मिलेट्स की रोटी का चलन इन दिनों खान-पान में बढ़ा है। लेकिन हर किसी के से मिलेट्स की रोटी बनाना मुमकिन नहीं हो पाता है। मिलेट्स की बात करें, तो ज्वार, बाजरा की रोटी बनाने के पीछे भी एक कला है। कई बार ज्वार, बाजरा और मक्के की रोटी बनाते वक्त रोटी टूट जाती है। गोल रोटी नहीं बन पाती है और साथ ही रोटी अच्छी तरह से पक भी नहीं पाती है। कई बार रोटी बीच-बीच में से टूटती रहती है, इस वजह से रोटी को बनाने में भी काफी देर हो जाती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि मिलेट्स की रोटी बनाते समय कौन-सी तकनीक का ध्यान रखना चाहिए।
जानें हैक्स से जुड़ी जानकारी

ठंड के मौसम में शरीर को अंदरूनी तौर पर गर्म रखने के लिए मिलेट्स का सेवन किया जाता है। खास तौर पर मक्का, ज्वार और बाजरा का सेवन सबसे अधिक किया जाता है। लेकिन स्वाद से भरपूर मिलेट्स की रोटी को बनाने की भी एक तकनीक होती है। मिलेट्स की रोटी बेलते समय टूट जाती है। इसकी वजह यह है कि मिलेट्स में ग्लूटेन नहीं होता है। इस वजह से रोटी के लिए मिलेट्स का बनाया गया आटे में चिपकन नहीं होती है, जो कि मिलेट्स की रोटी को सेहतमंद भी बनाता है। कई बार लोग ज्वार,बाजरा या फिर मक्के की रोटी बनाते समय गेहूं का आटा मिलाते हैं, गेहूं का आटा मिलाने से रोटी में ग्लूटेन मिल जाता है और मिलेट्स की रोटी को बेलना आसान हो जाता है।
सही तरीके से मिलाएं मिलेट्स का आटा

मिलेट्स की रोटी बनाते वक्त आपके लिए आटे को परखना भी जरूरी होता है। अगर मक्का, बाजरा और ज्वारा का आटा ताजा पिसा हुआ होता है तो उसकी रोटी बनाना आसान होता है। जब भी आप बाजार से मिलेट्स का आटा खरीदती हैं, तो ध्यान दें कि आटा हल्का और बारीक पीसा हुआ होना चाहिए। इससे आपको रोटी के लिए आटा सानते समय आसानी होती है। अगर हो सके, तो आप घर पर ही मिलेट्स की रोटी के लिए आटा पीस लें। इससे आपको फ्रेश आटा मिल जाता है। इसके साथ ही मिलेट्स के आटे को गूंथने का भी एक तरीका होता है। आप जब भी मिलेट्स यानी कि ज्वार, बाजरा या फिर मक्के के आटे से रोटी बनाती हैं, तो इसमें आटा गूंथना सबसे अहम भाग होता है। अगर आप आटे को अच्छी तरह से नहीं गूंथ पायेंगी, तो रोटी बिल्कुल भी अच्छी तरह से नहीं बनती है। इसलिए जब भी आप आटा गूंथती हैं, तो इसके लिए आप हल्के से गुनगुने पानी या फिर दूध का इस्तेमाल जरूर करें। आप जब भी गर्म पानी या दूध की सहायता से आटा गूंथती हैं, तो इससे रोटी के लिए मुलायम आटा तैयार होता है। साथ ही आप जब भी रोटी के लिए आटा सानती हैं, तो आपको पानी थोड़ा-थोड़ा करके मिलाना है। इससे आप रोटी के लिए एकसाल और चिकना आटा तैयार करती हैं। इसके बाद आप जब भी आटा गूंथती हैं, तो इसे 15 से 20 मिनट के लिए ढककर रख दें। इससे आपका आटा अच्छी तरह से सेट हो जाता है और आपकी रोटी भी नहीं टूटती है।
प्लास्टिक शीट का इस्तेमाल

अगर आप अपने ज्वार, बाजरा या फिर मक्के की रोटी बनाते समय गेहूं के आटे की मिलावट नहीं करना चाहती हैं, तो आप प्लास्टिक शीट की सहायता से भी खुद के लिए मिलेट्स की रोटी बना सकती हैं। जैसा कि आपने महसूस किया होगा कि मिलेट्स की रोटी कई बार बेलने के दौरान टूटती रहती है। ऐसे में प्लास्टिक शीट का इस्तेमाल करने से आपको फायदा भी होगा और साथ ही आपका काफी समय बच जाता है। आपको मक्के, बाजरा और ज्वार की रोटी बनाते समय बेलन का इस्तेमाल करना जरूरी नहीं होता है। इसलिए आप एक बार प्लास्टिक शीट के इस्तेमाल से जरूर रोटी बनाने की कोशिश करें। प्लास्टिक शीट से रोटी बनाने के लिए एक साफ प्लास्टिक शीट लें और फिर उस पर हल्का सा तेल लगाएं। इसके बाद मक्के की आटे की लोई को हाथों से दबाते हुए उसे गोल आकार दें। इससे यह होगा कि आपकी रोटी भी नहीं फटेगी और साथ ही कोटी एकसार बनेगी। आप बेलन से ज्यादा आसान तरीके से इस तरह से आसानी से रोटी बना सकती हैं।
रोटी को धीमी आंच पर पकाना

