फैशन इंडस्ट्री में ऐसे कई डिजाइनर्स हैं, जो ट्रेंड के साथ चलते हुए भी ट्रेडिशनल और सस्टेनेबल फैशन को तवज्जो देते हुए आये हैं।
तरुण तहिलियानी

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तरुण तहिलियानी एक भारतीय फैशन डिजाइनर हैं, जो अपने ब्राइडल वियर और पारंपरिक भारतीय कपड़ों को आधुनिक रूप देने के लिए जाने जाते हैं, वह लगातार माइथोलॉजी को अपने कपड़ों के डिजाइंस से जोड़ रहे हैं और यह मेल अद्भुत है, उनकी खूब सराहना भी की जा रही है। खासतौर से महिलाओं पर आधारित किरदारों को बेहद अनोखे रूप से दर्शा रहे हैं। हाल ही में उनका यह कलेक्शन काफी पसंद किया गया।
अनाविला मिश्रा

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अनाविला मिश्रा भी जानी-मानी फैशन डिजाइनर हैं और इन दिनों जो स्लो फैशन ट्रेंड चर्चे में है, अनाविला उसकी फ्लैग बैरियर हैं। डिजाइनर अनाविला मिश्रा का नामचीन लेबल भारतीय हथकरघा उद्योग के समृद्ध इतिहास पर केंद्रित है, जो अपने संग्रह में उसी को शामिल करता है। वर्ष 2011 से स्थापित, अनाविला ने अपनी शुरुआत की थी और अभी बेहद लोकप्रिय हैं।
पलक शाह

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पलक शाह लगातार एक ऐसे ब्रांड की अगुआई कर रही हैं, जो पारंपरिक बुनाई तकनीकों को समकालीन फैशन के साथ जोड़ता है और ऐसे कपड़े बनाता है, जो ट्रेंडी और टाइमलेस दोनों हैं। पलक शाह ने बनारस के हैंडीक्राफ्ट को अपने फैशन ट्रेंड में बखूबी दर्शाया है और यह अद्भुत रहा है। इकाया बनारस के माध्यम से उन्होंने एक अलग पहचान बना ली है और पूरी दुनिया में अब लोग उनके ब्रैंड्स को पसंद करते हैं। इनके ब्रांड्स की प्राथमिकता है क्वालिटी, सस्टेनेबिलिटी, ऐस्थेटिक्स। साथ ही साथ ट्रेडिशनल टेक्सटाइल्स, मोटिफ्स और क्राफ्टमैनशिप्स को महत्व दिया जाना भी इनका काम रहा है।
गौरिका राय

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गौरिका राय भी लगातार हैंडीक्राफ्ट डिजाइन और काम को तवज्जो दे रही हैं। साथ ही साथ ट्रेडिशनल कपड़ों को भी महत्व दे रही हैं, वे अपने कलेक्शन से सस्टेनेबिलिटी को भी लगातार दर्शाती रहती हैं। इनका ब्रांड परंपरा को आधुनिक सहेजने के साथ-साथ भारतीय विरासत, इतिहास, प्रकृति और कलात्मक प्रयासों से ग्राहकों की पसंद-नापसंद का पूरा ख्याल रखता है। खासतौर से बनारस के हथकरघा कलाकारों को तवज्जो देने की पूरी कोशिश है।
राहुल मिश्रा

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राहुल मिश्रा 2014 में प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय वूलमार्क पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय डिजाइनर, राहुल मिश्रा फैशन के प्रति अपने स्थायी और नैतिक दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध हैं। वे जटिल और उत्तम डिजाइन बनाने के लिए हथकरघा कपड़े और हाथ की कढ़ाई तकनीकों का उपयोग करते हैं जो उनके "स्लो फैशन" की सोच को दर्शाता है।