कई बार ऐसा होता है कि बैंक या फिर एफ अकाउंट से पैसा निकालने की प्रक्रिया हमें नहीं पता होती है। ऐसे में अपना खुद का पैसा निकालने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। निवेश का विकल्प हमें मिल जाता है, लेकिन जब बात पैसे को सुरक्षित और सुलभ तरीके से रखने की आती है, तो पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक जरूरी पर्याय बन जाता है। कई लोग पीपीएफ अकाउंट को टैक्स बचाने की जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल करते हैं, लेकिन जब मामला अचानक पैसे निकालने का होता है, तो उनके लिए पैसा निकालना बहुत बड़ा सवाल बन जाता है। आइए जानते हैं विस्तार से कि आप कैसे पीपीएफ अकाउंट से पैसे निकाल सकती हैं।
जानें पीपीएफ अकाउंट के बारे में विस्तार से

पीपीएफ अकाउंट एक लंबी रेस की सेविंग का काम करती है। भारत सरकार ने 1968 में इसे शुरू किया था। इस पीपीएफ अकाउंट का मुख्य उद्देश्य यह है कि लोग एक सुरक्षित निवेश के जरिए खुद को आर्थिक तौर पर सुरक्षित रखें। साथ ही टैक्स कर में भी इससे सुविधा मिलें। इस खाते में जमा रकम पर आपको हर साल ब्याज मिलता है और यह ब्याज दर सरकार के जरिए हर तिमाही तय की जाती है। फिलहाल पीपीएफ की ब्याज दर 7.1 प्रतिशत हर साल की होती है। पीपीएफ की खासतौर पर यह खूबी होती है कि इसमें न्यूनतम निवेश हर साल 500 रुपए या उससे अधिक का कर सकती हैं। इसमें अधिक से अधिक निवेश डेढ़ लाख हर साल का कर सकती हैं। इसमें धारा 80 सी के तहत टैक्स में छूट मिलती है। इस टैक्स छूट की अवधि 15 साल के करीब की होती है।
पीपीएफ अकाउंट से कैसे निकाले पैसे

पीपीएफ अकाउंट से पैसे निकालने के कई सारे रास्ते हैं और हम आपको आसान तरीका बताते हैं कि सबसे पहले आप पीपीएफ अकाउंट में से आंशिक निकाली यानी कि समय से पहले इस पैसे को निकाल सकती हैं। इसके अलावा पीपीएफ अकाउंट के पैसे से आप लोन की भी सुविधा अपना सकती हैं। आप पीपीएफ का पूरा समय पूरा होने पर भी उसे निकाल सकते हैं। इन तीनों विकल्पों पर विस्तार से बात करें, को इससे भी आप आसानी से तीन तरीके से पैसे निकाल सकती हैं।
क्या होता है आंशिक निकासी?

पीपीएफ एक लंबी अवधि का निवेश है, लेकिन सरकार ने निवेशकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए 7वें वित्तीय वर्ष से आंशिक निकासी की अनुमति दी है। इस सुविधा के जरिए आप अपने पैसे को खाता खोलने के 6 साल पूरे होने के बाद कम समय में निकाल सकती हैं। इसके अनुसार अगर आपने अप्रैल 2018 में खाता खोला है, तो आप अप्रैल 2014 में पीपीएफ से पैसे निकाल सकती हैं। आप अधिकतम पिछले साल के अंत में उपलब्ध राशि का 50 प्रतिशत पैसा निकाल सकती हैं। चौथे साल के अंत में खाते की राशि का 50 प्रतिशत पैसा निकाल सकती हैं। उदाहरण के लिए यदि आपके खाते में पिछले वित्तीय साल के अंत में 4 लाख थे और चौथे साल के अंत में 2.5 लाख थे, तो आप 2.5 लाख का 50 प्रतिशत पैसा निकाल सकती हैं। यह जान लें कि हर साल में केवल एक बार आंशिक निकासी की अनुमति होती है। इस निकासी की प्रक्रिया यह है कि सबसे पहले आपको फॉर्म सी भरना होता है। इसके बाद पहचान पत्र और पासबुक के साथ इस फॉर्म को जमा करें। बैंक या डाकघर में प्रक्रिया को पूरा करें। फिर राशि आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
पीपीएफ पर लोन सुविधा

