राखी में तरह-तरह की मिठाइयां बनती हैं। आइए जानें कौन-कौन सी मिठाइयां खास होती हैं।
रसगुल्ला

सबसे पहले बात रसगुल्ला की, जो कि एक मुलायम और स्पंजी बंगाली मिठाई है, जो ताजे छेना के गोलों को हल्की चीनी की चाशनी में भिगोकर बनाई जाती है। अपनी सॉफ्ट बनावट और हल्की मिठास के लिए मशहूर, रसगुल्ला अक्सर त्योहारों, शादियों और पारिवारिक समारोहों में खाया जाता है। यह प्रतिष्ठित मिठाई भारतीय पाक संस्कृति में एक विशेष स्थान रखती है। दरअसल, पश्चिम बंगाल और ओडिशा दोनों ही मानते हैं कि यह उनकी मिठाई है। फिर चाहे इसे ठंडा परोसा जाए या रूम टेम्प्रेचर पेपर, रसगुल्ला पीढ़ियों से लोगों का पसंदीदा बना हुआ है।
मलाई घेवर
अगर बात मलाई घेवर की की जाये, तो राजस्थान में और खासतौर से जयपुर में, घेवर राखी की सबसे लोकप्रिय मिठाई के रूप में एक विशेष स्थान रखता है। रक्षाबंधन के दौरान घेवर बनाना एक प्रिय परंपरा है। लोग इसे बेहद शौक से घरों में भी बनाते हैं और खूब शौक से खरीद कर भी खाते हैं। घेवर की खूबी यह भी है कि यह टेस्टी होता है और इसे सम्पूर्ण आहार वाली मिठाई माना जाता है, क्योंकि कई बार लोग इसे घर पर भी शौक से बनाते हैं।
मिल्क पेड़ा
भारत की एक पसंदीदा मिठाई, मिल्क पेड़ा, एक स्वादिष्ट व्यंजन है, जिसमें दूध का गाढ़ा और मलाईदार स्वाद शामिल होता है। यह पारंपरिक मिठाई अपने मुंह में घुल जाने वाले स्वाद और सॉफ्ट स्वाद के लिए जानी जाती है, जो इसे त्योहारों, उत्सवों और शुभ अवसरों पर लोगों का पसंदीदा बनाती है। इसे कमरे के तापमान पर परोसी गई एक अलग मिठाई के रूप में माना जाता है। शाम के समय की यह शानदार स्नैक्स मिठाई मानी जाती है।
नारियल के लड्डू

महाराष्ट्र के व्यंजनों की बात करें, तो यह एक पसंदीदा मिठाई है। यह मनमोहक स्वादों वाला लड्डू माना जाता है। यह पारंपरिक भारतीय मिठाइयों में से एक होती हैं और यह व्यंजन मुख्य रूप से ताजा कसे हुए नारियल या सूखे नारियल और गाढ़े दूध से बनाए जाते हैं, जो मिठास और बनावट का एक बेहतरीन बैलेंस बनाता है। यह मिठाई त्योहारों और उत्सवों के दौरान विशेष रूप से लोकप्रिय होती है, जो खुशी और एकजुटता का प्रतीक है।
रसमलाई
रसमलाई एक पारंपरिक बंगाली मिठाई है। दरअसल, यह इलायची और केसर के स्वाद वाले गाढ़े, मीठे दूध में भिगोए गए मुलायम छेना के टुकड़ों से बनाई जाती है। हल्की, लेकिन स्वादिष्ट रसमलाई आमतौर पर ठंडी परोसी जाती है और अक्सर त्योहारों, समारोहों या विशेष पारिवारिक समारोहों में बनाई जाती है। इसकी मुलायम बनावट और भरपूर स्वाद इसे त्योहारों पर पसंदीदा बनाते हैं, जो बंगाली व्यंजनों की भव्यता और पारंपरिक मिठाई बनाने के तरीके को दर्शाता है।
मोतीचूर

