टैक्स सेविंग का प्लान आपके साल के बजट के लिए बहुत जरूरी है। खासतौर पर महिलाओं के लिए टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट का प्लान बनाना बेहद जरूरी है। इस प्लान को बनाते समय सबसे अधिक सुरक्षा, रिटर्न, टैक्स बचत और लचीलापन को ध्यान में रखना जरूरी है। भारत सरकार और वित्तीय संस्थाएं महिलाओं को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं पेश करती हैं और साथ ही कई टिप्स हैं, जो टैक्स सेविंग प्लान के दौरान मदद कर सकती है। यह भी जान लें कि महिलाओं के लिए टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट प्लान चुनना एक स्मार्ट आर्थिक फैसला हो सकता है। आइए जानते हैं विस्तार से।
क्या है टैक्स सेविंग?

टैक्स देना उन्हें पड़ता है, जिनकी कमाई एक तय सीमा से ऊपर होती है। लेकिन सरकार ऐसे निवेश और खर्चों को प्रोत्साहित करती है जो समाज और अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद हों—जैसे बीमा, सेविंग, बच्चों की पढ़ाई, घर का लोन आदि। अगर आप ये करते हैं, तो आपकी टैक्सेबल इनकम कम मानी जाती है और उसी के आधार पर टैक्स लगता है। आपको यह भी समझना होगा कि आखिरकार टैक्स सेविंग कैसे काम करती है। मान लें कि आपकी साल भर की कमाई 6 लाख है। अगर आपने 2 लाख के करीब का निवेश किया है, तो आपको टैक्स में छूट मिलती है। टैक्स सेविंग के लिए आप कई जगह पर इन्वेस्टमेंट कर सकती हैं। टैक्स सेविंग से कई तरह के फायदे होते हैं। आपकी टैक्स की देनदारी बनती है। साथ ही आपको निवेश और सेविंग की आदत भी पड़ती है। साथ ही आप टैक्स के जरिए फाइनेंशियल सेफ्टी और भविष्य के लिए भी प्लानिंग होती है। साथ ही कई सारी ऐसी योजनाएं हैं, जो कि रिटायरमेंट और बच्चों के लिए भी फायदेमंद होती है।
पीपीएफ से टैक्स सेविंग प्लान कैसे करें?

पीपीएफ के जरिए भी आप टैक्स सेविंग प्लान आसानी से कर सकती हैं। पीपीएफ भारत सरकार द्वारा समर्थित एक सुरक्षित और टैक्स सेविंग निवेश स्कीम है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए बढ़िया तरीके से काम करती है, जो लोग लंबे समय से बचत करना चाहती हैं और टैक्स भी बचाना चाहते हैं। विदित हो कि पीपीएफ में खाता 15 साल के बाद मैच्योर होता है और जब आपका खाता मैच्योर हो जाता है, तो जो भी राशि आपको मिलती है, उस पर कोई टैक्स नहीं लगता है। यह एक बहुत ही अच्छा तरीका है लंबी अवधि में टैक्स बचाने के लिए। आप पीपीएफ के लिए निवेश की प्लानिंग कर सकती हैं, इसके तहत आप हर साल 1 लाख से अधिक तक पीपीएफ में निवेश करके इसके पूरे टैक्स का लाभ उठा सकती हैं। यह निवेश एक तरह से आपके टैक्स को बचाने में मदद करता है। आप अपने निवेश को मासिक रूप से भी कर सकते हैं, क्योंकि PPF में एक वित्तीय वर्ष में कम से कम ₹500 की राशि का निवेश करना अनिवार्य है, लेकिन ₹1.5 लाख तक निवेश करना बेहतर होता है।
सुकन्या समृद्धि योजना

