हम अक्सर ऑफिस जाने के लिए जल्दबाजी में रहते हैं और हमें कुछ पता नहीं होता है कि हम क्या ऐसा हेल्दी खाना बनाएं, जिसे खाकर हमें अच्छा महसूस हो और साथ ही इसमें कम समय भी लगे। आइए जानते हैं ऐसे कुछ फूड आयटम के बारे में।
संतुलित दोपहर का भोजन तैयार करना

एक बात पर खास गौर करने की जरूरत है कि प्लांट बेस्ड खाना खाना आपके लिए बेहद जरूरी है, आपको विभिन्न प्रकार के फलों और सब्जियों पर ध्यान देने की भी बेहद जरूरत है, ऐसे में आपके लंच की इसमें अहम भूमिका रहती है, जैसे प्रोटीन आपके शरीर में जाना ही चाहिए, इसमें चिकन, मछली, बीन्स या दाल जैसी चीजें काफी शामिल हैं, साथ ही प्लांट बेस्ट विकल्प चुनें, क्योंकि यह सेहत के लिए बेस्ट विकल्प होते हैं। साथ ही टोफू या छोले जैसी चीजें खाने की कोशिश करें। अगर हम कार्बोहाइड्रेट की बात करें, तो रिफाइंड अनाज के बजाय साबुत अनाज जैसे कि गेहूं की रोटी, ब्राउन राइस या साबुत अनाज पास्ता चुनना आपकी सेहत पर चार चांद लगायेगा। वहीं हेल्दी फैट्स के रूप में मेवे, बीज, एवोकाडो या ऑलिव ऑयल बेहतर होता है।
सैंडविच या रैप

अगर सैंडविच की बात करें, तो सही बात है कि अगर हेल्दी तरीके से सैंडविच भी खाई जाए, तो भी शरीर के लिए यह काफी अच्छा रहता है। यह सेहतमंद तरीके से आप तक पहुंचता है। जैसे कि अगर साबुत अनाज की बात करें, तो रोटी या गेहूं के रैप का उपयोग करना अच्छा होता है, वहीं टर्की या ग्रिल्ड चिकन, हम्मस या एवोकाडो जैसे कम वसा वाले प्रोटीन और पत्तेदार साग, टमाटर और शिमला मिर्च जैसी भरपूर सब्जियों से भरे सलाद अच्छे रहते हैं। अब अगर बात पत्तेदार साग की करें, तो कलरफुल सलाद भी सेहत के लिए बेस्ट रहते हैं। जैसे ग्रिल्ड चिकन या छोले जैसे प्रोटीन सोर्स अच्छे रहते हैं और ऊपर से कई अन्य सब्जियां भी खाई जा सकती है, साथ ही साथ आपको हल्का विनेगर डालने की भी कोशिश करनी चाहिए। अब सूप की तरफ ध्यान दें, तो दाल, मटर या सब्जियों से बने सूप बेहतरीन विकल्प हैं, खासकर जब इनमें फलियों से मिलने वाला प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में हो। ब्राउन राइस की बात करें, तो इसमें लीन प्रोटीन, भुनी हुई सब्ज़ियों और एक सेहतमंद सॉस से भरा अनाज का बाउल एक पेट भरने वाला और बहुमुखी विकल्प बन सकता है और साथ ही ऑफिस लंच के लिए साबुत गेहूं से बने पिटा ब्रेड भी अच्छे रहते हैं।
हेल्दी लंच क्यों है जरूरी

ऊर्जा के स्तर को स्थिर बनाए रखने और दोपहर की थकान से बचने के लिए एक स्वस्थ, पौष्टिक लंच जरूरी है, क्योंकि यही पौष्टिक भोजन आपको ऊर्जावान और उत्पादक बनाए रखने के लिए सही पोषक तत्वों से भरपूर रखने में मदद करते हैं। साथ ही फ्रेश, घर में बने व्यंजन चुनने से आप पूरे दिन ऊर्जावान बनी रहती है। वहीं भारतीय भोजन का एक प्रमुख लाभ इसके स्वादों की विविधता है। मसालों, जड़ी-बूटियों और ताजी सामग्रियों का मिश्रण हर व्यंजन में एक समृद्ध और सुगंधित स्वाद पैदा करता है। स्वादों की यह विस्तृत शृंखला पौष्टिक व्यंजनों का आनंद लेना रोमांचक और संतोषजनक बनाती है। दरअसल,भोजन हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे होते हैं। फलिया, मेवे और सूजन-रोधी मसालों जैसी सामग्रियों से युक्त, शाकाहारी लंच आइडियाज स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखते हैं और रक्त संचार में सुधार करते हैं। ये पौष्टिक विकल्प आपके हृदय को पोषण और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
पाचन में सहायक
भारतीय लंच अगर हेल्दी हो तो, तो यह पाचन को बेहतर बनाने के अच्छे होते हैं। दाल और साबुत अनाज जैसी पेट के लिए अनुकूल सामग्रियों से भरपूर, ये एक स्वस्थ पाचन तंत्र को बनाए रखने में मदद करते हैं। अदरक और जीरा जैसे मसाले भी पेट को आराम देने और पाचन को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कुछ खास विकल्प
अगर कुछ जरूरी विकल्प की बात करें, तो चने का सलाद पोषक तत्वों से भरपूर व्यंजन है, जिसमें चने के गुणों के साथ ताजी सब्जियां भी शामिल हैं, जो इसे भारतीय शाकाहारी दोपहर के भोजन के विकल्पों में एक बेहतरीन विकल्प बनाता है। प्रोटीन, फाइबर और जरूरी विटामिनों से भरपूर, यह ताजा और संतोषजनक दोनों है। स्वाद को और बढ़ाने के लिए इसमें खीरा, टमाटर, प्याज और नींबू का रस मिला लें। यह साधारण सलाद आपको पूरे दिन ऊर्जावान बनाये रखेगा। वेजिटेबल पुलाव एक स्वादिष्ट विकल्प है, जो बासमती चावल, मिश्रित सब्जियों और सुगंधित मसालों के मिश्रण से बना यह पुलाव एक स्वादिष्ट और संतुलित भोजन प्रदान करता है। वहीं क्विनोआ खिचड़ी एक पारंपरिक व्यंजन का एक स्वास्थ्यवर्धक और आधुनिक रूप है, जो इसे भारतीय शाकाहारी दोपहर के भोजन के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाता है। यह आरामदायक भोजन क्विनोआ को दाल और सब्जियों के साथ मिलाकर प्रोटीन और फाइबर से भरपूर विकल्प प्रदान करता है। यह हल्का, लेकिन पेट भरने वाला है, जो इसे उन लोगों के लिए अच्छा बन जाता है, जो एक पौष्टिक दोपहर के भोजन की तलाश में रहते हैं और जो उन्हें पेट में भारी-भारी सा न लगे।