सेविंग यानी कि बचत करना हम सभी के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन अक्सर हम बचत को लेकर ऐसी चीजों पर यकीन कर लेते हैं, जो कि हमें गलत दिशा में आगे लेकर जाती है और कई बार गलत चीजों पर यकीन करने के कारण हम अपने भविष्य को आर्थिक तौर पर प्रबल कर नहीं पाते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
अधिक कमाई होने पर बचत करें

अक्सर यह भी सुना जाता है कि बचत तभी करना चाहिए, जब आपके पास पैसे अधिक होते हैं। हालांकि यह राय गलत है। यह धारणा गलत है कि केवल अमीर या उच्च-आय वाले लोग ही बचत कर सकते हैं। बचत का संबंध आपकी आमदनी से ज्यादा आपकी आदतों से होता है।छोटी आय से भी थोड़ी-थोड़ी रकम जुटा कर आप अपने लिए पैसे सुरक्षित कर सकती हैं। “पहले बचत करो, फिर खर्च करो” का सिद्धांत अपनाना जरूरी है। अपनी कमाई का कुछ हिस्सा आपको जरूर सुरक्षित तरीके से बचत के लिए रखना चाहिए।
बैंक में पैसा रखें

यह भी राय हमें सुनने को मिलती है कि पैसा केवल बैंक में जमा करें। इससे पैसे सुरक्षित रहेंगे। आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि बैंक में सेविंग अकाउंट पर 3-4 प्रतिशत ब्याज मिलता है, जबकि महंगाई दर उससे अधिक हो सकती है। इसका मतलब, आपका पैसा धीरे-धीरे बढ़ता नहीं है। इसके बदले आपको म्यूचुअल फंड, SIP, PPF या शेयर बाजार जैसे विकल्पों पर भी विचार करना चाहिए।
छोटी रकम को बचाने से कुछ नहीं होगा

यह भी राय सुनने को मिलती है कि केवल कुछ पैसे जमा करके आप अपने लिए महल नहीं खड़ा कर सकती हैं। बल्कि याद रखें कि बूंद-बूंद से सागर भरता है। हर छोटी बचत का असर होता है, खासकर जब वो नियमों और अनुशासन में हो।यदि आप रोज 50 रुपये भी बचाते हैं, तो साल भर में यह 19 हजार तक हो जाता है और यदि इस पर 7-8 प्रतिशत रिटर्न मिल जाए, तो यह रकम सालों में काफी बढ़ सकती है।
सेविंग और निवेश एक ही बात है

जी नहीं, यह राय भी सही नहीं है। निवेश में आपका पैसा बढ़ता है और सेविंग में आपका पैसा अधिक नहीं बढ़ता है। सेविंग और इंवेस्टमेंट में बड़ा अंतर होता है। सेविंग वह पैसा है जो आप खर्च से बचाते हैं, जबकि इंवेस्टमेंट्स वह है, जिसमें आप उस पैसे को बढ़ाने के लिए लगाते हैं। सेविंग आपको आपात स्थिति में काम आती है और निवेश आपके पैसे को बढ़ाता है।
क्रेडिट कार्ड से पैसे भरना आसान तरीका

क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल समझदारी है, लेकिन इससे सेविंग नहीं होती, बल्कि खर्च की आदतें बिगड़ सकती हैं। इसलिए आपको क्रेडिट कार्ड को खुद से दूर रखना चाहिए, जितनी चादर हो उतना ही पैर फैलाएं। क्रेडिट कार्ड का उपयोग अक्सर जरूरत से ज्यादा खर्च करने की आदत बना सकता है। बैंकों द्वारा दिए गए रिवार्ड्स या कैशबैक आपको ज्यादा खर्च करने के लिए प्रेरित करते हैं। यदि समय पर पूरा भुगतान न हो तो भारी ब्याज देना पड़ सकता है, जिससे आपकी बचत पर बुरा असर पड़ता है।