यह एक प्रिय भारतीय मिठाई है, जो लड्डू उत्सवों, त्योहारों और शुभ अवसरों पर खासतौर से बनाये जाते हैं। भारत के उत्तरी क्षेत्रों से आने वाले, ये सुनहरे-नारंगी रंग के मीठे गोले छोटी, सुगंधित बूंदी (बेसन की छोटी तली हुई बूंदें) से बनाए जाते हैं, जिन्हें सुगंधित चीनी की चाशनी में सावधानी से बांधा जाता है। इसका चटख रंग, मनमोहक बनावट और भरपूर स्वाद इसे भारतीय उत्सवों का एक अनिवार्य हिस्सा बनाते हैं। चाहे इसे उत्सव के रूप में खाया जाए या प्रसाद के रूप में, यह सभी पीढ़ियों द्वारा पसंद किया जाने वाला एक सदाबहार पसंदीदा व्यंजन बना हुआ है।
चावल की खीर
उत्तर भारतीय व्यंजनों की सबसे लोकप्रिय और पसंदीदा मिठाइयों में से एक, चावल की खीर, इस क्षेत्र की समृद्ध पाक विरासत और उत्सवी भावना का प्रतीक है। यह मलाईदार और सुगंधित व्यंजन, केवल कुछ ही सामग्रियों चावल, दूध, चीनी, सुगंधित मसालों और कुरकुरे मेवों से बनाया जाता है। खास बात यह भी है कि इसे बनाने में धैर्य और बारीकी से ध्यान देने की आवश्यकता होती है, ताकि इसका उत्तम स्वाद का मजा लिया जा सके। इस मीठे व्यंजन की खूबी यह है कि इसका भारतीय संस्कृति में सांस्कृतिक महत्व भी है और आतिथ्य और उत्सवों की खुशियों का प्रतीक है।
सेवईं की खीर
सेवईं खीर, उत्तर भारत की एक लोकप्रिय मिठाई है जो भारतीय मीठे व्यंजनों की सादगी और भव्यता का प्रतीक है। यह मलाईदार और सुगंधित हलवा भुनी हुई सेवईं, दूध, चीनी और सुगंधित मसालों से बनाया जाता है, जो एक स्वादिष्ट व्यंजन है, जिसका आनंद त्योहारों, विशेष अवसरों पर और घर पर बनी एक आरामदायक मिठाई के रूप में लिया जाता है। इसे आमतौर पर कटोरों में डालकर मिठाई के रूप में खाया जाता है, जो भोजन का एक आरामदायक और मीठा अंत प्रदान करता है।
सेमिया पायसम

सेमिया पायसम, त्योहारों और पारिवारिक समारोहों के दौरान बनाई जाने वाली एक लोकप्रिय दक्षिण भारतीय मिठाई है। इसे भुनी हुई सेमिया (चावल की सेंवई या गेहूं की सेंवई), दूध, चीनी और इलायची के साथ बनाया जाता है और घी में तले हुए काजू और किशमिश से सजाया जाता है। पायसम की बनावट गाढ़ी, मलाईदार और मनमोहक मिठास इसे त्योहारों में पसंदीदा बनाती है। आप इसे गरम या ठंडा परोस सकते हैं। अगर ठंडा परोस रहे हैं, तो इसे कुछ घंटों के लिए फ्रिज में रखने से पहले पूरी तरह ठंडा होने दें।
फिरनी
फिरनी एक पारंपरिक पंजाबी मिठाई है जो अपनी मलाईदार बनावट और नाजुक स्वाद के लिए जानी जाती है। चावल से बनी यह खीर पूरे पंजाब में त्योहारों, शादियों और समारोहों में एक प्रमुख व्यंजन है। इलायची और केसर की खुशबू से भरपूर और स्वाद से भरपूर, फिरनी एक ऐसी मिठाई है जो न केवल मीठे के शौकीनों को स्वाद दिलाती है, बल्कि परंपरा और सांस्कृतिक विरासत की भी याद दिलाती है। इसे छोटे कटोरे या मिट्टी के बर्तनों में ठंडा करके परोसना सबसे अच्छा लगता है, जो इसके पारंपरिक आकर्षण को बढ़ाता है और इसे ठंडा रखता है।
गुलाब जामुन

गुलाब जामुन एक क्लासिक भारतीय मिठाई है, जिसे पूरे देश में पसंद किया जाता है और अक्सर त्योहारों, शादियों और खास मौकों पर बनाया जाता है। ये मुलायम, मुंह में घुल जाने वाले गोले हल्की इलायची की खुशबू वाली चाशनी में डूबे रहते हैं, जिससे इन्हें अपनी खास मिठास और स्वाद मिलता है। इन्हें आमतौर पर गरमागरम या कमरे के तापमान पर परोसा जाता है, और कभी-कभी ऊपर से कटे हुए पिस्ता या बादाम भी डाले जाते हैं। आप इन्हें ऐसे ही खा सकती हैं या फिर वनीला आइसक्रीम के साथ एक साधारण फ्यूजन मिठाई के रूप में भी परोस सकती हैं।
संदेश
संदेश एक प्रसिद्ध बंगाली मिठाई है, जो ताजे छेना से बनाई जाती है और अक्सर दुर्गा पूजा, दशहरा और अन्य विशेष अवसरों पर बनाई जाती है। मुलायम, हल्का मीठा और नाजुक स्वाद वाला संदेश बंगाल की पारंपरिक मिठाई बनाने की कला को दर्शाता है। कम से कम सामग्री से तैयार और सावधानीपूर्वक आकार दिया गया, यह स्थानीय मिठाई बनाने वालों की कलात्मकता को दर्शाता है, जिन्होंने पीढ़ियों से इस पाक परंपरा को आगे बढ़ाया है।