img
हेल्प
settings about us
  • follow us
  • follow us
write to us:
Hercircle.in@ril.com
terms of use | privacy policy � 2021 herCircle

  • होम
  • कनेक्ट
  • एक्स्क्लूसिव
  • एन्गेज
  • ग्रो
  • गोल्स
  • हेल्प

search

search
all
communities
people
articles
videos
experts
courses
masterclasses
DIY
Job
notifications
img
Priority notifications
view more notifications
ArticleImage
होम / एन्गेज / संस्कृति / पॉप-कल्चर

जानिए कहां से आयी बिरयानी, जिसका नाम सुनते ही आ जाता है हम सबके मुंह में पानी

टीम Her Circle |  मार्च 02, 2025

नॉन वेज खान-पान पसंद करने वाले लोगों के मेन्यू में बिरयानी शामिल न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता है। किसी भी समारोह में बिरयानी की डिमांड होती ही है। यह डिश चावल से बनी एक ऐसी डिश है, जो अपने आप में सम्पूर्ण मानी जाती है। आइए जानते हैं फूड कल्चर में क्यों सर्वाधिक लोकप्रिय है बिरयानी और भारत में किन-किन जगहों की बिरयानी लोग बड़े ही चाव से खाते हैं। 

बिरयानी ने यूं तय किया भारत में सफर

वर्तमान दौर में हैदराबाद, कोलकाता और लखनऊ की बिरयानी काफी लोकप्रिय और स्वादिष्ट मानी जाती है।  इसके इतिहास से  जुड़ी हुईं कई कहानियां हैं, एक कहानी के अनुसार मुगल बादशाह शाहजहां की बेगम मुमताज महल के कहने पर उनके खानसामों ने इसे बनाया था। इस संदर्भ के बारे में कहा जाता है कि मुमताज जब अपनी फौज के बैरक में थी, वहां उन्होंने देखा कि उनके सैनिकों की हालत अच्छी नहीं है। इसलिए उन्होंने अपने खानसामों को सैनिकों के लिए संतुलित आहार बनाने को कहा। फिर इसे चावल और मीट के साथ बनाया गया था। एक और कहानी के अनुसार, इसे तुर्क मंगोल शाषक अफगानिस्तान से भारत लेकर आये। इससे जुडी एक और बात जो सामने आती है कि ओन सोरू नाम की चावल की बनी डिश, मालाबार यानी दक्षिण भारतीय तट पर व्यापारियो द्वारा खाने का जिक्र मिलता है। बता दें कि बिरयानी बेहद धीमी आंच पर पकने वाली तकनीक है, इसमें सारे मसाले और जड़ी-बूटियों की खुशबू बिल्कुल जेहन तक पहुंच जाती है।

बंगाल की बिरयानी

वहीं बंगाल तक बिरयानी इस तरह से पहुंची कि अंग्रेजी हुकूमत के दौर में जब नवाबों से रियासतें छीन ली गयीं, तब उन्हें पलायन करना पड़ा और जब 19 वीं शताब्दी में अवध के आखिरी राजा माने जाने वाले लखनऊ से कोलकाता पहुंचे, तो अपने साथ अपने रसोइयों को भी लेकर गए। और जब ये गए तो साथ में मसाले और इसकी रेसिपी भी गयी। एक खास बात जो गौरतलब रही कि हैदराबाद और लखनऊ की बिरयानी में जहां मीट की मात्रा ज्यादा होती है, वहीं कोलकाता में उबले हुए अंडे और आलू की मात्रा अधिक होती है। कोलकता की बिरयानी में मसाले कम होते हैं और मीट को दही में मैरीनेट किया जाता है। इस मीट को अलग से बनाया जाता है और चावल को अलग से पकाया जाता है।

हैदराबादी बिरयानी

हैदराबादी बिरयानी के बारे में उल्लेख है कि प्रसिद्ध हैदराबादी बिरयानी तब अस्तित्व में आई जब बादशाह औरंगजेब ने निजा-उल-मुल्क को हैदराबाद का नया शासक नियुक्त किया। ऐसा माना जाता है कि उनके रसोइयों ने लगभग 50 अलग-अलग तरीके से इसे बनाया, जिनमें मछली, झींगा और कई तरह के मीट का इस्तेमाल हुआ, साथ ही यहां की बिरयानी में केसर का उपयोग जरूर किया गया।

लखनऊ बिरयानी

लखनऊ बिरयानी को पक्की बिरयानी का नाम दिया गया। पक्की स्टाइल में मीट और चावल को अलग-अलग परतों में एक ताम्बे के बर्तन में पकाया जाता है। इसे अवधि बिरयानी के रूप में भी जाना जाता है।

मुगलई बिरयानी

मुगल शासकों को खाना पीना बेहद पसंद रहा है, ऐसे में वह पाक कला में भी माहिर रहे हैं, बिरयानी इसी कला का एक नाम है, जहां मीट चंक्स, खुशबूदार चावल को केवड़े के साथ पकाया जाता है।

 

 

शेयर करें
img
लिंक कॉपी किया!
edit
reply
होम
हेल्प
वीडियोज़
कनेक्ट
गोल्स
  • © herCircle

  • फॉलो अस
  • कनेक्ट
  • एन्गेज
  • ग्रो
  • गोल्स
  • हेल्प
  • हमें जानिए
  • सेटिंग्स
  • इस्तेमाल करने की शर्तें
  • प्राइवेसी पॉलिसी
  • कनेक्ट:
  • email हमें लिखें
    Hercircle.in@ril.com

  • वीमेंस कलेक्टिव

  • © 2020 her circle