सपनों की ऊंची उड़ान आपके हौसले को सफलता की राह दिखा सकती है। ऐसी ही प्रेरणादायक रास्ते पर अपनी मंजिल को आगे बढ़ाने का काम जौनपुर की सुष्मिता कर रही हैं। जी हां, जौनपुर के शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के कोरवलिया भादी गांव की बेटी सुष्मिता ने अपनी मेहनत और लग्न से वंदे भारत एक्सप्रेस की पायलट बन गई हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
सुष्मिता जॅान ने हाल ही में वारणसी से खुजराहो के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन कर रही हैं। इस ट्रेन की रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा है। हालांकि उनके पिता जॅान सेंट थॅामस इंटर कॅालेज शाहगंज में गणित के प्रवक्ता हैं।
बीते 25 साल वे यहां वे कार्यरत हैं। उल्लेखनीय है कि सुष्मिता के पिता ने अपने तीन बेटियों को शिक्षित किया। दो साल पहले पढ़ाई पूरी होने के बाद सुष्मिता की शादी वाराणसी निवासी इंजीनियर सौरभ जॅान से हुई और शादी के बाद भी उन्होंने अपना काम जारी रखा और वर्तमान में इस मुकाम पर पहुंची हैं।
साल 2018 में उनका चयन मुरादाबाद मंडल में रेलवे में हुआ। अपने इस काम में उन्होंने ट्रेनों के तकनीकी संचालन, मेंटेनेंस और सिग्नलिंग सिस्टम की समझ को विकसित किया। साल 2021 में उन्होंने प्रयागराज से अपना काम जारी रखा। वर्तमान में भारत की सबसे तेज और आधुनिक ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस की पायलट बन गईं। अपनी बेटी को प्रेरणा बनते हुए देख सुष्मिता की मां का कहना है कि हमें अपनी बेटियों पर गर्व है। बेटियां किसी से कम नहीं होती हैं, बस उन्हें मौका और उड़ान का आसमान मिलना चाहिए।