किताबें की दुनिया जीवन देती हैं। बहुत कम ऐसा होता है, जब किसी चीज को पढ़ने से जीवन को रोशनी मिलती है। किताबें कभी हमारे लिए जीवन का काम करती हैं। साहित्य की दुनिया में यह कहा जाता है कि किताबों के कुछ पन्ने जीवन की दिशा बदलने और सकारात्मकता की दुनिया में ले जाती है। इसी के जरिए आप कभी खुद का खोया हुआ आत्मविश्वास पा सकती हैं, तो कभी खुद को भावनात्मक तौर पर ताकत दे सकती हैं। आइए विस्तार से जानते हैं, ऐसी 5 किताबों के बारे में, जो आपको भावनात्मक तौर पर ताकतवर बना सकती हैं।
स्वेट मार्डेन की किताब ‘मन की शक्ति’ की समीक्षा विस्तार से

19 वीं सदी के लोकप्रिय लेखकों में स्वेट मार्डेन का भी नाम शामिल है। उन्होंने अपनी लेखनी में हमेशा मनुष्य को उसकी सोच से बड़ा बताया है। मन की शक्ति एक प्रेरणादायक पुस्तक है, जो हमें यह यकीन दिलाती है कि अगर हम सोचते हैं कि हम कर सकते हैं, तो हम सचमुच कर सकते हैं। यह पुस्तक खास तौर से आत्म-विश्वास, आत्म-नियंत्रण और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण के ताकत पर केंद्रित है। इस किताब का सबसे प्रमुख संदेश यह है कि आपकी सोच ही आपकी वास्तविकता बनती है। यदि आप खुद को कमजोर मानते हैं, तो आप कमजोर हो जाते हैं। उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि असफलता से डरो मत। सच्चा आत्मबल ही टिकाऊ सफलता का आधार माना गया है। साथ ही संकल्प की शक्ति ही सबसे बड़ी होती है। समय का सदुपयोग भी इस किताब की यूएसपी है। ज्ञात हो कि अगर आप आत्म-संदेह से जूझ रही हैं और अपने जीवन में मोटिवेशन की कमी महसूस कर रही हैं, तो आपको यह किताब जरूर पढ़नी चाहिए।
शिव खेड़ा की किताब ‘जीत आपकी’ की समीक्षा विस्तार से

अपने शीर्षक के साथ ही यह किताब आपको सकारात्मकता का संदेश देती है। उनकी यह किताब बताती है कि आप जैसा सोचते हैं, वैसा ही बन जाते हैं। खुद पर यकीन करना और अपनी काबिलियत को पहचानना किसी भी सफलता की बुनियाद है। लेखक ने इस किताब में कहा है कि चरित्र वह है, जो आप तब करते हैं जब कोई नहीं देख रहा होता है। सपनों को हकीकत में बदलने के लिए साफ लक्ष्य और ठोस योजना जरूरी होती है। इस किताब में सफलता के भी नियम बताए गए हैं और छोटी-छोटी बातें बताई गई हैं। इसमें यह भी लिखा गया है कि असफलता अंत नहीं है। यह केवल एक अवसर है खुद को सुधारने का और दोबारा कोशिश करने का। इस किताब में लेखकों ने लिखा है कि अगर आप सोचते हैं कि आप कर सकते हैं, या सोचते हैं कि आप नहीं कर सकते हैं। दोनों की स्थितियों में आप सही हैं। इस किताब में यह भी लिखा गया है कि सपने वो नहीं जो नींद में आते हैं, सपने वो हैं जो नींद नहीं आने देते। साथ ही यह भी लिखा है कि असफलता केवल यह साबित करती है कि सफलता का प्रयास पूरे मन से नहीं किया गया है।
‘द पावर ऑफ नाउ’- एकहार्ट टोल किताब की समीक्षा

