बारिश के महीने में हमें कुछ हेल्दी लड्डू खाने और बनाने ही चाहिए। आइए इसके बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
ड्राई फ्रूट्स गोंद लड्डू

ड्राई फ्रूट और गोंद को मिला कर बनाये गए लड्डू काफी टेस्टी और हेल्दी होते हैं, इनकी खासियत यही होती है कि आप इन्हें एक पीस भी खा लें, आपको पेट भरा लगेगा और फिर आपको और कुछ खाने की जरूरत नहीं होगी। यह टेस्टी भी उतना ही लगता है। इसे बनाने में थोड़ा धैर्य लगता है, लेकिन आप इन्हें स्टोर करके रख सकती हैं और हर दिन इसे खा सकती हैं। गोंद कतीरा, जिसे ट्रागाकैंथ गम के नाम से भी जाना जाता है, एक खाद्य गोंद है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। यह अपनी कूलिंग प्रक्रिया के लिए जाना जाता है। यह गर्भावस्था के दौरान और बाद में महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, और यह त्वचा और बालों के स्वास्थ्य में भी मदद कर सकता है। गोंद एक प्राकृतिक कूलर माना जाता है, इसलिए यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने और लू से बचाव में मदद करता है, लोग इसलिए इसे गर्मियों में बहुत खाते हैं। यह फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन में सुधार और कब्ज से राहत देता है, जिससे आपकी पाचन क्रिया ठीक हो जाती है। यह महिलाओं में पीरियड चक्र को नियमित करने में मदद कर सकता है। यह भी जान लीजिए कि यह कैल्शियम और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत है, जो मजबूत हड्डियों और दांतों को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।
लड्डू बनाने की विधि
गोंद के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले आपको एक कड़ाही में घी गरम कर लेना है और फिर इसमें गोंद को तब तक भूनना है, जब तक वह फूल न जाए, फिर इसको निकालकर अलग रख दें। अब सभी मेवे यानी ड्राई फ्रूट्स को और बीजों को खुशबू आने तक और मखाने के कुरकुरे होने तक भूनें। अब खजूर को सूखने तक भूनें। सभी खजूर को मिक्सर में डालकर पीस लें। इन्हें लड्डू का आकार दें और सूखे जार में भरकर रख लें। कम से कम 15 दिन तक आप इसे आराम से खा सकती हैं।
रागी लड्डू

अगर बात रागी या नाचनी की की जाए, तो यह फिंगर मिलेट एक स्वास्थ्यवर्धक अनाज है और इसे हमारे भोजन में जरूर शामिल किया जाना चाहिए, क्योंकि इसकी खूबी यही होती है कि यह पूर्ण रूप से कैल्शियम से भरपूर होने के कारण, यह बच्चों और महिलाओं के लिए बहुत अच्छा है।
लड्डू बनाने की विधि
एक कड़ाही या मोटे तले वाले चौड़े बर्तन में 1.5 कप रागी का आटा (नचनी या रागी का आटा) लें। फिर ताजा रागी का आटा इस्तेमाल करें, फिर तवे को धीमी आंच पर या धीमी आंच पर रखें और रागी के आटे को भूनना शुरू करें। आटे को भूनते समय बीच-बीच में चलाती रहें, ताकि यह अच्छी तरह से भुन जाए। फिर रागी के आटे का रंग बदलने और अच्छी खुशबू आने तक धीमी आंच पर लगभग 6 से 8 मिनट तक भूनें। फिर आटे में ⅓ कप घी डालें। फिर जब घी पिघल जाये, तो आटे में इसे मिलाना शुरू करें। फिर इस मिश्रण को 5 से 7 मिनट तक और चलाती और भूनती रहें। एक बात का आपको ध्यान रखना है कि रागी के आटे का स्वाद चख लें, जब आपको इसका स्वाद कुरकुरा लगेगा, तब सही होता है। अब इसमें आधा छोटा चम्मच इलायची पाउडर डालें। फिर इसमें ¾ कप गुड़ पाउडर डालें। बहुत अच्छी तरह से मिश्रण करना शुरू करें। इस रागी लड्डू मिश्रण को गर्म होने दें, फिर अपने हाथों से सभी चीजों को अच्छी तरह से मिला लें और यदि कोई छोटी गांठ हो, तो उसे अपने हाथों से तोड़ लें। मिश्रण का एक भाग लेकर लड्डू बना लें।
मूंगफली और गुड़ के लड्डू

गुड़ के साथ मूंगफली के लड्डू यानी पीनट लड्डू के कई फायदे हैं, जी हां यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है, क्योंकि मूंगफली और गुड़ का साथ इस लड्डू को ऊर्जा, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स का एक अच्छा स्रोत बना देता है। साथ ही आवश्यक विटामिन और खनिज भी प्रदान करता है। विशेष रूप से, गुड़ आयरन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है, और यह पाचन में मदद कर सकता है और हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ा सकता है।
लड्डू बनाने की विधि
भुनी हुई छिलका निकली हुई मूंगफली, गुड़ और इलायची मिक्सी के जार में डालकर पीस लेना है, फिर एक ही साइज के लड्डू बना लेना है। फिर इसे एक डिब्बे में भर कर रख दें, यह अच्छे खासे दिन चलते हैं। आप इन्हें बच्चो को टिफिन में भी दे सकती हैं।
अलसी के लड्डू

