बिहार राज्य सरकार द्वारा महिलाओं की सेहत को लेकर कई सारी योजनाएं शुरू की गई हैं। इस बीच हाल के दिनों में स्वास्थ्य विभाग बिहार में महिलाओं और शिशुओं के लिए सेहत से जुड़ी सुविधाओं को पहले से बेहतर किए जाने का प्रयास निरंतर जारी है। इसी को देखते हुए बिहार राज्य सरकार ने परिवार नियोजन सेवा को बेहतर बनाने के लिए एक कदम आगे बढ़ाया है। महिलाओं के अनचाहे गर्भ को लेकर मेडिकल सेवा में सुधार किया गया है। आइए जानते हैं विस्तार से।
15 जिलों में सुविधा

परिवार नियोजन सेवा को बेहतर करते हुए बिहार राज्य के 15 जिलों में एमपीए सबक्यूटेनियस और 13 जिलों में सबडर्मल इंप्लांट का विस्तार करने का फैसला लिया गया है। ज्ञात हो कि सबक्यूटेनियस सबडर्मल इंप्लांट के जरिए अनचाहे गर्भ से महिलाएं खुद को बाहर लेकर आ सकती हैं। सबक्यूटेनियस सबडर्मल इंप्लांट एक तरह का इंडेक्शन है, जो कि महिलाओं को अनचाहे गर्भ से मुक्ति देने का कार्य सावधानी और सेहतमंद तरीके से करता है।
क्या है सबक्यूटेनियस सबडर्मल इंप्लांट
बिहार सरकार के अनुसार सबक्यूटेनियस सबडर्मल इंप्लांट एक तरह का इंजेक्सऩ है, जो कि तीन महीने तक के गर्भ निरोध करने में कारगर होता है। इसके पहले जिस तरह की मेडिकल सुविधा का उपयोग अनचाहे गर्भ को लेकर किया जा रहा था, उससे यह सुविधा दर्द से भरी हुई नहीं है। पहले के इंजेक्शन की तुलना में यह प्री लोडेड और कम चुभने वाली सुई है।
मुंगेर के बाद भागलपुर के जिलों शुरुआत

हाल ही में बिहार के मुंगेर जिले में पायलट के तौर पर सबक्यूटेनियस सबडर्मल इंप्लांट इंजेक्शन शुरुआत की गई। उल्लेखनीय है कि सबक्यूटेनियस सबडर्मल इंप्लांट की मदद से तीन साल तक गर्भ निरोध किया जा सकता है। मुंगेर के बाद भागलपुर के जिलों में भी इसे पायलट के तौर पर शुरू किया। दोनों जगहों पर सबक्यूटेनियस सबडर्मल इंप्लांट को सफलतापूर्वक होता हुआ देखते हुए अन्य जिलों में पहुंचाया जाएगा। फिलहाल, औरंगाबाद, बेगूसराय, बक्सर, जहानाबाद, कटिहार, खगाड़िया, किशनगंज, मधुबनी, मुंगेर, शिवहर, शेखपुर,सीतामढ़ी, सिवान,सुपौल और वैशाली में सबक्यूटेनियस सबडर्मल इंप्लांट की प्रक्रिया शुरू की गई है।
लंबे समय तक गर्भनिरोधक सुरक्षा
उल्लेखनीय है कि सबक्यूटेनियस इंजेक्शन को खासतौर पर उन महिलाओं के लिए उपयोगी और जरूरी माना गया है, जो लंबे समय तक गर्भनिरोधक सुरक्षा चाहती हैं। इस माध्यम के जरिए महिलाओं को हर तीन महीने एक आसान और सुरक्षित इंजेक्शन दिया जाता है, जिससे गर्भधारण को रोका जा सकता है। साथ ही इसे प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी द्वारा लगाया जा रहा है। इसका कोई भी दुष्प्रभाव अभी तक सामने नहीं आया है। साथ ही यह महिला के प्रजनन क्षमता को भी स्थायी रूप से प्रभावित नहीं करता है।