बच्चे के बड़े होने से पहले अगर आप फाइनेंस प्लानिंग कर लेती हैं, तो इसका फायदा आपको काफी हद तक पहुंचता है। इससे यह होता है कि भविष्य में आपको किसी भी तरह की आर्थिक परेशानी या फिर जुगाड़ का सामना नहीं करना पड़ता है। जानकारों का कहना है कि अगर आप बच्चे के बड़े होने से पहले स्मार्ट फाइनेंस प्लानिंग कर लेती हैं, तो यह न केवल उसकी पढ़ाई, करियर और जीवन को सुरक्षित करता है, बल्कि आपको मानसिक शांति भी देता है। आइए जानते हैं विस्तार से।
बच्चे के लिए सेविंग खाता शुरू करना

जैसे ही आपका बच्चा पैदा होता है, उसी समय से उसके नाम पर एक सेविंग या निवेश खाता खोलना एक स्मार्ट कदम होता है। यदि बेटी है तो इसमें निवेश करें। इसमें टैक्स बेनिफिट के साथ अच्छा रिटर्न मिलता है। आप पीपीएफ में भी पैसे डाल सकती हैं। लंबी अवधि के लिए सुरक्षित और टैक्स फ्री निवेश है। आप यह भी कर सकती हैं कि बच्चे के नाम से जुड़ी योजनाओं में SIP के रूप में निवेश करें। भविष्य में चलकर इससे यह फायदा होगा कि आपके बच्चे की पढ़ाई, शादी या फिर विदेश जाने जैसी बड़ी जरूरतों के लिए फंड तैयार हो सकता है।
शिक्षा के लिए निवेश करना

उच्च शिक्षा के लिए पैसे की जरूरत को पूरी करने के लिए आप शिक्षा में निवेश करना शुरू कर सकती हैं। बच्चे की उच्च शिक्षा महंगी होती जा रही है, खासतौर पर अगर आप विदेश में अपने बच्चे को भेजने की सोच रहे हैं, तो इसके लिए शिक्षा बहुत जरूरी हो जाती है। ऐसे में आपको शिक्षा के लिए एक तय राशि को चुनना चाहिए। उस हिसाब से आप एसआईपी में सेविंग शुरू कर सकती हैं। इसमें यह होगा कि ब्याज दर की चिंता किए बिना आप अपने लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ते हैं।
सेहत को न करें अनदेखा

शिक्षा के साथ आने वाले समय में मेडिकल का खर्च भी अधिक बढ़ सकता है। ऐसे में आपको लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस के जरिए बच्चे के भविष्य को सुरक्षित रखना चाहिए। इससे आप बच्चे की सेहत से जुड़ी हर छोटी और बड़ी जरूरत को वक्त आने पर आप पूरा कर सकती हैं। आपको एक सुरक्षा छतरी मिलती है, जो कि बच्चे के सेहत को आर्थिक तौर पर सुरक्षित करने की गारंटी देता है। आपके पास अगर किसी भी तरह का फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस है, तो उसमें भी अपने बच्चे का नाम शामिल जरूर करें। इससे यह भी होगा कि आपके न रहने पर भी बच्चा आर्थिक रूप से असहाय नहीं होगा।
अपने खर्चों का बजट बनाएं

आपके लिए यह भी जरूरी है कि अपने खर्च का हिसाब रखना आपके लिए जरूरी है। बिना प्लानिंग के खर्च करने से निवेश के लिए कुछ नहीं बचता। इसलिए आपके पास खर्च के लिए एक सही जानकारी होनी चाहिए। आपको खुद के साथ सिद्धांत बनाना चाहिए कि पहले बचत होनी चाहिए और उसके बाद खर्च किया जाना चाहिए। साथ ही बच्चे के साथ अपने खर्च का भी आपको पूरा हिसाब रखना चाहिए। ईएमआई और फिजूल खर्च से पूरी तरह से बचने की कोशिश करनी चाहिए।
बच्चों को समझाएं पैसे की कीमत

बच्चा जितना जल्दी पैसे की अहमियत सीखेगा, उतना ही अच्छा भविष्य बनाएगा। बच्चों को पिग्गी बैंक में पैसे सुरक्षित करने की आदत डालनी चाहिए। पॉकेट मनी देना और उसका सही उपयोग भी समझना चाहिए। बड़े होने पर बच्चों को पैसे सुरक्षित करने की अहमियत समझनी चाहिए। साथ ही अपने साथ बच्चे को घर के खर्च के काम में शामिल करना चाहिए, इससे बच्चे पैसे की कीमत समझेंगे।