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इतिहास को जानने के लिए पढ़ें यह 5 सबसे रोचक किताबें

टीम Her Circle |  फ़रवरी 21, 2025

अगर आप किताब पढ़ने में रूचि रखती हैं, तो आपको ऐसी किताबें भी पढ़नी चाहिए. जिसमें हमारे देश का इतिहास लिखा गया हो। भारत की संस्कृति, सभ्यता और और प्राचीन भारत की जानकारी लेने के लिए आपको एक बार साहित्य की दुनिया में जरूर जाना चाहिए। जहां पर इतिहास से मुलाकात करने और फिर से इतिहास के पन्नों को पलटने का अवसर आपको यह सारी किताबें देती हैं। आइए जानते हैं ऐसी पांच किताबों के बारे में।

भारत का प्राचीन इतिहास किताब रिव्यू

रामशरण शर्मा द्वारा लिखी गई यह किताब भारत के इतिहास की गहरी समझ को प्रदान करती है। रामशरण शर्मा  ने बड़े ही सरल तरीके से अपनी लेखनी में इसे प्रस्तुत किया है।  यह पुस्तक भारतीय इतिहास पर एक गहन और समृद्ध दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है। यह किताब भारतीय इतिहास के कई पहलुओं को कवर करती है, जैसे वेदकाल, मौर्य साम्राज्य, गुप्त साम्राज्य, मुस्लिम आक्रमण, मुगल साम्राज्य, और  ब्रिटिश शासन का प्रभाव दिखाती है। साथ ही अपनी इस किताब में लेखक ने भारतीय इतिहास की आलोचनात्मक समझ को भी प्रदान किया है। उन्होंने अंग्रेजों के भारत में प्रभाव और भारतीय समाज के विभिन्न बदलावों को सामाजिक दृष्टिकोण को दिखाया है। उन्होंने न केवल ऐतिहासिक घटनाओं को अपनी किताब में बताया है, बल्कि उसके पीछे के प्रभावों को भी अपनी इस लोकप्रिय किताब में प्रस्तुत किया है। यह पुस्तक न केवल इतिहास के शौक़ीनों, बल्कि छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए भी अत्यधिक उपयोगी है। रामशरण शर्मा की यह किताब भारतीय इतिहास को व्यापक और गहराई से समझने में मदद करती है। अगर आपको भारत के इतिहास को जानने में दिलचस्पी है और वो भी रोचक तरीके से, तो आपको यह किताब जरूर पढ़नी चाहिए।

हिस्ट्री ऑफ द वर्ल्ड किताब रिव्यू

इस किताब में विश्व के विकास की यात्रा का  विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है। जिसमें खासतौर पर प्रमुख घटनाओं,सभ्यताओं के साथ कई प्रमुख पहलुओं का विश्वेलेषण किया गया है। एच जी वेल्स की लेखन शैली यहां पर प्रभावी तरीके से कार्य करती है।  उन्होंने इतिहास को इस तरह से प्रस्तुत किया है कि यह पाठकों के लिए न केवल शैक्षिक बल्कि मनोरंजक भी बन जाता है। उनकी शब्दों में सरलता और क्लैरिटी है, जो जटिल ऐतिहासिक घटनाओं को भी आसानी से समझने योग्य बनाती है। उल्लेखनीय है कि उनकी यह किताब प्रचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक समय तक का बखान करती हुई नजर आती है। उन्होंने अपनी इस किताब में विश्व के खास देशों, खासकर भारत, चीन, ग्रीस, रोम और मध्यकालीन यूरोप की प्रमुख सभ्यताओं का उल्लेख विस्तार पूर्वक और रोचत तरीके से किया है। ऐतिहासिक जानकारी के साथ यह किताब  उन घटनाओं के विभिन्न दृष्टिकोणों को भी उजागर करती है। लेखक ने ऐतिहासिक घटनाओं का आधुनिक तरीके से विश्लेषण भी किया है। साथ ही भविष्य के प्रति अपनी गहरी सोच को भी दिखाया है। कुल मिलाकर देखा जाए, तो  विश्व इतिहास को बड़े ही सरल और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करती है किताब।  यह न केवल इतिहास प्रेमियों के लिए बल्कि उन सभी के लिए आदर्श है जो इतिहास को एक व्यापक दृष्टिकोण से समझना चाहते हैं।

