साहित्य की दुनिया में इस बार दक्षिण कोरियाई नोबेल पुरस्कार विजेता लेखक हान कांग का नाम सामने आया है। हान कांग को साल 2024 के लिए नोबेल पुरस्कार मिला है। हान कांग एक लोकप्रिय दक्षिण कोरियाई लेखिका हैं। हान कांग को खास तौर पर उनकी काव्यात्मक और गहरे भावनात्मक साहित्य के लिए लोकप्रिय माना जाता है। देखा जाए, तो वह एक दक्षिण कोरिया की निवासी हैं। लेकिन अपने विचारों के साथ अपने लेखन में उन्होंने मानवतावादी मुद्दों और सामाजिक संवेदनाओं को गहरे तरीके से हमेशा व्यक्त किया है और इसी के जरिए उन्होंने ख्याति भी प्राप्त की है। आइए जानते हैं विस्तार से।
जानें हान कांग का जीवन और लेखन

हान कांग का जन्म 1970 में दक्षिण कोरिया के ग्वांगजू शहर में हुआ था। इसके बाद लेखन में खासतौर पर मनोविज्ञान और मानवता के गहरे विचार होते हैं। उनकी सबसे लोकप्रिय रचना वेजिटेरियन रही है, जो कि साल 2007 में प्रकाशित हुई। उनकी यह रचना इतनी लोकप्रिय रही है कि इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। उल्लेखनीय है कि उनके इस उपन्यास ने साहित्य में उन्हें एक खास तरह का स्थान दिया है। अगर उनके लिखे उपन्यास वेजिटेरियन की बात की जाए, तो इस उपन्यास को बेहद सकारात्मक समीक्षाएं मिली हैं। साथ ही इसे साहित्य के कई सारे पुरस्कार भी मिले हैं। यह उपन्यास एक तरह से एक महिला की कहानी है, जो कि एक दिन मांसाहार खाने का सेवन न करने की ठान लेती है। इस निर्णय के बाद उसका जीवन एक जटिल और डरावने मोड़ पर पहुंच जाती है। आप पायेंगे कि यह उपन्यास मानसिकता, शरीर और समाज के दबावों को जटिलताओं की गहरी जांच कराता है।
लेखन और रचनाएं

इसके बाद हान कांग की साहित्यिक प्रतिष्ठा और भी बढ़ी और इससे उन्हें साल 2016 में इंटरनेशनल बुक प्राइज के लिए नामांकित किया गया है। उनकी अन्य लोकप्रिय रचनाओं के बारे में बात की जाए, तो ‘ह्यूमन एक्ट’ ,’द वाइट बुक’ भी प्रमुख मानी जाती है। इन सारी रचनाओं में हान कांग ने मानवीय पीड़ा और खुद की तलाश के संघर्ष और आत्मनिर्भरता जैसे गहरे विषयों को छुआ हुआ है। उनके लेखन में दुख, हिंसा, कामुकता और मानसिक सेहत जैसे विषयों को भी खास जगह दी है। उनके गहन काव्यात्मक गद्य में ऐतिहासिक आघातों का सामना और मानव जीवन की नाजुकता झलकती है। हान कांग का एक और मुख्य काम साल 2021 में प्रकाशित उनकी नई रचना ‘वी डोंट नॅाट पार्ट’ है। यह किताब दर्द की संवेदना को उजागर करने के कारण ‘द व्हाइट बुक’ के निकटता से जुड़ती है। इस उपन्यास की कहानी साल 1940 के दशक के अंत में दक्षिण कोरिया के जेजू द्वीप पर हुए एक नरसंहार की पृष्ठभूमि पर आधारित है। जहां सरकार विरोधियों से सहयोग करने के संदेह में बच्चों और बुजुर्गों सहित हजारों लोगों को गोली मार दी गई थी। देखा जाए, तो हान कांग न केवल अतीत की शक्ति के वर्तमान पर प्रभाव को उजागर करती हैं, बल्कि समान तौर से सशक्त ढंग से कई चीजों को सामने लाने का प्रयास भी किया है। हान कांग के उपन्यास को पढ़ने पर यह प्रतीत होता है कि उनके लेखन की विशेषता दर्द का दोहरा प्रदर्शन भी रहा है, जो कि उनकी लेखनी को उठा कर रखता है।
हान कांग की लेखनी

हान कांग की लिखी हुई कविता की पंक्ति पर गौर किया जाए, तो उन्होंने लिखा है कि सफेद रंग में सारे रंग शामिल है, दुनिया की सारी रौशनियां इसी में समाई हुई हैट। सफेद रंग और शांति का कोई रिश्ता नहीं है। यह उनकी लिखी हुई सबसे लोकप्रिय पंक्ति हैं। नोबेल पुरस्कार के दौरान उनका एक किस्सा भी वायरल हुआ था। स्वीडिश एकेडमी की परमानेंट सेक्रेटरी मैट्स मालम ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि नोबेल मिलने की सूचना देने के लिए फोन किया तो ऐसा लग रहा था कि हान एक आम सा दिन बिता रही थीं। उन्होंने अपने बेटे के साथ खाना खाया था। वे इस नोबेल पुरस्कार के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थीं। इसके बाद हान को नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था।
हान कांग के शुरुआती दिन

