बदलते वक्त के साथ उत्तर प्रदेश बिजनेस हब बन चुका है। महिलाएं भी खुद को आर्थिक तौर पर प्रबल बनाने का कार्य तेजी से कर रही हैं। हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आयी है जिसके अनुसार उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप की गिनती लगातार बढ़ती जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में 18, 568 स्टार्टअप सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं।उल्लेखनीय है कि हजारों की गिनती में जारी इस स्टार्टअप की मुखिया महिलाएं रही हैं। दिलचस्प है कि स्टार्टअप के जरिए महिलाएं कम बजट के साथ अपने ही स्पेस में रहकर कई तरह के छोटे लघु उद्योग को बढ़ावा दे रही हैं और इससे अच्छी कमाई भी कर रही हैं।
इसी के साथ स्टार्टअप को शुरू करने को लेकर कई तरह की गाइडलाइन राज्य सरकार की संस्थाओं द्वारा दी जा रही है। साथ ही स्टार्टअप से जुड़े सभी सवालों को सुलझाने का कार्य भी किया जा रहा है। जिससे बिजनेस को शुरू करने और उसे जारी रखने को लेकर बढ़ावा मिलता रहा है। युवाओं और महिलाओं को स्टार्टअप के जरिए जरूरी मेंटरशिप, वित्तीय सहयोग और तकनीकी सहयोग भी दिया जा रहा है। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार इनक्यूबेशन सेंटरों की गिनती में तेजी से हुई बढ़त युवाओं और महिलाओं को जमीनी तौर पर मजबूती देने का काम कर रही है,जो कि आर्थिक तौर पर उन्हें प्रबल बनाता है।
ज्ञात हो कि स्टार्टअप में महिलाओं की बढ़ती हुई भागीदारी के बारे में बात की जाए, तो 2019 में स्टार्टअप की संख्या 807 से बढ़कर 2023 में 3 हजार के करीब की हो गई है। इस अवधि में 34 हजार बिजनेस के जरिए रोजगार के लिए भी दरवाजे खुले हैं। साथ ही 7 हजार से अधिक के स्टार्टअप में कम से कम एक महिला निदेशक का नाम शामिल है।