एकहार्ट टोल के लेखक की यह किताब आपको जीने की कला की सीख देती है। यह किताब पूरी तरह से इस बात पर केंद्रित है कि कैसे जीवन को जीना चाहिए और सकारात्मकता को अपने जीवनशैली से जोड़ना चाहिए। यह पुस्तक 1997 में प्रकाशित हुई थी और अब तक 33 भाषाओं में अनुवादित हो चुकी है, जिसमें हिंदी संस्करण "शक्तिमान वर्तमान" भी शामिल है। इस किताब में लिखा गया है कि हमारा मन अक्सर अतीत की यादों में खोया रहता है और भविष्य की यादों में खोया रहता है। इस वजह से हम सतत मानसिक तनाव और दुख में घिरे रहते हैं। पुस्तक में ध्यान, श्वास पर ध्यान केंद्रित करने और मानसिक विचारों की पहचान करने जैसे सरल अभ्यासों के माध्यम से यह बताया गया है कि आप कैसे अपने वर्तमान को जी सकती हैं। हालांकि कई पाठकों का यह मानना है कि जो भी लोग अवसाद के कारण मानसिक उलझनों का सामना कर रहे हैं, उन लोगों के लिए यह किताब सबसे अधिक फायदेमंद साबित हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ हिंदी में इस किताब का अनुवाद शक्तिमान वर्तमान अधिक प्रभावी किताब है। इसकी भाषा सरल और समझने योग्य माना गया है। कुल मिलाकर देखा जाए तो, अगर आप मानसिक शांति चाहते हैं और वर्तमान में जीने की कला सीखना चाहते हैं, तो यह किताब आपके लिए काफी अच्छी साबित हो सकती है। हालांकि, आपको इस किताब को खुले मन से पढ़ते हुए एक अभ्यास की तरह इसमें लिखी हुई बातों को अपनाना होगा और उसे अपने जीवन में लागू करना होगा। यदि आप इस पुस्तक को पढ़ने के बाद और भी आध्यात्मिक विकास की दिशा में मार्गदर्शन चाहते हैं, तो यह किताब आपके लिए उपयुक्त है।
डॉ हर्षा भोसले की किताब ‘क्योंकि जीना भी एक कला है’ की समीक्षा विस्तार से

जीवन को समझने की दिशा में यह एक प्रमुख किताब मानी गई है। यह किताब जीवन के विभिन्न पहलुओं को सरल और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करती है। यह किताब जीवन के संघर्षों, खुशियों, दुखों और सफलता की यात्रा को समझने की कोशिश करती है। डॉ हर्षा भोसले ने इस पुस्तक में अपने अनुभवों और विचारों के माध्यम से यह बताया है कि कैसे हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। पुस्तक में आत्मविश्वास, सकारात्मक सोच, और जीवन के प्रति सही दृष्टिकोण अपनाने की बात की गई है। उनकी लेखन शैली सरल, साफ और प्रभावशाली है। उन्होंने जटिल विचारों को भी सहज भाषा में पेश किया है। इस किताब के मुख्य विचार को उदाहरण के साथ समझाया गया ह। इस किताब में आत्मविश्वास को जीवन की सफलता की कुंजी बताया गया है। यह लिखा गया है कि सकारात्मक सोच को अपनाने से जीवन में आने वाली हर तरह की छोटी-बड़ी कठिनाइयों का सामना किया जा सकता है। समय का सही उपयोग करना भी हमारे लक्ष्य को पाने में मदद कर सकता है।साथ ही यह भी लिखा गया है कि स्वस्थ शरीर और मानसिक शांति जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं।
पाउलो कोएलो की किताब ‘अलकेमिस्ट’ की समीक्षा विस्तार से

यह किताब बेस्ट सेलर किताब मानी गई है। इसे आधुनिक समय की सबसे प्रेरणादायक पुस्तकों में से एक माना जाता है। पुस्तक का मुख्य पात्र है सैंटियागो, एक स्पेनिश चरवाहा लड़का, जो एक सपना देखता है कि मिस्र के पिरामिडों के पास एक खजाना दबा हुआ है। यह सपना उसे एक रहस्यमय यात्रा पर ले जाता है। इस यात्रा में वह कई लोगों से मिलता है—एक राजा, एक अंग्रेज, एक व्यापारी, और एक अलकेमिस्ट से। इसी के साथ कहानी आगे बढ़ती है। इस किताब में बताया गया है कि हर इंसान के जीवन का एक मकसद होता है। जिसे पहचान ना और पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है। इस किताब में यह बताया गया है कि असली खजाना कहीं बाहर नहीं है. बल्कि हमारे अंदर ही होता है। कोएलो की लेखन शैली सरल, प्रतीकात्मक और गहराई से भरी हुई है। हर पात्र और घटना एक गहरी जीवन सीख देती है। कहानी एक दार्शनिक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ती है लेकिन उसकी प्रस्तुति बहुत सहज है।