उल्लेखनीय है कि हान कांग का जन्म साल 1970 में हुआ। दक्षिण कोरिया के ग्वांगझू शहर में जन्मीं हान फिलहाल कोरिया की राजधानी सियोल में रहती हैं। उनके परिवार का जुड़ाव भी हमेशा साहित्य से रहा है। हान कांग के पिता हांग सिउंग वुन एक लोकप्रिय उपन्यासकार रहे हैं। हान कांग बचपन से पूरी तरह से साहित्य के प्रति समर्पित रही हैं। उन्होंने अपने लेखन के साथ-साथ कला और संगीत के क्षेत्र में भी बराबर की दखल दी है। एक लेखक के तौर पर हान कांग का करियर साल 1993 से शुरू हुआ। लिटरेचर एंड सोसायटी पत्रिका में उनकी पांच कविताएं छपीं। इसके दो साल बाद साल 1995 में उनकी छोटी कहानियों की पहली किताब आई। इसका नाम ‘लव ऑफ यिउसू’ रहा है। यहां उन्होंने पहली बार गद्य की दुनिया में कदम रखा। रेड एंकर कहानी के लिए उन्हें साहित्यिक प्रतियोगिता में पुरस्कार भी मिला। कविता और कहानी दोनों ही विधाओं में वे लगातार लिखती हैं। उनकी लिखाई में जीवित और मृत, देह और आत्मा के बीच संबंधों के बारे में उनकी बारीक जागरूकता झलकती है। इसके अलावा अपनी कविताओं में लगातार नए तरह के प्रयोग करने की वजह से वह गद्य लेखनी की मौजूदा दुनिया में एक बेंचमार्क बन गई हैं।
हान कांग के पसंदीदा लेखक

बचपन में साहित्य में रची बसी हान कांग की दुनिया में एक खास साहित्यकार भी रहा है। बचपन में हान कांग के पसंदीदा लेखकों में कोरियाई लेखक कांग सोचेन और माहे सोंग शामिल थे। उन्हें स्वीडिश बच्चों की लेखिका एस्ट्रिड लिंडग्रेन की द ब्रदर्स भी पसंद रही है। हान कांग ने सियोल में योनसेई विश्वविद्यालय में कोरियाई भाषा और साहित्य का अध्ययन किया है। 1993 में डिग्री भी हासिल की। उसी साल उन्होंने एक कोरियाई साहित्यिक पत्रिका में अपनी पहली कविताएं प्रकाशित कीं। उसके अगले साल उन्होंने सियोल के वार्षिक साहित्यिक प्रतियोगिता में पुरस्कार जीता। साल 1995 में उन्होंने लघु कथाओं की एक किताब भी प्रकाशित की। उन्होंने साल 1998 में आयोवा विश्वविद्यालय में अंतराष्ठ्रीय लेखन कार्यक्रम में भाग लिया। उनका पहला उपन्यास रहस्यपूर्ण रहा है, जिसका नाम ‘ब्लैक डियर’ है। यह भी जान लें कि हान कांग के बचपन के दौरान ग्वांगजू शहर में हुई राजनीतिक घटनाएं और कवि के रूप में उनकी शुरुआत उनके कथा लेखन को प्रभावित करती है। उनकी लिखावट हिंसा, दुख और पितृसत्ता जैसे विषयों को भी संबोधित करती है। साल 2016 में ‘द व्हाइट रिव्यू’ के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया था कि मानवता का व्यापक स्पेक्ट्रम मेरे लिए बचपन से ही एक कठिन होमवर्क समस्या की तरह रहा है। आप कह सकते हैं कि मेरी किताबें मानवीय हिंसा के इस विषय को दिखाती हैं।
हान कांग की लिखी हुई किताबें
हान कांग की रचनाएं जो अब तक प्रकाशित हो चुकी हैं। उनके नाम इस प्रकार हैं, एक लघु कहानी संग्रह, ‘फ्रूट्स ऑफ माई वूमन’, ‘फायर सैलामैंडर’, ‘ब्लैक डियर’, ‘योर कोल्ड हैंड्स’ ,’द वेजिटेरियन’, ‘ब्रीथ फाइटिंग’, ‘ग्रीक लेसन्’, ‘ह्यूमन एक्ट्स’, ‘द व्हाइट बुक’, ‘आई डू नॅाट बिड फेयरवेल’ जैसे कई सारे उपन्यास शामिल हैं। उनकी एक कविता संग्रह ‘आई पुट द इवनिंग इन द ड्रॅाअर’ भी प्रकाशित हो चुकी है।