भारत सरकार की यह एक खास बचत योजना है, जिसे बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। यह योजना एक तरह से महिलाओं के लिए बेहतरीन निवेश विकल्प है, जो वित्तीय सुरक्षा ,टैक्स छूट और आकर्षक ब्याज दर प्रदान करती है।वर्तमान में इस योजना पर 8.2% की वार्षिक ब्याज दर मिलती है, जो अन्य सरकारी योजनाओं की तुलना में अधिक है। यह निवेश सरकार गारंटी के तहत आता है, इसलिए इसमें किसी भी तरह का जोखिम न के बराबर होता है। इस योजना में भी टैक्स लाभ मिलता है। इस योजना के तहत 1 लाख से अधिक टैक्स की छूट मिलती है। यदि आप हर साल 1.5 लाख का निवेश करती हैं, तो 15 साल में आपका कुल निवेश 22.5 लाख के करीब का हो जाता है। आपकी बेटी की उम्र 18 साल होने पर उच्च शिक्षा के लिए 50 प्रतिशत की राशि निकाल सकती हैं। साल आपकी बेटी के 21 साल की उम्र होने पर यह खाता मैच्योर हो जाता है और आप पूरी राशि निकाल सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना खाता बेटी के पैदा होने से लेकर 10 साल की उम्र तक खोला जा सकता है। एक परिवार में दो बेटियों के लिए यह खाता खोला जा सकता है। विदित हो कि सुकन्या समृद्धि योजना महिलाओं के लिए एक सुरक्षित, टैक्स-फ्री और उच्च रिटर्न वाली निवेश योजना है। यह योजना न केवल वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि बेटी के भविष्य को भी सशक्त बनाती है।
इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम

यह महिलाओं के लिए लाभदायक और स्मार्ट टैक्स सेविंग निवेश है। इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम में टैक्स बचाने के साथ ऊंचे रिटर्न भी मिलते हैं। इसमें निवेश शेयर बाजार से जुडा हुआ रहता है। आयकर की धारा 80सी के अंतर्गत 1 लाख से अधिक के निवेश पर टैक्स से छूट मिलती है। इसमें निवेश की गई राशि खासतौर पर शेयर बाजार में लगाई जाती है। इसका 3 साल का लॅाक-इन पीरियड होता है, जो कि सबसे कम है अन्य टैक्स सेविंग योजनाओं की तुलना में। महिलाओं के लिए इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम में निवेश का सबसे सबसे अधिक फायदा टैक्स को लेकर होता है। याद रखें कि अगर आप कामकाजी महिला हैें, तो इसके जरिए आप एक बेहतरीन टैक्स बचत विकल्प पा सकती हैं। आप जरूरत पड़ने पर अपने जमा किए गए इस पैसे को निकाल भी सकती हैं।
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र

भारत सरकार द्वारा पेश किया गया यह एक सुरक्षित टैक्स बचत योजना है, जो भी सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं, उनके लिए यह योजना बेहद लाभकारी होती है। यह योजना महिलाओं के लिए आकर्षक निवेश विकल्प है। यह सरकारी योजना होने के कारण बेहद सुरक्षित निवेश योजना है। इस योजना में निवेश करने से आपको 1 लाख से अधिक पर टैक्स छूट मिलती है। ब्याज दर वर्तमान में 7% के आसपास होती है (यह समय-समय पर बदल सकती है)। यह उन महिलाओं के लिए आदर्श है जो जोखिम से बचना चाहती हैं और निश्चित रिटर्न चाहती हैं। उल्लेखनीय है कि आप केवल 100 रुपए से इस योजना की शुरुआत कर सकती हैं। साथ ही निवेश की यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और सरल होती है। इसमें निवेश की 5 साल तक की लॉक इन अवधि है। महिलाओं के लिए यह बेहद अच्छा तरीका है अगर वे अपने निवेश को सुरक्षित रखने और लंबी अवधि में वापस प्राप्त करना चाहती हैं।
स्वास्थ्य बीमा का महिलाओं के लिए टैक्स में फायदा
भारतीय आयकर कानून के तहत, स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर टैक्स में छूट दी जाती है, जिससे महिलाओं को इस निवेश से दोहरे लाभ मिलते हैं। एक तरफ सेहत पर सुरक्षा कवच मिलता है और दूसरा टैक्स पर भी छूट मिलती है। भारतीय आयकर अधिनियम की धारा 80 डी के तहत आप अपने और अपने परिवार के सेहत बीमा पर प्रीमियम पर टैक्स में छूट पा सकती हैं। यदि आप की उम्र 18 साल से अधिक है तो इस बीमा पर 25 हजार तक की छूट प्राप्त कर सकती हैं। यदि आपकी उम्र 60 साल से अधिक है, तो आपको 50 हजार तक की छूट मिल सकती है। उल्लेखनीय है कि अगर आप स्वास्थ्य बीमा का प्रीमियम नकद, चेक, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या किसी अन्य माध्यम से भुगतान करती हैं, तो आपको टैक्स में छूट मिलती है। नौकरीपेशा महिलाएं भी इससे काफी लाभ उठा सकती हैं।