गांधी द मैकेनिज्म ऑफ रिवोल्यूशन किताब रिव्यू

गोविंद बल्लभ पंत ने महात्मा गांधी के जीवन को इस किताब में उतारा है। यह किताब महात्मा गांधी के जीवन और उनके विचारों के साथ देश की आजादी के लिए किए गए सत्याग्रह और अहिंसा आंदोलन की भी झांकी प्रस्तुत करती है।  भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को  लेखक गोविंद बल्लभ पंत ने  गहरे तरीके से विश्लेषित किया है। इसकी लेखन शैली काफी गंभीर है। लेखन ने गांधीजी के जीवन की सभी घटनाओं को बताने के साथ उसके पीछे की रणनीति और उद्देश्य को भी इस किताब में साफ तौर पर स्पष्ट तरीके से प्रस्तुत किया है। यह किताब एक तरह से गांधीजी के हमारे आजादी के इतिहास में होने को विस्तार और अच्छे तरीके से बताता है।  इस पुस्तक का मुख्य आकर्षण गांधीजी के "मैकेनिज़्म ऑफ़ रिवोल्यूशन" पर फोकस है। इस दौरान गांधीजी ने हिंसा के बिना लोगों को कैसे आजादी के लिए प्रेरित किया और दुनिया के समक्ष एक बड़ा उदाहरण पेश किया है। इस किताब में गांधीजी के नमक सत्याग्रह को भी विस्तार पूर्वक बताया गया है।  भारतीय समाज में  गांधीजी  द्वारा किए गए सामाजिक और राजनीतिक बदलावों को भी दर्शाती कि किस तरह उन्होंने भारतीय समाज को जागरूक किया है। गांधीजी के जीवन को दर्शाती हुई यह किताब एक तरह से ज्ञानवर्धक किताब है। इस किताब के जरिए महात्मा गांधी के जीवन और उनके सिद्धांतों का गहरे तौर पर समझने में मदद करती है। यदि आप महात्मा गांधी के जीवन, उनके विचारों, और उनके योगदान को समझने में रुचि रखते हैं, तो यह किताब आपके लिए एक अनिवार्य और दिलचस्प रहेगी।

लोकतंत्र का इतिहास किताब रिव्यू

  यह किताब लोकतंत्र के इतिहास को व्यापक दृष्टिकोण से समझाने का प्रयास करती है।  रॉबर्ट डॉल की लेखन में इस किताब को रोचक तरीके से प्रस्तुत किया है। यह किताब विशेषज्ञों के साथ सामान्य लोगों की भी दिलचस्पी लेकर आती है। उन्होंने प्राचीन ग्रीस से लेकर आधुनिक काल तक, लोकतंत्र के उत्थान और पतन की प्रक्रिया को विस्तार से विश्लेषित किया है। उन्होंने खासतौर पर इस बात पर फोकस किया है कि कैसे  लोकतंत्र के जन्म, विकास और उसके विभिन्न रूप रहे हैं।  उन्होंने लोकतंत्र के प्राचीन ग्रीस, रोम, मध्यकालीन यूरोप से लेकर आधुनिक देशों तक के विकास को दर्शाया है। साथ ही यह किताब लोकतंत्र की चुनौतियों पर भी गंभीरता से विचार करती है। उन्होंने इस किताब में लोकतंत्र की कमजोरियों और संकटों को भी पहचानते हुए उसमें सुधार को भी रेखांकित किया है। यह किताब एक तरह से  लोकतंत्र की उत्पत्ति, विकास, सिद्धांतों और समकालीन संकटों को एक व्यापक दृष्टिकोण से समझाती है। यह किताब उन सभी के लिए जरूरी है जो लोकतंत्र के सिद्धांतों और उसके ऐतिहासिक और समकालीन प्रभावों को समझना चाहते हैं। रॉबर्ट डाल की यह पुस्तक लोकतंत्र के सभी पहलुओं पर विचार करने के लिए एक बेहतरीन संसाधन साबित हो सकती है।

द फॉल ऑफ द रोमन एंपायर किताब रिव्यू

एडवर्ड गिब्बन द्वारा लिखी हुई यह किताब प्राचीन रोम साम्राज्य के पतन की जटिल प्रक्रियाओं को गहरी दृष्टि प्रदान करती है। गिब्बन ने इस किताब में एक शक्तिशाली साम्राज्य का जिक्र किया है, जो कि कई सदियों तक दुनिया पर राज करता रहा और एक दिन अचानक अपनी गद्दी पर से गिर गया। जो लोग इतिहास में गहरी दिलचस्पी रखते हैं, उनके लिए गिब्बन का लेखन लाजवाब और गहरा साबित होता है।  गिब्बन ने रोम साम्राज्य के पतन के विभिन्न पहलुओं का गहराई से विश्लेषण किया है। उन्होंने इसके राजनीतिक, आर्थिक, और सांस्कृतिक कारणों की पहचान की है। उन्होंने इस किताब में बताया है कि रोम का पतन केवल बाहरी आक्रमणों के कारण नहीं हुआ था, बल्कि उसके पतन के पीछे कई सारी अंदरूनी समस्याएं थीं। खासतौर पर नेतृत्व की कमी, आर्थिक संकट, सामाजिक असमानताएं और भ्रष्टाचार इस साम्राज्य के गिरने के पीछे की प्रमुख वजह रहे हैं। गिब्बन ने अपनी किताब में रोम साम्राज्य के पतन को धीरे-धीरे प्रस्तुत किया है और बताया है कि कैसे कोई भी साम्राज्य अपने पतन के लिए अपनी खुद की सोच पर निर्भर करता है।  उन्होंने यह दर्शाया कि साम्राज्य के पतन में सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तन, राजनीतिक अस्थिरता, और आर्थ‍िक मंदी जैसे कारक रहे हैं। उन्होंने रोम साम्राज्य के पतन को एक बड़ी प्रक्रिया बताया है।  यह किताब उन लोगों के लिए आदर्श है जो प्राचीन इतिहास, विशेष रूप से रोम साम्राज्य, के बारे में गहरी समझ प्राप्त करना चाहते हैं। साथ ही जो लोग इतिहास में रूचि रखते हैं उनके लिए यह किताब ऐतिहासिक धरोहर साबित हो सकती है।




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