भारत की देसी पारंपरिक चटनी किसी भी तरह के सादगी से भरे खाने में जान भर देती है। फिर चाहे आप दाल-चावल चटनी का सेवन करें या फिर रोटी-चटनी का। यहां तक कि कई जगहों पर चटनी भात खाने का भी चलन है। आज हम आपको 5 तरह की देसी चटनी की रेसिपी बता रहे हैं, जिसे आप झटपट आसानी से तैयार कर सकती हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
प्याज की छौंक वाली चटनी

प्याज की यह तड़के वाली चटनी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में सबसे अधिक बनाई जाती है। इसे बनाने के लिए दो प्याज, एक चम्मच इमली, 1 चम्मच लाल मिर्च, आधा चम्मच जीरा और 3 लहसुन की कलियां को बारीक पीस लें। इसके बाद आपको इस चटनी के लिए तड़का तैयार करना है। तड़के के लिए सनफ्लावर ऑयल लें। इसमें राई, उड़द दाल और करी पत्ता डालें और फिर इस छौंक को प्याज के पीसे हुए मिश्रण में मिला लें। आप इस चटनी को गरम चावल या फिर रागी की रोटी के साथ सेवन कर सकती हैं। इस चटनी को बनाने के बाद आपको दाल और सब्जी को खाने की जरूरत महसूस नहीं होगी। यह चटनी अपने आप में स्वाद से भरपूर है।
मूंगफली की चटनी

महाराष्ट्र और विदर्भ में इस चटपटी और तीखी चटनी को सबसे अधिक पसंद किया जाता है। इसे बनाने के लिए मूंगफली को भून लें या फिर भुनी हुई मूंगफली को लें। इसके बाद मूंगफली का छिलका उतार लें और लहसुन और लाल मिर्च आवश्यकता अनुसार लें और नमक स्वादानुसार मिलाकर इन सबको एक साथ मिक्स कर लें। अंत में नींबू का रस मिलाएं। आप इस चटनी को कई दिनों तक स्टोर करके रख सकती हैं। किसी भी तरह के खाने के साथ इस चटनी का सेवन किया जा सकता है। खासतौर पर दाल-चावल, सब्जी-चावल और रोटी-सब्जी के साथ आप इस चटनी का सेवन कर सकती हैं।
चना दाल चटनी की रेसिपी

इस चटनी का सेवन दक्षिण भारतीय खाने के साथ किया जाता है। इसे बनाने के लिए एक पैन में तेल गर्म करें उसमें चना दाल डालें और धीमी आंच पर सुनहरा भूरा होने तक भूनें (4–5 मिनट)। ध्यान दें कि दाल जलनी नहीं चाहिए। इस दाल को ठंडा करें और उसमें कसा हुआ नारियल, सूखी लाल मिर्च, 1 चम्मच इमली का पेस्ट और नमक को अच्छी तरह से मिलाकर पीस लें और फिर इस चटनी में करी पत्ता और राई के दानों का तड़का लगाएं। आप इस चटनी को स्टोर करके फ्रिज में रख सकती हैं और इसका सेवन अपने पसंद के खाने के साथ करें।
मेथी-अमचूर चटनी की रेसिपी

इस चटनी को उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक बनाया जाता है। यह चटनी परांठों, दाल-चावल, या पूड़ी के साथ बहुत स्वादिष्ट लगती है।एक सूखी कड़ाही में मेथी दाना को मध्यम आंच पर 1–2 मिनट हल्का सुनहरा और खुशबूदार होने तक भूनें। ध्यान रखें कि यह जले नहीं, नहीं तो चटनी कड़वी हो जाएगी। अब उसी कड़ाही में जीरा, साबुत धनिया, सौंफ और लाल मिर्च को हल्का सा भूनें जब तक खुशबू न आने लगे। अमचूर पाउडर, काला नमक, सादा नमक और गुड़/चीनी भी डालें। अब इन्हें दरदरा या पाउडर जैसा पिस लें। यह चटनी सूखी होती है, इसलिए आप इसे एयर टाइट डिब्बे में 2-3 हफ्ते तक स्टोर कर सकते हैं।
टमाटर-लहसुन चटनी रेसिपी

यह चटनी महाराष्ट्र में सबसे अधिक लोकप्रिय है। इसे आप पकोड़ों के साथ खा सकती हैं। इसके लिए 3 से 4 टमाटर और 3 लहसुन की कलियां और 2 हरी मिर्च के साथ नारियल का बुरादा मिलाकर सभी को एक साथ सिलबट्टे पर पीस लें और नमक स्वादानुसार मिलाएं। तैयार है, आपकी स्वादिष्ट तीखी-खट्टी चटनी।