भारत में स्टीम से बनने वाली कई चीजें हैं, जो आसानी से बनती हैं, क्योंकि यहां स्टीम यानी भाप से पकने वाली प्रक्रिया को अहम माना जाता है। ऐसे में आइए जान लेते हैं कि वे कौन-कौन-सी डिशेज हैं, जिन्हें हम स्टीम से आसानी से पका सकते हैं।
क्यों जरूरी है स्टीम फूड खाना

यह जानना सबसे ज्यादा जरूरी है कि आखिर आपको भाप पर पकाया खाना क्यों खाना चाहिए। गर्मी हो या सर्दी, अपने खाने को भाप में पकाना यह एक अच्छा तरीका होता है, यह जानने के लिए कि आप स्वस्थ खाना खाने की प्रक्रिया में हैं, वहीं विभिन्न अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि भोजन को भाप में पकाना हमारे भोजन में मौजूद पोषक तत्वों को सही से शरीर में पहुंचाने के लिए एक प्रभावी तरीका है। दरअसल, होता यह है कि जब हम खाना पकाने के तरल पदार्थ को फेंक देते हैं या अत्यधिक गर्मी का उपयोग करते हैं, तो इस प्रक्रिया में अधिकांश पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। इस प्रकार, हम जो खाते हैं वह अधिकतर खाली कैलोरी के अलावा कुछ नहीं होता है। इसलिए भाप में पकाया खाना अच्छा होता है।
स्टीम करने का सही तरीका
अपने भोजन को भाप में पकाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आपको अपने घर में निश्चित रूप से एक स्टीमर रखना चाहिए। जी हां, नए इलेक्ट्रिक मॉडल वाले स्टीमर में आजकल टाइमर भी होता है, ताकि आपके लिए किचन में खड़े रहना जरूरी न हो, साथ ही आप इस बात पर नजर रख पाएं कि खाना अधिक न पक गया हो। स्टीमर न भी हो, तो आपको बहुत अधिक चिंता की जरूरत नहीं है, आप एक बड़े भारी तले वाले पैन और एक होल्स वाले प्लेट का उपयोग करके एक मेक-शिफ्ट स्टीमर से भी काम चला सकती हैं। आप इसमें खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए मसालों और जड़ी-बूटियों के मिश्रण का इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे स्टीम खाने में और अधिक मजा बढ़ जाता है और जायका भी।
स्टीमर होते हैं कैसे-कैसे

अधिकांश एशियाई घरों में अपने भोजन को भाप में पकाने के लिए घर पर एक खास स्टीमर होता ही है। वे बांस के रूप में और पूर्ण धातु के टॉवर के रूप में दोनों आते हैं, लेकिन अगर आपके पास जगह नहीं है, तो आप बांस की चॉपस्टिक और एक कड़ाही के साथ एक अस्थायी स्टीमर बना सकती हैं और वह भी अपने घर में ही। या फिर आपके घर के बर्तन में सेट हो जाये, ऐसा कोई स्टीम करने वाला प्लेट भी खरीद सकती हैं।
घर में कैसे करें स्टीम
दरअसल, इसे घर में उपयोग करना बहुत आसान है। यह तरीका कई मायने में जबरदस्त है। इसके लिए आपको अपना स्टीमर सेटअप ले लेना और फिर जिस प्लेट पर आप स्टीम कर रही हैं, उसके ठीक नीचे बर्तन में पानी डालें। आपको लगभग 30 मिनट तक स्टीम करने के लिए पर्याप्त पानी की आवश्यकता होगी (जो कि कम से कम 2 इंच पानी या उससे अधिक है। यह महत्वपूर्ण है कि आप पानी को अपनी उस प्लेट के नीचे न छूने दें जिस पर आप स्टीम कर रही हैं। एक बार जब आप यह सेटअप कर लें, तो अपनी प्लेट को ट्राइवेट या बांस के ऊपर रखें, अपने स्टोव को मध्यम पर सेट करें और फिर आपके बर्तन में ढक्कन भी होना चाहिए, अन्यथा आप भाप को अंदर नहीं रोक पाएंगी।
सस्टेनेबल और सेहत के लिए

चूंकि स्टीम किये गए खाने में आपको किसी भी तरह के तेल का अधिक उपयोग नहीं करना पड़ता है, इसलिए यह बहुत हेल्दी होता है, जो सिर्फ भाप से पक जाता है और इसे खाने में आपको बहुत मजा आएगा।
दिलचस्प डिशेज जो भाप पर बन जायेंगे

