महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हुए बिहार की महिलाओं के लिए रोजगार योजना शुरू की गई है। राज्य सरकार ने महिलाओं के जीवन को आर्थिक बल देने के लिए मुख्यमंत्री रोजगार योजना की शुरुआत की। इसके अंतर्गत राज्य सरकार की तरफ से 10 हजार रुपए से लेकर 2 लाख तक की सहायता राशि दी जाएगी। इस योजना के जरिए पैसे भेजने का कार्य सितंबर माह से शुरू हो रहा है। इसके बाद स्कीम के तहत व्यवसाय करने के लिए 2 लाख रुपए तक का लोन भी मिल सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं, इस योजना से जुड़ी प्रमुख जानकारी।
जीविका समूह का हिस्सा होना

मुख्यमंत्री महिला रोजगार से जुड़ने के लिए महिलाओं को जीविका समूह का हिस्सा होना जरूरी है। अगर आप इस समूह का हिस्सा नहीं हैं, तो आपको सहायता राशि नहीं दी जाएगी। जीविका समूह का हिस्सा बनने के लिए ग्राम संगठन में आवेदन फार्म भरकर जमा करना होगा। इसके बाद ग्राम संगठन पात्रता की शर्तों पर आकलन करके आवेदन किए फार्म पर सदस्य बनने या नहीं बनने का फैसला लेगा। ग्राम संगठन के दिए गए फॉर्म में आपको अपनी पूरी जानकारी देनी होगी और साथ ही सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म भी भरना होगा। पूरी जांच के बाद ग्राम संगठन द्वारा आपको जीविका समूह का हिस्सा बनाने का फैसला लिया जाएगा।
जीविका समूह से जुड़ने के नियम

जीविका समूह से जुड़ने के लिए महिला की उम्र 18 से 60 साल के बीच होनी चाहिए। साथ ही महिला और उनका पति इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आने चाहिए। साथ ही महिला या फिर उसके पति के पास सरकारी नौकरी भी नहीं होनी चाहिए। साथ ही अगर महिला अविवाहित है और उसके माता-पिता जीवित नहीं हैं, तो उसे एकल परिवार के तौर पर इस योजना का लाभ मिलेगा।
महिला रोजगार योजना से जुड़ी अहम जानकारी
महिला को व्यवसाय करने के लिए 2.5 लाख तक की सहायता दी जाएगी। साथ ही महिलाएं जिस भी क्षेत्र में व्यवसाय करना चाहती हैं, उससे जुड़ी ट्रेनिंग भी सरकार की तरफ से दी जाएगी।इससे यह होगा कि महिलाओं से जुड़े हुए स्टार्टअप और लघु उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। इस योजना के तहत राज्य सरकार 5 लाख से अधिक महिलाओं को रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य रख रही हैं। विदित हो कि 7 सितंबर से महिलाओं ने रोजगार योजना में रजिस्ट्रेशन की शुरुआत कर दी है। इसके बाद यह होगा कि उपरोक्त दिए गए सारे नियम के अंतर्गत शामिल महिलाओं के बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए जायेंगे।
ऑनलाइन आवेदन

रजिस्ट्रेशन के लिए राज्य सरकार ने विशेष पोर्टल की भी शुरुआत की है। इस पोर्टल पर जाकर शहरी क्षेत्र की महिलाएं ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को ग्राम पंचायत जाकर आवेदन करना होगा। महिला रोजगार योजना के लिए आवेदन पूरी तरह से निशुल्क है। रजिस्ट्रेशन के दौरान कोई शुल्क नहीं लगेगा।
योजना के अंतर्गत इन व्यवसायों का होगा चयन
इस योजना के तहत कई सारे छोटे व्यवसाय आसानी से शुरू किए जा सकते हैं। किराना दुकान, कपड़ा और सिलाई से संबंधित काम, स्टेशनरी की दुकान, फल और सब्जी की दुकान जैसे विकल्प शामिल हैं। महिलाएं पशुपालन का भी व्यवसाय शुरू कर सकती हैं। कम पैसे के साथ उपरोक्त दिए गए सभी व्यवसायों को शुरू किया जा सकता है। इससे महिलाएं आसानी से संचालित कर सकती हैं। साथ ही उनके इन व्यवसायों के साथ अन्य लोगों के लिए भी रोजगार के अवसर खुलेंगे। महिलाओं को दी गई सहायता राशि के साथ सब्सिडी भी मिलेगी।