तर की ब्याज दरों से अलग हो सकती हैं।इस योजना में मकान खरीदना, निर्माण करना, या होम लोन जैसे उपयोग के लिए स्पष्ट प्रावधान नहीं मिलते। योजना मुख्यतः व्यवसायी खर्चों के लिए है।
उद्योगिनी लोन सरकारी योजान
इस योजना के तहत महिलाओं को 3 लाख तक का बिजनेस लोन मिल सकता है। महिला होनी चाहिए, अक्सर उम्र सीमा होती है 18‑55 वर्ष तक की। इस लोन के जरिए महिलाओं छोटे और लघु व्यवसायों की स्थापना कर सकती है। यह योजना खासतौर पर कर्नाटक में मौजूद महिलाओं के लिए अधिक लाभकारी है।