अलसी के लड्डू, जिन्हें अलसी के लड्डू भी कहा जाता है, पोषक तत्वों से भरपूर एक नाश्ता है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं। ये गुण हृदय स्वास्थ्य, पाचन, त्वचा स्वास्थ्य और समग्र जीवन शक्ति को बेहतर बनाने में योगदान करते हैं।
लड्डू बनाने की विधि
इस लड्डू को बनाने के लिए सबसे पहले चौड़े तले वाला पैन गरम करें। सफेद और काले तिल को तब तक सूखा भूनें जब तक वे ऊपर न आने लगें। इसे जलने न दें। इसे एक प्लेट में निकाल लें। अब अलसी के बीज डालें और तब तक सूखा भूनें जब तक वे ऊपर न आने लगें। जलने न दें। इसे भुने हुए तिल वाली प्लेट में निकाल लें। उसी पैन में बादाम डालें और हल्का भूरा होने तक भूनें। ध्यान रहे कि वे जले नहीं। इसे थोड़ा ठंडा होने दें। अब भुने हुए बादाम को पीस लें। यह थोड़ा दरदरा होना चाहिए। इसे मिक्सिंग बाउल में निकाल लें। अब भुने हुए तिल और अलसी को पीसकर थोड़ा दरदरा पाउडर बना लें। इसे मिक्सिंग बाउल में निकाल लें। मिली हुई सामग्री को अच्छी तरह मिला लें। अब पैन में घी गरम करें। ऑर्गेनिक गुड़ पाउडर डालें और अच्छी तरह पिघलने तक मिलाएं। फिर घी और गुड़ के मिश्रण में पिसे हुए बादाम, अलसी और तिल का मिश्रण डालें। इसे अच्छी तरह मिला लें और आंच बंद कर दें। इसे लगभग 7 मिनट तक ठंडा होने दें। अपनी हथेली पर तेल लगाएं और छोटे-छोटे टुकड़े लेकर गोल लड्डू बेल लें। इन्हें एक एयरटाइट डिब्बे में भरकर रख दें।
राजगिरा लड्डू

बादाम और राजगिरा के लड्डू बहुत जल्दी बन जाते हैं और इनमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। बादाम हेल्दी फैट्स, प्रोटीन और विटामिन से भरपूर होते हैं, जबकि राजगिरा का स्वाद लाजवाब होता है। आपको एक कड़ाही में अच्छे से तेल गरम कर लेना है, फिर 1 छोटा चम्मच राजगिरा के दाने डालना है और लगातार हिलाना है और फिर जैसे ही दाने फूल जाएं, अब भूने हुए राजगिरा को छलनी में छान लें, भूने हुए राजगिरा को अलग कर लें और फिर जो राजगिरा फूले नहीं हैं, वह छलनी से नीचे आ जायेंगे, अब लड्डू बनाने के लिये फूले हुए राजगिरा का इस्तेमाल कीजिए, आपको गुड़ को बारीक तोड़ लेना है, फिर काजू को बारीक काट लेना है, फिर कड़ाही में 2 छोटे चम्मच घी डाल दीजिए, फिर घी को पिघलने पर गुड़ डाल दीजिए, फिर 1-2 टेबल स्पून पानी डाल दें और गुड़ को पिघलने दें, फिर गुड़ को 1-2 मिनट तक पका लें। चाशनी बन कर तैयार है, अब इसमें राजगिरा मिलाइए, फिर काजू और किशमिश भी डाल दीजिए, फिर सारी चीजें अच्छी तरह से मिला दीजिए। अब लड्डू बनाने के लिए मिश्रण तैयार है। गरम-गरम मिश्रण से लड्डू बनाएं और हाथों पर थोड़ा-सा पानी लगाकर गीला करें। थोड़ा-सा मिश्रण लें और दोनों हाथों से गोल करके लड्डू बनाएं और प्लेट में लगा दें। राजगिरा के लड्डू 3-4 घंटे हवा में खुले रहने दीजिए और इन्हें एक महीने तक कंटेनर में रखें।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले वाले सवाल
राजगिरा लड्डू बनाते हुए किन बातों का ख्याल रखें ?
राजगिरा को भूनने के लिए भारी तले की कड़ाही ही इस्तेमाल करना चाहिए।
रागी के लड्डू एक दिन में कितना खाना चाहिए ?
रागी सिर्फ एक ही खाना चाहिए, नहीं तो कभी-कभी पाचन क्रिया बिगड़ सकती है।