इनविजिबल सब्सक्रिप्शन के बारे में साफ भाषा में बात करें, तो इसका मतलब यह होता है कि ऐसा खर्च, जो कि होता है, लेकिन कभी न दिखाई देता है और न ही महसूस होता है। लेकिन धीरे-धीरे यह आपकी जेब पर असर करने लगता है। कई सारे ऐसे मोबाइल ऐप्स के साथ क्लाउड स्टोरेज, फिटनेस ऐप और न्य़ूज वेबसाइट हैं, जिनका इस्तेमाल करने के लिए आपको हर महीने या फिर तीन महीने और एक साल पर सब्सक्रिप्शन का पैसा भरना होता है। आज हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं कि इनविजिबल सब्सक्रिप्शन का सही तरीके से इस्तेमाल कैसे करना है और आप कैसे इससे खुद को बचा सकती हैं।
क्या है इनविजिबल सब्सक्रिप्शन?

‘इनविज़िबल सब्सक्रिप्शन’ का मतलब ऐसे सब्सक्रिप्शन जिनका ऑटो-रीन्यू या रिपीट पेमेंट सिस्टम होता है — यानी एक बार आपने कार्ड या UPI से अनुमति दे दी, और अब हर महीने या साल आपके अकाउंट से पैसे अपने आप काटते रहते हैं और आपको इस बारे में पता नहीं चलता है, क्योंकि ऑटो रिन्यू होने के कारण हर महीने या फिर साल में आपके अकाउंट से पैसे अपने आप सब्सक्रिप्शन के लिए कट हो जाता है। इसकी वजह यह होती है कि आपके किसी ऐप का ट्रायल पैक लिया है और फिर आप उसको कैंसल करना भूल जाते हैं। मोबाइल में कोई ऐस इस्ट्राल की जो फ्री में 7 दिन का वादा करती है और फिर 499 का सब्सक्रिप्शन अपने आप शुरू हो जाता है। आपने क्लाउड स्टोरेज के लिए 99 रुपए महीना का प्लान लिया है, जो कि कई सालों से चल रहा है, जबकि आपने डेटा कभी इस्तेमाल भी नहीं किया है।
जानें कैसे पड़ता है यह जेब पर भारी?

आप यह सोच रहे होंगे कि आप महीने में केवल किसी ऐप के लिए 100 रुपए ही भर रहे हैं, इसमें कौन-सी बड़ी बात है। लेकिन आप पायेंगे कि देखने में यह छोटी-सी राशि साल भर में आपके 6 से 10 हजार या उससे ज्यादा ही आपके अकाउंट से लेकर जाती है। कंपनियां इस बात को जानती हैं कि ज्यादातर लोग कैंसलेशन करना भूल जाते हैं, इसलिए वे ऑटो रिन्यू ऑन रखती हैं। हर महीने पैसा अपने आप कट जाता है और हमें याद भी नहीं रहता। साथ ही आपको राशि भले ही छोटी लगती हो, लेकिन कई सारे ऐप्स पर 100 या फिर 150 खर्च करने से यह आपकी कमाई का एक बड़ा भाग साल में लेकर चली जाती है। हम इतने सारे मेल और नोटिफिकेशन पाते हैं कि सब्सक्रिप्शन का रिमाइंडर ध्यान ही नहीं आता। 7 दिन फ्री या “एक महीने का ट्रायल, जैसी स्कीम्स बहुत आकर्षक लगती हैं। लेकिन कार्ड डिटेल देने के बाद अगर आप कैंसल करना भूल गए, तो फ्री ट्रायल के बाद पैसे अपने आप कटने लगते हैं।
इन इनविजिबल सब्सक्रिप्शन का रखें ध्यान

आपको कई सारे इनविजिबल सब्सक्रिप्शन का सबसे पहले ध्यान रखना है। स्ट्रीमिंग सर्विसेज, म्यूजिक ऐप्स, क्लाउड स्टोरेज, न्यूज या फिर मैगजीन, फिटनेस ऐप्स,सॉफ्टवेयर प्रोडक्टिविटी, गेमिंग ऐप, गूगल प्ले का खास ध्यान देना है. अगर आप इन सबका खर्च जोड़ते हैं, तो महीने के 100 और 150 के हिसाब से साल में हजारों का पैसा आपका कट हो जाता है। कैंसिल करना हम अक्सर कई सारी वजहों से भूल जाते हैं। कई बार कैंसल करने की प्रक्रिया काफी जटिल होती है, जिसके चक्कर में हम नहीं पड़ना चाहते हैं। कई बार इस वजह से भी कैंसल नहीं करते हैं कि शायद इसकी जरूरत कल पड़ जाए, इसलिए सब्सक्रिप्शन चालू रहने देते हैं। कई बार हम सोचते हैं कि सिर्फ 100 ही रुपए हैं, यही सोच कर हर महीने रिपीट होता रहता है। कार्ड या फिर यूपीआई से लिंक होने के कारण मैन्युअल रूप से पैसे नहीं देते हैं इसलिए फर्क नहीं पड़ता है।
कैसे रोकें इनविजिबल सब्सक्रिप्शन
आपको हर महीने बैंक स्टेंटमेंट चेक करना चाहिए। हर महीने आपको अपना बैंक या क्रेडिट कार्ड का पूरा स्टेटमेंट देखना चाहिए। इससे आपको पता चलेगा कि बेकार के पैसे कहां पर खर्च हो रहे हैं। अगर कोई पैसे हर महीने 100 रुपए या फिर 150 रुपए कट रहा है, तो उस पर गौर करना चाहिए और उसे गूगल करें — यह किस कंपनी से जुड़ा है, और आप उसे इस्तेमाल कर रहे हैं या नहीं। आपको ऑटो पे फीचर गूगल पे, एप्पल पे और पेटीएम या फिर बैंक कार्ड से पेमेंट का पर्याय बंद कर देना चाहिए।
फोन में एक रिमाइंडर सेट करें

अगर आप किसी ट्रायल को आज़मा रहे हैं, तो फोन में एक रिमाइंडर सेट करें यानी कि “Netflix ट्रायल 7 दिन बाद खत्म”। हर 3 महीने में अपने सभी सब्सक्रिप्शन की लिस्ट बनाएं और देखें कौन-सा वास्तव में उपयोगी है। जो 1–2 महीने से इस्तेमाल नहीं हुआ, उसे तुरंत कैंसल करें। सिर्फ कटौती करना ही नहीं, बल्कि समझदारी से इस्तेमाल करना भी ज़रूरी है। परिवार या दोस्तों के साथ फैमिली प्लान शेयर करें।वार्षिक प्लान तभी लें जब आप वाकई उस सर्विस को रोज़ इस्तेमाल करते हों। यह भी ध्यान रखें कि अगर किसी सब्सक्रिप्शन का ऑटो-रिन्यू हुआ है और आप उसे इस्तेमाल नहीं करना चाहते, तो तुरंत सर्विस प्रोवाइडर को मेल लिखें — कई कंपनियां प्रो-रेटेड रिफंड देती हैं। RBI के नियमों के अनुसार, अगर किसी ऐप ने आपकी बिना अनुमति के चार्ज किया है, तो आप शिकायत कर सकते हैं।