अगर आपको तुरंत पैसों की जरूरत है और आप निकासी के लिए पात्र नहीं हैं, तो आप पीपीएफ खाते के बदले लोन भी ले सकते हैं। यह सुविधा खाते के तीसरे वित्तीय वर्ष से उपलब्ध होती है। आप लोन से पैसे को खाता खुलने के तीसरे या फिर छठे वित्तीय साल के बीच निकाल सकती हैं। पिछले दूसरे वित्तीय साल के अंत में खाते में जमा राशि का 25 प्रतिशत तक जमा कर सकती हैं। पीपीएफ ब्याज दर से 1 प्रतिशत अधिक आपको लोन पर ब्याज दर होगी। आप इस लोन को 36 महीनों में चुका सकती हैं। अगर तय समय पर लोन नहीं चुकाया गया, तो ब्याज दर 6 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं। इसका यह फायदा होता है कि यह बैंक लोन की तुलना में बहुत सस्ता और आसान विकल्प है, क्योंकि इसमें कोई सुरक्षा या गारंटी की जरूरत नहीं होती है।
पीपीएफ से पूरा पैसा निकालने का नियम
पीपीएफ की कुल अवधि 15 वर्ष होती है। अवधि पूरी होने के बाद आप अपनी पूरी राशि (मूलधन + ब्याज) निकाल सकती हैं। इसमें आप पूरा पैसा निकाल कर खाता बंद कर सकती हैंष। यदि आप चाहें तो खाता 5-5 साल की अवधि के लिए बढ़ा सकते हैं। अगर आप पैसा नहीं निकालती हैं,तो पैसा वहीं रहता है और ब्याज भी मिलता रहता है। साथ ही आप इसमें पैसा जमा करते हुए खाते को जारी रख सकती हैं और इस पर ब्याज का फायदा भी उठा सकती हैं। उल्लेखनीय है कि अगर आप खाता बढ़ाना चाहते हैं, तो परिपक्वता वर्ष के बाद एक वर्ष के भीतर बैंक/डाकघर में आवेदन करना जरूरी है।
सबसे जरूरी हालातों में पैसा निकालना
आप खास और जरूरी समय पर भी पैसा निकाल सकती हैं। आप गंभीर बीमारी में भी पीपीएफ से पैसे निकाल सकती हैं।। अपने खुद को या फिर बच्चों की शिक्षा के लिए भी पीपीएफ का अमाउंट में से पैसे निकाल सकती हैं। घर खरीदने के लिए या फिर घर के निर्माण के लिए भी आप पीपीएफ से पैसा निकाल सकती हैं खास हालातों में पैसे निकालने के लिए आपके पास मेडिकल सर्टिफिकेट, फीस रिपोर्ट, खर खरीदने के लिए घर से जुड़े डॉक्यूमेंट को जमा कर सकती हैं।
पीपीएफ अकाउंट से जुड़ी सावधानियां और टिप्स
आपको 15 साल से पहले खाता बंद न करें और जब तक बहुत जरूरी न हो खाता बंद न करें। हर साल कम से कम 500 रुपए जरूर जमा करें और अगर आप ऐसा नहीं करती हैं, तो खाते को बंद कर दें। अपने पीपीएफ अकाउंट ने किसी परिवार के सदस्य का नाम जरूर दर्ज करें, ताकि आपके न रहने पर पैसे आपके परिवार के पास पहुंच जाएं। साथ ही अगर आप पीपीएफ अकाउंट का फायदा समझ जाती हैं, तो आप आसानी से इससे पैसे निकाल सकती हैं।