आप यह भी कर सकती हैं कि रोटी को धीमी आंच पर पका सकती हैं। जी हां, आपको रोटी को धीमी आंच पर पकाना है। इससे यह होगा कि आपकी रोटी को पकाने के लिए सही तापमान मिलता है। अगर आप तेज आंच पर मिलेट्स की रोटी यानी की ज्वार, बाजरा या मक्का पकाती हैं, तो इससे तापमान अधिक होने पर रोटी बाहर से पक जाती है, लेकिन अंदर से कच्ची रहती है। और फिर बहुत ही आसानी से उठाने या फिर तवे पर पलटने से टूट जाती है। इसलिए मिलेट्स से रोटी बनाते समय रोटी को तवे पर डालने के बाद हल्के हाथ से इसे दबाएं। इससे यह होगा कि रोटी अच्छे से फूलती है और पक भी जाती है। आपको इस रोटी को दोनों तरफ हल्का सा घी लगाकर सेंकना चाहिए। इससे रोटी काफी समय तक मुलायम रहती है, और अच्छी तरह से सेंकी भी जाती है।
मिलेट्स की रोटी बनाते समय स्वाद और हैक्स के साथ घी या तेल का इस्तेमाल

गेहूं हो या फिर कोई किसी मिलेट्स की रोटी आप अगर आटा गूंथते वक्त घी या फिर तेल का इस्तेमाल करती हैं, तो इसका काफी फायदा पहुंचता है आपको। जी हां। घी मिलाना भी मिलेट्स की रोटी को बिना टूटे बेलने का एक जरूरी हैक है। कई बार आटा रूखा हो जाता है और आटा ताजा नहीं होने पर भी रोटी टूट जाती है। आप ज्वार, बाजरा और मकई की रोटी के लिए आटा गूंथते समय उसमें थोड़ा सा घी या फिर तेल जरूर मिलाएं। इससे आपका आटा चिकना और मुलायम हो जाता है। साथ ही अगर आप रोटी में घी डालकर आटा गूंथती हैं, तो इससे आपके रोटी का स्वाद भी बढ़ जाता है। यह भी ध्यान रखें कि आपको मक्के, ज्वार और बाजरा की रोटी को बेलते समय उसे पतला करने की कोशिश न करें। आप यह भी न सोंचे की रोटी मोटी है, तो खाने में अच्छी नहीं लगेगी। मिलेट्स से बनी हुई मोटी रोटी खाने में गेहूं के आटे से बनी हुई रोटी से काफी अच्छी लगती है। साथ ही अगर आप ज्वार, बाजरा और मक्के की रोटी को पतला बेलने की कोशिश करती हैं, तो पतला होने से इसके फटने का डर होता है। साथ ही रोटी बराबर से बेली भी नहीं जाती है। इसलिए मोटी रोटी बेलने के समय यह भी ध्यान रखें कि रोटी को एकसार सेंकना है।
रोटी को बार-बार उठाए नहीं
ध्यान दें कि आप जब भी बाजरा, ज्वार और मक्के की रोटी बनाती हैं, तो उसे बार-बार उठाने की कोशिश न करें। बार-बार उठाने से रोटी के टूटने की संभावना बढ़ जाती है। आपको रोटी को बेलते समय रोटी की जगह अपने चकले को घुमाएं। इससे रोटी बेलते समच नहीं टूटेगी। साथ ही आप ज्वार, बाजरा, रागी और मक्के की रोटी बनाते समय चकले पर सूखा आटा गिरा के बेलना शुरू करें। इससे भी आपकी रोटी बेलते समय नहीं टूटेगी।
तेल का इस्तेमाल न करें
अगर आप मिलेट्स की रोटी का आटा गूंथते समय या फिर रोटी को सेंकने के दौरान तेल का इस्तेमाल करती है, तो इससे आपके रोटी का स्वाद अधिक निखर कर नहीं आता है। तेल के जगह आपको रोटी का आटा गूंथते समय और रोटी को सेंकने के दौरान घी का इस्तेमाल करना चाहिए। तेल की जगह अगर आप घी का इस्तेमाल करती हैं, तो इससे रोटी का आटा नरम रहता है। दिलचस्प यह है कि घी का इस्तेमाल करने के कारण रोटियां ठंडी होने के बाद भी स्वाद से भरी हुई लगती हैं। साथ ही तेल की बजाय घी सेहतमंद पर्याय है। यह भी ध्यान रखें कि रोटी सेंकने पर अगर रोटी काली होती है, तो इसके लिए आप रोटी पर मौजूद सूखे आटे को झाड़ दें। साथ ही रोटी को अधिक समय पहले बेल कर नहीं रखना चाहिए। इससे भी रोटी का आटा काला होता है। यह भी ध्यान रखें कि आटा गूंथते समय अगर आप घी डालना भूल गई हैं, तो आटे को गूंथने के बाद उस पर घी लगाकर उसे ढक कर रख दें।