उत्तर प्रदेश में महिलाओं के लिए सफर करना सुरक्षित और सहज हो गया है। इसकी वजह महिला राइडर्स हैं। कई बार ऐसा होता है कि शेयरिंग कैब का लाभ महिलाएं नहीं उठा पाती हैं। इस समस्या को समाप्त करने के लिए प्रयागराज में बाइक शेयरिंग को लेकर महिला राइडर की एंट्री शुरू हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार बीते एक साल के भीतर 50 महिला राइडर ने बाइक शेयरिंग के लिए आवेदन किया है। इसके साथ ही महिलाओं की आईडी भी जनरेट हो गई है। हालांकि अभी तक किसी भी महिला की आईडी जनरेट नहीं हुई है।
ज्ञात हो कि महिला राइडर के बाइक शेयरिंग की खबर के बाद और उनके किए गए आवेदन के बाद कई सारे बाइक शेयरिंग और कैब संस्थाओं ने अपने ऐप में बदलाव को लेकर विचार-विमर्श करना शुरू कर दिया है। इसके बाद महिलाओं के लिए ऐप पर शेयरिंग की सुविधा भी आ गई है। हालांकि अभी-भी कैब संस्थाओं को महिला शेयरिंग कैब को लेकर कई सारी जानकारी देना बकाया है। सबसे अहम यह है कि महिला राइडर्स का समय निर्धारित होना बाकी है।
मिली जानकारी अनुसार आरटीओ विभाग की तरफ से लगभग 12 महिलाओं का कमर्शियल लाइसेंस बनाया गया है। वहीं एक साल के अंदर लगभग 944083 ड्राइविंग लाइसेंस बनाए गए हैं। इनमें से 54045 लाइसेंस महिलाओं के नाम दर्ज हैं। बाकी के 920429 ड्राइविंग लाइसेंस पुरुषों के नाम पर दर्ज हैं। विदित हो कि महिला राइडर्स के नाम दर्ज होने पर महिलाओं के लिए सफर करना खासतौर पर शेयरिंग में सफर करना आसान हो गया है। इससे महिला राइडर और सफर करने वाली युवती को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।