आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की लड़कियों के उत्थान के लिए एक बड़ी पहल के रूप में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज मंडल में उल्लेखनीय प्रभाव दिखाया है। उल्लेखनीय है कि प्रयागराज जिले में वर्तमान में कुल 62 हजार के करीब लड़कियां इस योजना का लाभ उठा रही हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
मिली जानकारी के अनुसार इन सभी लाभार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। साल 2022 से 2023 के दौरान प्रयागराज में 59 हजार लड़कियों को इस योजना के तहत सहायता प्राप्त हुई है। इसकी तुलना में वर्तमान के वित्त वर्ष में साढ़े सात हजार के करीब नए लाभार्थियों की बढ़त दर्ज की जा चुकी है, जो यह दर्शाता है कि इस योजना के साथ कई सारी लड़कियों को आर्थिक लाभ मिल रहा है।
इससे पहले के रिकॉर्ड को देखा जाए, तो साल 2019 से 2020 और 2021- 2022 के बीच जिले में कुल 54 हजार के करीब लड़कियों को इस योजना के तहत सहायता मिली है। साथ ही वक्त के साथ इस योजना के साथ और भी लड़कियां जुड़ती चली जा रही हैं। गौरतलब है कि इस साल पूरे मंडल में सबसे अधिक लाभार्थी प्रयागराज में ही हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार प्रयागराज मंडल में 1,78, 704 से ज्यादा लड़कियों को इस योजना के तहत शामिल किया गया है। इसमें खासतौर पर फतेहपुर में 50 हजार, कौशाम्बी में 25 हजार और प्रतापगढ़ में 40 हजार के करीब लड़कियां शामिल हैं।
विदित हो कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को समाप्त करना है और साथ ही बाल विवाह को रोकना और लड़कियों की सेहत में सुधार लाना है। इसके साथ ही लड़कियों के लिए शिक्षा को बेहतर करना और साथ ही पढ़ाई के लिए उन्हें प्रोत्साहित करना भी है। एक तरह से समाज में लड़कियों के लिए एक सकारात्मक दृष्टिकोण भी देना है। यह योजना गरीब परिवारों की बेटियों को बचपन से लेकर उच्च शिक्षा तक वित्तीय सहायता प्रदान करती है। अप्रैल 2019 में शुरू की गई यह योजना लड़कियों को छह किस्तों के माध्यम से 25 हजार रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान करती है।