महिलाओं के लिए बहुत जरूरी सेल्फ डिफेंस सीखना है। बड़े शहरों के साथ ग्रामीण इलाकों में भी महिलाएं सेल्फ डिफेंस को अपनी जिंदगी का हिस्सा बना रही हैं और इससे जुड़ी ट्रेनिंग ले रही हैं। इसी को देखते हुए वाराणसी की ज्योति सिंह ने सेल्फ डिफेंस की शिक्षा देने का सराहनीय कार्य शुरू किया है। महिला सुरक्षा को देखते हुए ज्योति सिंह अपने काम से नारी शक्ति का परिचय दे रही हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
झांसी में ब्लैक बेल्ट
उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान के तहत महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग से जुड़कर ज्योति सिंह एक मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षक और समाजसेवी के रूप में जानी जाती हैं। उल्लेखनीय है कि साल 2012 में झांसी में ब्लैक बेल्ट प्राप्त करने के बाद उन्होंने लड़कियों को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण देना शुरू किया है।
मिशन शक्ति के पहले फेस में ब्रेक
इसके बाद उन्हें साल 2020 में मिशन शक्ति के पहले फेस में ब्रेक मिला है। इसके बाद ज्योति ने अपनी संस्था मानव एकेडमी आफ मार्शल आर्ट के जरिए लाखों बच्चों और महिलाओं को आत्मविश्वासी बनाने का कार्य कर रही हैं। ज्योति ने अपना कार्य इतनी तेजी से किया है कि सेल्फ डिफेंस की शिक्षा देना उनके लिए जीवन जीने का और जीवन को आगे बढ़ाने का जरिया बन गया है।
खेल जगत में ज्योति की उपलब्धियां
ज्ञात हो कि ज्योति ने राष्ट्रीय स्तर पर लगातार चार सालों तक 24वीं, 25वीं, 26वीं और 27वीं राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में विजेता रही हैं। इसके बाद साल 2018 और 2019 में आल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में दो स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने विश्वविद्यालय स्तर पर अपना परचम लहराया है। इसके बाद साल 2023 में भारतीय कराटे संघ ने उन्हें मान्यता प्राप्त कोच के रूप में सम्मानित किया गया है।
मिशन शक्ति 5.0
साल 2015 में भारतीय कराटे संघ ने थर्ड डैन ब्लैक बेल्ट की उपाधि प्राप्त कर एक नया मुकाम हासिल किया। अपने सफर के जारी रखते हुए ज्योति ने मिशन शक्ति 5.0 के तहत 1.5 लाख से अधिक लड़कियों को सेल्फ डिफेंस सिखा चुकी हैं, इन सभी ने खेल को अपनी जिंदगी में खास जगह दी है।