कहते हैं महिलाओं को इशारों पर नचाना आता है, लेकिन क्या होता होगा, जब एक महिला खुद अपनी धुन पर पूरी दुनिया को नचाने और संगीतमय करने का हुनर रखती है। हम बात कर रहे हैं, महाराष्ट्र की पहली महिला ढोलकी वादक देवयानी मोहोल के बारे में। बचपन में ढोलक से हुए प्यार को उन्होंने अपना हुनर बनाया और संगीत के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त की। कई सारे उतार-चढ़ाव केबाद देवयानी ने ढोलक की ताल को अपने हाथों से सजाया और अपने करियर की उड़ान भरी है। तो, चलिए मिलते हैं, देवयानी मोहोल से और सुनते हैं उनसे सफर की कहानी।