ऐसी कई दिलचस्प डिशेज हैं, जिन्हें खाकर आपको बेहद मजा आएगा और ये भाप पर आसानी से पकने के लिए काफी हैं, आइए जानें ऐसी डिशेज के बारे में।
इडली
इडली को भी भाप पर ही पकाया जाता है, इसके मिश्रण को सांचे में डाला जाता है और 15 मिनट के लिए पकने को छोड़ दिया जाता है और फिर सांभर या सांबर और चटनी के साथ इसे खाया जाता है।
ढोकला
ढोकला को भी आसानी से भाप पर पकाया जा सकता है, इसके लिए दही को मिक्सी में फेंट लेना है और फिर सूजी को दही में मिला कर अच्छे से घोल बना लें, लेकिन इस बात का ख्याल रखें कि घोल गाढ़ा भी न हो जाए। इसके लिए आपको 1-2 टेबल स्पून पानी मिला लेना है। फिर इसमें आपको सब्जियां और नमक इस घोल में डाल कर अच्छी तरह चम्मच से मिला दीजिए। फिर से मिश्रण को आधा घंटे के लिए ढक कर रख दीजिए। फिर स्टीम पर पकाने की तैयारी करनी चाहिए। इसके लिए आपको ढोकले को कूकर में, सेपरेटर या कोई चौड़ा बर्तन, जो कूकर में रखा जा सकता हो या भगोने या कड़ाही में थाली रख कर बना सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको थाली रखनी है, फिर 2 छोटे गिलास पानी डालकर, गैस पर गरम करने रख दीजिए, फिर ऐसी जाली जैसी कोई चीज लीजिए और फिर पानी में भाप बनने के बाद, इसे स्टैंड के ऊपर ढोकला की थाली रख दें। फिर मिश्रण डाल कर इसे पकने दीजिए, आपका ढोकला तैयार हो जायेगा।
पिठ्ठा
बिहार के मुख्य डिश में से एक है पिट्ठा, जिसे खूब खाया जाता है, इसे टेस्टी तरीके से पकाया जाता है और फिर इसे चटनी के साथ खाया जाता है, इसे बनाने के लिए अधिक मेहनत की जरूरत नहीं होती है, दाल को उबाल कर उसका मिश्रण तैयार करके फिर उसे चावल या गेहूं के आटे में भर कर स्टीम किया जाता है।
पात्रा
पात्रा रीक्वच या कच्चू के पत्ते से पत्ते से आपको पात्रा बनाना चाहिए, उसमें आपको अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती है, इसमें आपको दाल पीसी हुई लगानी है और फिर इसे स्टीम करने के लिए छोड़ देना है।
मोमोज
मोमोज हम सबका पसंदीदा खाना है, जो हमें खाना पसंद होता है और यह भी आसानी से स्टीम पर बन जाता है। मोमोज को आप इडली वाले स्टीमर में भी बना सकती हैं, जिन्हें खाने में आपको काफी मजा भी आएगा। इसे बनाने के लिए आपको मैदे के आटे में वेजिटेबल्स या चिकन का स्टफ भरना है, जिसे खाने में आपको काफी मजा आएगा।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल और जवाब

स्टीमिंग की बात करें, तो इसके पीछे का विज्ञान क्या कहता है ?
अगर भाप से खाना पकाने की बात करें, तो यह खाना पकाने की एक विधि है, जिसमें नम गर्मी की आवश्यकता होती है। पानी को उबालने से गर्मी पैदा होती है जो भाप में बदल जाती है। भाप भोजन को गर्मी देती है और उसे पकाती है। उबालने के विपरीत, भोजन पानी से अलग होता है और केवल टीम के सीधे संपर्क में आता है। जब पानी लगभग 100 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच जाता है, तो भाप बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। पानी 212 डिग्री फारेनहाइट पर उबलता है, इसलिए भोजन को पकाने का उच्चतम तापमान 212 डिग्री होता है। स्टोव टॉप पर भोजन को भाप से पकाने के लिए आपको केवल दो सरल उपकरणों की आवश्यकता होती है। एक बर्तन और एक स्टीमर बास्केट। बर्तन में थोड़ी मात्रा में तरल भरा जाता है जिसे उबालने के लिए लाया जाता है; पकाने वाली वस्तु को तरल के ऊपर लटकी हुई टोकरी में रखा जाता है, और फिर बर्तन को ढक दिया जाता है। गर्म भाप बर्तन में घूमती है और भोजन को बहुत तेजी से पकाती है। इस तकनीक को "कम्पार्टमेंट स्टीमिंग" के रूप में जाना जाता है। एशियाई व्यंजनों में इस्तेमाल किए जाने वाले बांस के स्टीमर या केले के पत्ते एक कम्पार्टमेंट स्टीमर का एक उदाहरण हैं।
और कौन-कौन से डिश हैं, जिन्हें स्टीम तरीके से पका सकते हैं ?
ऐसे कई डिशेज हैं, जिनमें मुथिया, स्टीम्ड फिश, भापा आलू,स्प्रिंग रोल्स, भापा भात, स्टीम संदेश और भी कई तरह के डिशेज बना सकते हैं।